• Skip to content
  • Skip to secondary menu
  • Skip to primary sidebar
  • Skip to footer

डाॅ. वेदप्रताप वैदिक

पत्रकारिता, राजनीतिक चिंतन, अंतरराष्ट्रीय राजनीति

Header Right


प्रख्यात पत्रकार, विचारक, राजनितिक विश्लेषक, सामाजिक कार्यकर्ता एवं वक्ता
An eminent journalist, ideologue, political thinker, social activist & orator
  • Home
  • About Dr. Vaidik
  • Articles
  • News
  • Publication
  • Photos
  • Videos
  • Join Samvad
You are here: Home / Articles / अदालत और सरकार की मुठभेड़
अदालत और सरकार की मुठभेड़

अदालत और सरकार की मुठभेड़

January 20, 2023 By Dr. Vaidik Leave a Comment

हमारे सर्वोच्च न्यायालय और केंद्र सरकार के बीच जजों की नियुक्ति पर जो खींचातानी चल रही थी, वह खुले-आम बाजार में आ गई है। सर्वोच्च न्यायालय के चयन-मंडल ने सरकार को जो नाम भेजे थे, उनमें से कुछ पर सरकार ने कई आपत्तियाँ की थीं। इन आपत्तियों को प्रायः गोपनीय माना जाता है लेकिन सर्वोच्च न्यायालय ने उन्हें जग-जाहिर कर दिया है। इस कदम से यह भी पता चलता है कि भारत में किसी भी उच्च पद पर नियुक्त होनेवाले जजों की नियुक्ति में कितनी सावधानी से काम लिया जाता है। इस बार यह सावधानी जरा जरूरत से ज्यादा दिखाई पड़ी है, क्योंकि एक जज को इसलिए नियुक्त नहीं किया जा रहा है कि वह समलैंगिक है और दूसरे जज को इसलिए कि उसने ट्वीट पर कई बार सरकारी नीतियों का दो-टूक विरोध किया है। जहां तक दूसरे जज का सवाल है, सरकार की आपत्ति से सहमत होना ज़रा मुश्किल है। क्या सोमशेखर सुंदरेशन ने वे सरकार विरोधी ट्वीट जज रहते हुए किए थे? नहीं, बिल्कुल नहीं। वे जज थे ही नहीं। तब वे वकील थे और अब भी वकील हैं। यदि एक वकील किसी भी मुद्दे पर खुलकर अपनी राय जाहिर नहीं करेगा तो कौन करेगा? भारतीय नागरिक के नाते उसे भी अभिव्यक्ति की पूरी आजादी है। हाँ, अब जज के नाते उन्हें अपनी अभिव्यक्ति पर संयम रखना होगा। सरकार का डर स्वाभाविक है लेकिन उनकी नियुक्ति के पहले उन्हें चेतावनी दी जा सकती है।

उनकी नियुक्ति के विरोध से सरकार अपनी ही छवि खराब कर रही है। क्या इसका संदेश यह नहीं निकल रहा है कि सरकार सभी पदों पर ‘जी हुजूरों’ को चाहती है? दूसरे जज पर यह आपत्ति है कि वह समलैंगिक है और उसका सहवासी एक स्विस नागरिक है। समलैंगिकता न्याय-प्रक्रिया में बाधक कैसे है, यह कोई बताए? दुनिया के कई राजा-महाराजा और प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति समलैंगिक रहे हैं। जहां तक उस जज के सहवासी का विदेशी होना है, कौन नहीं जानता कि भारत के एक प्रधानमंत्री, एक राष्ट्रपति, एक विदेश मंत्री और कई अन्य अत्यंत महत्वपूर्ण लोगों की पत्नियां या पति विदेशी रहे हैं। यह तो मैं अपनी व्यक्तिगत जानकारी के आधार पर कह रहा हूं लेकिन यदि हम खोजने चलें तो ऐसे सैकड़ों मामले सामने आ सकते हैं। यह ठीक है कि ऐसा होना कोई आदर्श स्थिति नहीं है लेकिन आज की दुनिया इतनी छोटी हो चुकी है कि इस तरह के मामले बढ़ते ही चले जाएंगे। भारतीय मूल के लोग आजकल दुनिया के लगभग दर्जन भर देशों में उनके सर्वोच्च पदों पर प्रतिष्ठित हैं या नहीं? बेहतर तो यही होगा कि चयन-मंडल (कालेजियम) का स्वरूप ही बदला जाए और अगर यह फिलहाल नहीं बदलता है तो सरकार और सर्वोच्च न्यायालय में चल रही मुठभेड़ तुरंत रूके। वरना, दोनों की सही कार्रवाइयों को भी जनता मुठभेड़ का चश्मा चढ़ाकर देखेगी।

Filed Under: Articles

Reader Interactions

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Primary Sidebar

PHOTOS

Photos

VIDEOS

https://www.youtube.com/watch?v=QfEMmGaadao

Samvad

  • Join Dr. Vaidik's Community
  • Facebook
  • Twitter

RECENT

अमेरिका की हिंसामुक्ति कैसे हो?

अमेरिका की हिंसामुक्ति कैसे हो?

January 23, 2023 By Dr. Vaidik Leave a Comment

अमेरिका दुनिया का सबसे संपन्न और शक्तिशाली देश है लेकिन यह भी सच है कि वह सबसे बड़ा हिंसक देश भी है। … [Read More...] about अमेरिका की हिंसामुक्ति कैसे हो?

क्या प्रधानमंत्री ऐसे भी होते हैं?

क्या प्रधानमंत्री ऐसे भी होते हैं?

January 22, 2023 By Dr. Vaidik Leave a Comment

भारत और पाकिस्तान के लोग ऐसे कई प्रधानमंत्रियों को जानते हैं, जो अपनी कुर्सी पर बने रहने के लिए … [Read More...] about क्या प्रधानमंत्री ऐसे भी होते हैं?

शरीफः प्रधानमंत्री या प्रधानभिक्षु?

शरीफः प्रधानमंत्री या प्रधानभिक्षु?

January 21, 2023 By Dr. Vaidik Leave a Comment

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ आजकल प्रधानमंत्री कम, प्रधानभिक्षु बनकर देश-विदेश के चक्कर लगा … [Read More...] about शरीफः प्रधानमंत्री या प्रधानभिक्षु?

सीमांतः भाजपा का चुनावी डंका

सीमांतः भाजपा का चुनावी डंका

January 19, 2023 By Dr. Vaidik Leave a Comment

2023 में भारत के जिन नौ राज्यों में चुनाव होने हैं, उनका डंका बज गया है। उत्तर-पूर्व के तीन राज्यों- … [Read More...] about सीमांतः भाजपा का चुनावी डंका

भाजपा की एतिहासिक भूमिका

भाजपा की एतिहासिक भूमिका

January 18, 2023 By Dr. Vaidik Leave a Comment

इस बार भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की जो बैठक हुई है, उसकी भूमिका एतिहासिक हो सकती है, बशर्ते कि … [Read More...] about भाजपा की एतिहासिक भूमिका

Footer

डाॅ. वेदप्रताप वैदिक

पत्रकारिता, राजनीतिक चिंतन, अंतरराष्ट्रीय राजनीति, हिंदी के लिए अपूर्व संघर्ष, विश्व यायावरी, प्रभावशाली वक्तृत्व, संगठन-कौशल आदि अनेक क्षेत्रों में एक साथ मूर्धन्यता प्रदर्षित करने वाले अद्वितीय व्यक्त्तिव के धनी डाॅ. वेदप्रताप वैदिक का जन्म 30 दिसंबर 1944 को पौष की पूर्णिमा पर इंदौर में हुआ।

READ MORE ABOUT DR. VAIDIK

RECENT POSTS

  • अमेरिका की हिंसामुक्ति कैसे हो? January 23, 2023
  • क्या प्रधानमंत्री ऐसे भी होते हैं? January 22, 2023
  • शरीफः प्रधानमंत्री या प्रधानभिक्षु? January 21, 2023
  • अदालत और सरकार की मुठभेड़ January 20, 2023
  • सीमांतः भाजपा का चुनावी डंका January 19, 2023

SEARCH

Address: 242, Sector 55, Gurgaon, Haryana - 122011

Phone: (0091) 0124-405-7295 / (0091) 9891711947

dr.vaidik@gmail.com

Copyright © 2017: drvaidik.in · Design + Code by Websolvant - Delhi Web Company · Powered by 4to40.com