भारत में जातीय आरक्षण अफीम की गोली बन चुका है। हर राजनीतिक दल चाहता है कि वह जातीय आधार पर थोक वोट सेंत-मेत में कबाड़ ले। इस समय दो प्रदेशों में जातीय आरक्षण को लेकर काफी दंगल मचा हुआ है। एक है, छत्तीसगढ़ और दूसरा है- उत्तरप्रदेश! पहले में कांग्रेस की सरकार है और दूसरे में भाजपा की सरकार। लेकिन दोनों तुली हुई हैं कि 50 प्रतिशत की संवैधानिक सीमा को तोड़कर आरक्षण को 76 प्रतिशत और … [Read more...] about आरक्षण बन गया अफीम की गोली
नेपाल की नई सरकार: भारत की सतर्कता जरुरी
दैनिक भास्कर, 28 दिसंबर 2022: नेपाल की राजनीति ने जैसा पल्टा खाया है, उसके बारे में लोग दूर-दूर तक कल्पना भी नहीं कर सकते थे। नई सरकार को जिस समय शपथ लेनी थी, उसके कुछ घंटों पहले ही सारी बाजी उलट गई। शेर बहादुर देउबा ने प्रधानमंत्री की शपथ लेनी थी लेकिन उनकी जगह पुष्पकमल दहल 'प्रचंड' अचानक प्रधानमंत्री बन गए। देउबा की नेपाली कांग्रेस को संसदीय चुनाव में सबसे ज्यादा सीटें मिली … [Read more...] about नेपाल की नई सरकार: भारत की सतर्कता जरुरी
राहुल गांधी की तुलना राम से?
कांग्रेस के नेता सलमान खुर्शीद के बयान पर आजकल काफी लत्तम-धत्तम चल रही है। उन्होंने कह दिया कि जहाँ राम नहीं पहुँच सकते, वहाँ उनकी खड़ाऊ पहुंच जाएगी याने राहुल गांधी जहाँ-जहाँ नहीं पहुंच पाएंगे, वहाँ-वहाँ उनकी खड़ाऊ पहुंचाने की कोशिश की जाएगी। यह तो सबको पता है कि उन्होंने राहुल को राम नहीं कहा है। मैंने उनके वाक्यों को पढ़कर नहीं, सुनकर यह लिखा है लेकिन कुछ भाजपा नेताओं ने … [Read more...] about राहुल गांधी की तुलना राम से?
काबुल में तालिबान का अतिवाद
पिछले साल काबुल में तालिबान की सरकार कायम हुई तो मुझे आशा थी कि पिछली तालिबानी सरकार की तुलना में यह सरकार अधिक उदार और समझदार होगी। काबुल और दोहा के कई तालिबानी नेताओं से मेरा संपर्क भी हुआ। पुराने तालिबान भी इस बार काफी संयत लगे। नए तालिबान नेता, जो विदेशों में पले-बढ़े हैं, उनकी पृष्ठभूमि देखते हुए लगता था कि वे अपने बुर्जुगों की गल्तियों से कुछ सीखेंगे। इसी आशा में भारत … [Read more...] about काबुल में तालिबान का अतिवाद
भुट्टो और राहुल ज़रा संभलकर बोलें
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो और कांग्रेस के मालिक राहुल गांधी के बयानों पर भारत में तीखी प्रतिक्रियाएं हो रही हैं। पता नहीं, इन दोनों पार्टी-मालिकों के बयानों पर भाजपाइयों को इतने नाराज होेने की जरुरत क्या है? जहां तक बिलावल का सवाल है, वह जब छोटा बच्चा था तो अपनी मां बेनज़ीर के साथ मुझसे मिलने अक्सर दुबई में आया करता था। अब वह अचानक पार्टी का मुखिया और विदेश मंत्री … [Read more...] about भुट्टो और राहुल ज़रा संभलकर बोलें
अमेरिका में बज रहा भारत का डंका
भारतीय मूल के लगभग दो करोड़ लोग इस समय विदेशों में फैले हुए हैं। लगभग दर्जन भर देश ऐसे हैं, जिनके राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री वगैरह भारतीय मूल के हैं। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक तो इसके नवीनतम उदाहरण हैं। भारतीय लोग जिस देश में भी जाकर बसे हैं, वे उस देश के हर क्षेत्र में सर्वोच्च स्थानों तक पहुंच गए हैं। इस समय दुनिया की सबसे बड़ी महाशक्ति और … [Read more...] about अमेरिका में बज रहा भारत का डंका
तीनों पार्टियाँ गदगद: तीनों को सबक !
गुजरात, दिल्ली और हिमाचल के चुनाव परिणामों का सबक क्या है? दिल्ली और हिमाचल में भाजपा हार रही है और गुजरात में उसकी एतिहासिक विजय हुई है। हमारी इस चुनाव-चर्चा के केंद्र में तीन पार्टियाँ हैं- भाजपा, कांग्रेस और आप! इन तीनों पार्टियों के हाथ एक-एक प्रांत लग गया है। दिल्ली का चुनाव तो स्थानीय था लेकिन इसका महत्व प्रांतीय ही है। दिल्ली का यह स्थानीय चुनाव प्रांतीय आईने से कम नहीं … [Read more...] about तीनों पार्टियाँ गदगद: तीनों को सबक !
काबुलः भारत नई पहल करे
पिछले साल काबुल पर तालिबान का कब्जा होते ही भारत सरकार बिल्कुल हतप्रभ हो गई थी। उसे समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करे? हमारे विदेश मंत्री ने कहा था कि हम बैठे हैं और देख रहे हैं। उसी समय मैंने तालिबान के कब्जे के एक-दो दिन पहले ही लिखा था कि भारत सरकार को अत्यंत सतर्क रहने की जरुरत है लेकिन मुझे खुशी है कि हमारे कुछ अनुभवी अफसरों की पहल पर भारत सरकार ने ठीक रास्ता पकड़ लिया। … [Read more...] about काबुलः भारत नई पहल करे
नेपाल में नई सरकार
नेपाल में हुए आम चुनावों में जिन सत्तारुढ़ पार्टियां ने पहले से गठबंधन सरकार बनाई हुई थीं, वे फिर से जीत गई हैं। उन्हें 165 में से 90 सीटें मिल गई हैं। अब नेपाली कांग्रेस के नेता शेर बहादुर देउबा फिर प्रधानमंत्री बन जाएंगे। हालांकि उनकी पार्टी को 57 सीटें मिली हैं और प्रंचड की कम्युनिस्ट पार्टी को सिर्फ 18 सीटें मिली हैं लेकिन जहां तक वोटों का सवाल है, प्रचंड की पार्टी को … [Read more...] about नेपाल में नई सरकार
डाॅक्टरी को ठगी का धंधा न बनाएँ
कर्नाटक और गुजरात के मेडिकल काॅलेजों ने गज़ब कर दिया है। उन्होंने अपने छात्रों की फीस बढ़ाकर लगभग दो लाख रु. प्रति मास कर दी है। याने हर छात्र और छात्रा को डाॅक्टर बनने के लिए लगभग 25 लाख रु. हर साल जमा करवाने पड़ेंगे। यदि डाॅक्टरी की पढ़ाई पांच साल की है तो उन्हें सवा करोड़ रु. भरने पड़ेंगे। आप ही बताइए कि देश में कितने लोग ऐसे हैं, जो सवा करोड़ रु. खर्च कर सकते हैं? लेकिन चाहे जो … [Read more...] about डाॅक्टरी को ठगी का धंधा न बनाएँ