Dainik Bhaskar, 16 Dec 2009 : भारत में गरीब होने का अर्थ जैसा है, वैसा शायद दुनिया में कहीं नही है| भारत में जिसकी आय 20 रू. से कम है, सिर्फ वही गरीब है| बाकी सब ? यदि सरकार और हमारे अर्थशास्त्रियों की मानें तो बाकी सब अमीर हैं| 25 रू. रोज़ से 25 लाख रू. रोज तक कमानेवाले सभी एक श्रेणी में हैं| इससे बड़ा मज़ाक क्या हो सकता है ? ये लोग गरीबी की रेखा के उपर हैं| जो नीचे हैं, उनकी … [Read more...] about एक और हजार का फर्क
Archives for 2009
रूस की सर्दियों में भारत का बसंत
Dainik Bhaskar, 11 Dec 2009 : प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहनसिंह की मास्को-यात्रा की तुलना यदि उनकी वाशिंगटन-यात्रा से और ओबामा की पेइचिंग-यात्रा से कीजाए तो माना जाएगा कि यह मास्को-यात्रा अधिक सगुण और अधिक सार्थक रही है| इस मास्को-यात्र का कोई खास शोर-शराबा नहीं था, जैसा कि उल्लिखत दोनों यात्रओं का था लेकिन इस यात्रा में से जैसे समझौते और दिशा-निर्देश निकले हैं, वे … [Read more...] about रूस की सर्दियों में भारत का बसंत
रूस की सर्दियों में भारत का बसंत
Dainik Bhaskar, 11 Dec 2009 : प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहनसिंह की मास्को-यात्रा की तुलना यदि उनकी वाशिंगटन-यात्रा से और ओबामा की पेइचिंग-यात्रा से कीजाए तो माना जाएगा कि यह मास्को-यात्रा अधिक सगुण और अधिक सार्थक रही है| इस मास्को-यात्र का कोई खास शोर-शराबा नहीं था, जैसा कि उल्लिखत दोनों यात्रओं का था लेकिन इस यात्रा में से जैसे समझौते और दिशा-निर्देश निकले हैं, वे … [Read more...] about रूस की सर्दियों में भारत का बसंत
सिर्फ फौज की वापसी ही समाधान नहीं
दैनिक हिंदुस्तान, 04 दिसंबर 2009। ओबामा की नई अफगान-नीति में नया क्या है? उसमें ऐसा क्या है, जिसके कारण उसे बुश से अलग कहा जा सके? सिर्फ एक बात अलग है। वह यह कि अब से 18 माह बाद अफगानिस्तान से अमेरिकी फौजों की वापसी शुरू हो जाएगी। वापसी की बात कभी बुश के दिमाग में आईही नहीं। शायद इतनी दूर की बात सोचने की क्षमता बुश में थी ही नहीं। ओबामा बधाई के पात्र हैं कि उन्होंने यह घोषणा … [Read more...] about सिर्फ फौज की वापसी ही समाधान नहीं
सिर्फ फौज की वापसी ही समाधान नहीं
Dainik Hindustan, 04 Dec 2009 : ओबामा की नई अफगान-नीति में नया क्या है? उसमें ऐसा क्या है, जिसके कारण उसे बुश से अलग कहा जा सके? सिर्फ एक बात अलग है। वह यह कि अब से 18 माह बाद अफगानिस्तान से अमेरिकी फौजों कीवापसी शुरू हो जाएगी। वापसी की बात कभी बुश के दिमाग में आईही नहीं। शायद इतनी दूर की बात सोचने की क्षमता बुश में थी ही नहीं। ओबामा बधाई के पात्र हैं कि उन्होंने यह घोषणा की। … [Read more...] about सिर्फ फौज की वापसी ही समाधान नहीं
राव और बाबरी का सच
Dainik Hindustan, 1 Dec 2009 : जस्टिस लिब्रहान ने जिन एक हजार पन्नों पर अपनी रपट लिखी है, वे बर्बाद हो गए। उन्हीं एक हजार पन्नों पर यदि छोटे बच्चों को क ख ग पढ़ाया जाता तो उनका कुछ बेहतर इस्तेमाल होता। यह कैसी रपट है कि बाबरी मस्जिद तोड़नेवाले एक भी कारसेवक पर वह उंगली नहीं रख सकी। वह उस साजिष का पर्दाफाष भी नहीं कर सकी, जिसके तहत मस्जिद गिराई गई लेकिन इस रपट के बहाने देष में … [Read more...] about राव और बाबरी का सच
राव और बाबरी का सच
Dainik Hindustan, 1 Dec 2009 : जस्टिस लिब्रहान ने जिन एक हजार पन्नों पर अपनी रपट लिखी है, वे बर्बाद हो गए। उन्हीं एक हजार पन्नों पर यदि छोटे बच्चों को क ख ग पढ़ाया जाता तो उनका कुछ बेहतर इस्तेमाल होता। यह कैसी रपट है कि बाबरी मस्जिद तोड़नेवाले एक भी कारसेवक पर वह उंगली नहीं रख सकी। वह उस साजिष का पर्दाफाष भी नहीं कर सकी, जिसके तहत मस्जिद गिराई गई लेकिन इस रपट के बहाने देष में … [Read more...] about राव और बाबरी का सच
चीन अमेरिका की मजबूरी पर भारत जरूरी
Dainik Hindustan, 27 Nov 2009 : प्रधानमंत्री डॉ़ मनमोहन सिंह की वाशिंगटन यात्रा के दौरान भारत-अमेरिका परमाणु करार को लागू करने की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई, लेकिन क्या सिर्फ इसीलिए उनकी इस यात्रा को मात्र औपचारिकता मान लिया जाए? क्या यह मान लिया जाए कि ओबामा ने भारत के उन घावों पर सिर्फ मरहम लगाने का काम किया, जो अचानक ही पिछले हफ्ते उनकी चीन यात्रा के दौरान उभर आए थे? जहां तक … [Read more...] about चीन अमेरिका की मजबूरी पर भारत जरूरी
धरती मां अंतरिक्ष पिता!
Dainik Bhaskar, 18 Nov 2009 : अंतरिक्ष को लेकर आजकल सारी दुनिया में गहन विचार-विमर्श चल रहा है। वॉशिंगटन, डीसी में अमेरिका के अत्यंत प्रसिद्ध ‘थिंक टैंक’, सेंटर फॉर स्ट्रेटजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज ने यहां विश्व सम्मेलन का आयोजन किया है, जिसमें चीन समेत अनेक राष्ट्रों के अंतरिक्ष विज्ञान के धुरंधर भाग ले रहे हैं। जब मुझे इस सम्मेलन के उद्घाटन सत्र के मुख्य भाषण के लिए आमंत्रित … [Read more...] about धरती मां अंतरिक्ष पिता!
ओबामा के अमेरिका का आंखों देखा हाल
Dainik Bhaskar, 16 Nov 2009 : पिछले दो साल में मेरी यह चौथी अमेरिका यात्रा है। इस यात्रा में अमेरिका का जोहालदेख रहा हूं, उसे देखकर दुख होता है। मुझे लगता था कि बराक ओबामा के राष्ट्रपति बन जाने पर अमेरिका के दिन फिरेंगे। बुश की गल्तियां सुधारी जाएंगी, आम आदमी की जिंदगी बेहतर हो जाएगी, इराक और अफगानिस्तान से अमेरिकाको निकल भागने का रास्ता मिल जाएगा और लुढ़कता हुआ डॉलर जल्दी ही … [Read more...] about ओबामा के अमेरिका का आंखों देखा हाल