राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर्वोच्च अधिकारियों की जो बैठक इस समय ग्वालियर में चल रही है, वह पिछले पांच वर्षों की बैठकों में सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह चुनाव का मौसम है। यह भाजपा के जीवन-मरण का सवाल है। इसमें शक नहीं कि भाजपा को जिता लाने में संघ अपनी पूरी ताकत लगा देगा। संघ-जैसा सशक्त संगठन भाजपा के पास है, वैसा हिंदुस्तान के किसी भी दल के पास नहीं है। यह तो ठीक है लेकिन … [Read more...] about संघ करें सामाजिक चिंता, न चुनाव चिंता
Archives for March 2019
कश्मीरी के नहीं, आतंकी के खिलाफ
मुझे खुशी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिन देर से ही सही, आखिर मुंह तो खोला। उन्होंने मेवे बेचने वाले दो कश्मीरी लड़कों से लखनऊ में हुए दुर्व्यवहार के खिलाफ जोरदार अपील की है। यदि ऐसी ही अपील देश की जनता के नाम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुखिया मोहन भागवत भी करें तो उसका असर कहीं ज्यादा और जल्दी होगा। पुलवामा-कांड के बाद सिर्फ जम्मू में ही नहीं, देश के कई गांवों और … [Read more...] about कश्मीरी के नहीं, आतंकी के खिलाफ
राम मंदिरः विचित्र मध्यस्थता
राम मंदिर और बाबरी मस्जिद विवाद अदालत से नहीं, मध्यस्थता से हल हो, हमारे सर्वोच्च न्यायालय की इस पहल का मैंने हार्दिक स्वागत किया था, क्योंकि 1990-92 में यह विवाद मध्यस्थता के चलते ही हल होने के कगार पर था। लेकिन आज यह सुनकर कि वे तीन मध्यस्थ खुद सर्वोच्च न्यायालय ने नियुक्त कर दिए हैं और उन्हें दो महिने की मोहलत दे दी है तो मैं थोड़ा परेशान हो गया। बेचारे मध्यस्थों की इज्जत … [Read more...] about राम मंदिरः विचित्र मध्यस्थता
बोफोर्स से बदतर रफाल
रफाल-सौदे ने हमारी सरकार को अब काफी मुसीबत में फंसा दिया है। यह तो बोफोर्स से भी ज्यादा खतरनाक रुप ले सकता है। राजीव गांधी बोफोर्स के मामले को अंत तक छिपाते चले गए, क्योंकि उसके ज्यादातर दलाल विदेशी थे लेकिन रफाल-सौदा इसलिए भयंकर सिद्ध हो रहा है कि इसमें 30 हजार करोड़ रु. खाने वाले एक भारतीय दलाल का नाम जमकर उछल रहा है। पिछले पांच-छह सप्ताह में अंग्रेजी अखबार ‘हिंदू’ ने जिन … [Read more...] about बोफोर्स से बदतर रफाल
इमरान खान चमत्कार क्यों न करें?
पाकिस्तान सरकार की इस घोषणा का कि वह मसूद अजहर के बेटे और भाई को नजरबंद कर रही है और हाफिज सईद के संगठनों पर फिर से प्रतिबंध लगा रही है, स्वागत किया जाना चाहिए लेकिन मैं जानना चाहता हूं कि इन टोटकों से आतंकवाद खत्म कैसे होगा? 2014 में जब पेशावर के सैनिक स्कूल के डेढ़ सौ बच्चों को आतंकियों ने मार डाला था तब क्या नवाज शरीफ सरकार इसी तरह की घोषणाएं नहीं करती रही थी? उस समय मैं … [Read more...] about इमरान खान चमत्कार क्यों न करें?
गुमराह पत्रकार नसीहत लें
पिछले हफ्ते की भारत-पाक मुठभेड़ से हमारे पत्रकार बंधुओं की बड़ी नसीहत लेने की जरुरत है। खास तौर से हमारे वायु-सेना प्रमुख एयर मार्शल बी.एस. धनोआ के बयान के बाद ! धनोआ ने कोयम्बतूर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि 26 फरवरी को पाकिस्तान में घुसकर जब हमारे जहाजों ने बालाकोट पर बम बरसाए तो ‘‘हमें पता नहीं कि कितने लोग मारे गए। हमारा काम निशाने को ठोक देना है, लाशें गिनना नहीं … [Read more...] about गुमराह पत्रकार नसीहत लें
भारत-पाकः भ्रम दूर करें
पिछले हफ्ते हुए भारत-पाक मुठभेड़ ने दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की छवि को अपने-अपने लोगों के बीच चमका दिया है। नरेंद्र मोदी की भारत में और इमरान खान की पाकिस्तान में वाहवाही हो रही है। इमरान की तारीफ दुनिया भर में भी हो रही है। उनकी भलमनसाहत और उदारता के चर्चे चीनी, अमेरिकी और यूरोपीय मीडिया में भी जमकर हो रहे हैं। मोदी के बारे में अब यह माना जा रहा है कि वे खाली-पीली बोम … [Read more...] about भारत-पाकः भ्रम दूर करें
अयोध्या-विवाद बातचीत से हल करें
पूरा पिछला हफ्ता भारत-पाक मुठभेड़ में निकल गया। इस बीच हमारे सर्वोच्च न्यायालय ने तीन बड़े फैसले किए, जिनकी खबरें तो छपीं लेकिन उन पर खास ध्यान नहीं दिया गया। ये तीन फैसले क्या थे? पहला, राम मंदिर और बाबरी मस्जिद का! दूसरा, जंगलों की जमीन से खदेड़े जाने वाले निवासियों का और तीसरा, अरावली के जंगलों को खत्म नहीं होने देने का। इन आखिरी दो फैसलों के कारण काफी मुसीबतों से लाखों लोगों … [Read more...] about अयोध्या-विवाद बातचीत से हल करें
इस्लामी जगत में भारत का डंका
भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज 'इस्लामी सहयोग संगठन' के 50 वें महाधिवेशन में विशेष अतिथि के तौर पर शामिल हुईं और उन्होंने वहां प्रभावशाली भाषण दिया। यह हमारी कूटनीतिक विजय है। पुलवामा—कांड और पाकिस्तान के आतंकवादी अड्डों पर हमारे हमलों के बाद भी इस्लामी संगठन ने सुषमा की शिरकत को रद्द नहीं किया, यह अपने आप में भारत की उपलब्धि है। इस उपलब्धि में चार चांद और लग गए, जब … [Read more...] about इस्लामी जगत में भारत का डंका
अभिनंदन की वापसी के अर्थ
हमारे विंग कमांडर अभिनंदन का सकुशल भारत लौटना अपने आप में अनुपम घटना है। यों तो जिनीवा अभिसमय के मुताबिक सारी दुनिया में यह परंपरा चली आ रही है कि जब एक देश के फौजी दूसरे देश में पकड़े जाते हैं तो उनकी देखभाल वह दुश्मन देश करता है और उन्हें वह सुरक्षित अपने देश में लौटा देता है लेकिन भारत और पाकिस्तान के रिश्ते कुछ ऐसे रहे हैं कि युद्धबंदियों को वहां बेहद ज्यादा तकलीफ दी जाती है … [Read more...] about अभिनंदन की वापसी के अर्थ