पहले डोनाल्ड ट्रंप और अब नरेंद्र मोदी यूरोप में हैं। ट्रंप और मोदी में कई समानताएं हैं लेकिन मुझे विश्वास है कि यूरोप में मोदी की भूमिका ट्रंप के मुकाबले बेहतर होगी। ट्रंप ने नाटो देशों को अपने भाषणों में हड़का दिया है। उन्होंने नाटो देशों से साफ-साफ कह दिया है कि अमेरिका आपकी सुरक्षा का बोझ कब तक ढोता रहेगा ? आप अपने सकल उत्पाद का दो प्रतिशत भी खर्च नहीं करते, अपनी सुरक्षा पर … [Read more...] about यूरोप में ट्रंप और मोदी
Archives for May 2017
ये हुई न, मन की बात !
इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो ‘मन की बात’ कही, वह मुझे थोड़ी काम की बात लगी। उसमें एक नहीं, काम की कई बातें थीं। सबसे बड़ी बात तो यह कि उनके तीन साल के कार्य की समालोचना का उन्होंने स्वागत किया। इस स्वागत में लोकतांत्रिकता की झलक मिलती है। अगर वे इसका स्वागत न करें तो भी उनकी सराहना और आलोचना तो हो ही रही है। सारे अखबारों और टीवी चैनलों पर बोलने वाले सभी लोगों के मुंह पर … [Read more...] about ये हुई न, मन की बात !
अंग्रेजी की पढ़ाईः बच्चों की तबाही
अंग्रेजी की अनिवार्य पढ़ाई हमारे बच्चों को कैसे तबाह कर रही है, उसके दो उदाहरण अभी-अभी हमारे सामने आए हैं। पहला तो हमने अभी एक फिल्म देखी, ‘हिंदी मीडियम’ और दूसरा इंडियन एक्सप्रेस में आज दिव्या गोयल का एक लेख पढ़ा, जिसका शीर्षक था, ‘इंगलिश विंगलिश’ ! ‘हिंदी मीडियम’ नामक इस फिल्म में एक ऐसा बुनियादी विषय उठाया गया है, जिस पर हमारे फिल्मवालों का ध्यान ही नहीं जाता। इस फिल्म में … [Read more...] about अंग्रेजी की पढ़ाईः बच्चों की तबाही
मोदी अभी भी आशा की किरण हैं
नरेंद्र मोदी सरकार के तीन साल पूरे हुए ! याने इस सरकार का आज जन्म-दिन है। किसी के भी जन्म-दिन के अवसर पर उसके दोषों का दर्शन किया जाता है या उसे बधाइयां दी जाती हैं ? तो हमारी भी बधाई ! आप ने तीन साल काट दिए और एक भी घोटाला सामने नहीं आया, यही सबसे बड़ी उपलब्धि है। पिछली कांग्रेसी सरकार तो घोटालों की सरकार ही थी। स्वयं प्रधानमंत्री बेदाग रहे हों लेकिन उनकी नाक के नीचे … [Read more...] about मोदी अभी भी आशा की किरण हैं
यह नेताओं के बस की बात नहीं
मुजफ्फरनगर और सहारनपुर में पहले हिंदू-मुसलमानों के बीच मारकाट मची और अब राजपूतों और दलितों के बीच मच रही है। तीन नौजवानों की हत्या हो गई और कई अभी अस्पताल में पड़े हैं। पहले मुख्यमंत्री अखिलेश को दोषी ठहराया जा रहा था और अब योगी आदित्यनाथ को ठहराया जा रहा है। विपक्षी दलों का धर्म यही बन गया है कि सत्ता पक्ष की सदा ही टांग खींची जाए। अभी भी योगी के खिलाफ सभी विपक्षी दल टूट पड़े … [Read more...] about यह नेताओं के बस की बात नहीं
बार-बार यह कैसी सर्जिकल स्ट्राइक?
हाल में हमारे टीवी चैनलों और अखबारों में एक खबर सबसे ज्यादा छाई रही। वह थी, हमारी फौज द्वारा दुबारा की गई ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की ! यह ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ इसीलिए की गई कि 1 मई को हमारे दो जवानों के सिर काट दिए गए थे और उनके शवों को क्षत-विक्षत कर दिया गया था। नियंत्रण रेखा पर हुई इस घटना का बदला लेने के लिए भारतीय फौज ने 9 मई को पाकिस्तान की कुछ चौकियां उड़ा दी। और अब 14 दिन बाद … [Read more...] about बार-बार यह कैसी सर्जिकल स्ट्राइक?
मेजर गोगोई को बधाई
अप्रैल में हुए कश्मीरी उपचुनाव के दौरान पत्थरफेंकू नौजवानों को काबू करने वाले मेजर लीतुल गोगोई को फौज ने सम्मानित किया है। देर आयद्, दुरुस्त आयद! जिस दिन इस घटना की खबरें देश में लहरें उठा रही थीं, उसी दिन मैंने किसी टीवी चैनल और अपने लेख में कहा था कि उस फौजी को सम्मानित किया जाना चाहिए। गोगोई को सम्मानित करने की बजाय उसके खिलाफ जांच बिठा दी गई थी। यह बिल्कुल गलत काम था लेकिन … [Read more...] about मेजर गोगोई को बधाई
रियाद में ट्रंप का शीर्षासन
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी कमाल के आदमी हैं। उन्होंने सिद्ध कर दिया है कि वे शीर्षासन कला के आचार्य हैं। उन्होंने राष्ट्रपति का चुनाव जीता तो इसी मुद्दे पर कि उन्होंने इस्लाम और आतंकवाद को एक ही सिक्के के दो पहलू बता दिए थे। उस समय उन्होंने अपनी छवि ऐसी चमकाई कि वे इस्लामी आतंकवाद के विरुद्ध तलवार भांजते हुए धर्मयोद्धा की तरह दिखते रहे। अमेरिका के ईसाई और हिंदू वोटरों … [Read more...] about रियाद में ट्रंप का शीर्षासन
रुहानी की जीत सुहानी
ईरान के राष्ट्रपति के चुनाव में हसन रुहानी की जीत बहुत सुहानी है, क्योंकि पिछले कुछ दिनों से यह छवि पेश की जा रही थी कि रुहानी हार जाएंगे। बहुत-से अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों को भी लग रहा था कि इस बार रुहानी हार जाएंगे, क्योंकि ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली खामेनई उनसे नाराज हैं और उन्होने अपने एक परम भक्त इब्राहिम रईसी को उनके खिलाफ खड़ा कर दिया है। लोग यह मानकर चल रहे थे … [Read more...] about रुहानी की जीत सुहानी
हिरणों को गधा क्यों बनाएं ?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुर्सी संभालते ही कई ऐसे कामों की झड़ी लगा दी है, जिससे सारे देश में उनकी वाहवाही हो रही है। वे टीवी चैनलों और अखबारों में छाए रहे। इतने ज्यादा छाए रहे कि उन्हें देखकर हमारे प्रचारप्रेमी प्रधानमंत्री भी बेचैन हो जाते होंगे। इसका अर्थ यह बिल्कुल नहीं कि योगी और मोदी के बीच आत्म-प्रचार की प्रतिस्पर्धा छिड़ गई है। योगी तो योगी हैं। … [Read more...] about हिरणों को गधा क्यों बनाएं ?