अनिल दवे के निधन की खबर ज्यों ही कल सुबह किसी भाजपा नेता ने मुझे फोन पर दी, मैं सन्न रह गया। इधर अनिलजी का स्वास्थ्य ढीला ही रहता था लेकिन वे इतनी जल्दी हम लोगों के बीच से चले जाएंगे, इसकी कभी कल्पना भी नहीं थी। अनिल से मेरा परिचय उस समय का है, जब वे इंदौर में पढ़ते थे। जब भी मैं गर्मियों की छुट्टियों में इंदौर जाता था, अनिल दवे और उनके कई साथी अक्सर घर पर मिलने आ जाया करते … [Read more...] about अनिल दवे का असमय जाना
Archives for May 2017
पाकिस्तान अब क्या करेगा ?
कुलभूषण जाधव के मामले में हेग के अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने अंतरिम फैसला यह दिया है कि अगस्त के महिने तक पाकिस्तान उसे सजा न दे। अदालत के अंतिम फैसले का वह इंतजार करे। अब प्रश्न यह है कि पाकिस्तान क्या करेगा ? पाकिस्तान के पास इसके अलावा कोई चारा नहीं है कि वह जाधव को अगस्त तक फांसी पर न चढ़ाए। इसका कारण स्वयं पाकिस्तान ही है। यदि पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय अदालत का फैसला नहीं … [Read more...] about पाकिस्तान अब क्या करेगा ?
राज्यपाल पर कागज के गोले
उत्तरप्रदेश विधानसभा में कल जो कुछ हुआ, उसे टीवी चैनलों और अखबारों के मुखपृष्ठों ने करोड़ों लोगों को दिखाया। ऐसा मजेदार और अहिंसक दृश्य अब से पहले किसी विधानसभा या अपनी संसद में भी कभी देखने को नहीं मिला। राज्यपाल राम नाइक अपना औपचारिक भाषण पढ़ रहे हैं और उन पर समाजवादी पार्टी के विधायक कागज के गोले बना-बनाकर फेंक रहे हैं। कागज के गोलों से कहीं राज्यपालजी को चोट नहीं लग जाए, … [Read more...] about राज्यपाल पर कागज के गोले
भारत-चीनः हम राष्ट्रवादी या धृतराष्ट्रवादी?
चीन में ‘वन बेल्ट वन रोड’ (ओबोर) सम्मेलन शुरु हो गया है। भारत उसमें भाग नहीं ले रहा है। मैं चाहता था कि भारत उसमें भाग ले और अपना पक्ष डटकर रखे। भारत को मनाने-पटाने की बजाय चीन की गुस्ताखी देखिए कि उसके सरकारी अखबार ‘ग्लोबल टाइम्स’ में भारत के विरुद्ध बहुत ही गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी निकली है। उसमें कहा गया है कि यदि अब भारत ‘ओबोर’ में शामिल होगा तो उसे बहुत छोटी भूमिका मिल … [Read more...] about भारत-चीनः हम राष्ट्रवादी या धृतराष्ट्रवादी?
फिर निर्भयाः कानून बने तो ऐसा!
आज सुबह जैसे ही मैंने अखबार खोले, मेरा खून खौल उठा। फिर निर्भया ! अभी एक हफ्ता ही हुआ है, निर्भया के बलात्कारियों को मृत्युदंड की घोषणा को और रोहतक के इन नर-पशुओं की इतनी हिम्मत पड़ गई ! क्यों पड़ गई, इतनी हिम्मत इनकी ? क्या इसलिए नहीं कि सर्वोच्च न्यायालय की उस सजा का उन पर या किसी भी दरिंदे पर कोई असर नहीं हुआ ? निर्भया के बलात्कार और हत्या ने सारे देश को हिला दिया था लेकिन … [Read more...] about फिर निर्भयाः कानून बने तो ऐसा!
चीनः भारत कोप-भवन में क्यों बैठे?
बुद्ध जयंती के अवसर पर नरेंद्र मोदी ने श्रीलंका जाकर ठीक किया। लंकाई सिंहलों के दिल के तार छुए और तमिलों के बीच सभा करके उन्होंने जातीय एकता के मिशन को आगे बढ़ाया लेकिन 14-15 मई को वे चीन के ‘वन बेल्ट वन रोड’ सम्मेलन में नहीं जा रहे हैं। न कोई मंत्री जा रहा है और न ही कोई अफसर जबकि दुनिया के लगभग दो दर्जन राष्ट्राध्यक्ष और लगभग 50 राष्ट्रों के प्रतिनिधि उसमें भाग ले रहे हैं। चीन … [Read more...] about चीनः भारत कोप-भवन में क्यों बैठे?
धर्मग्रंथ बड़ा है कि राष्ट्रग्रंथ ?
तीन तलाक के बारे में हमारे सर्वोच्च न्यायालय ने अभी जो शुरुआती विचार रखा है, उसी पर देश के विचारकों को खुली बहस चलाने की जरुरत है। अदालत ने कहा है कि वह सिर्फ तीन तलाक के मुद्दे पर विचार करेगी और यह देखेगी कि कुरान में उसका समर्थन है क्या? यदि कुरान तीन तलाक को ठीक मानती है और यदि मुसलमानों का यह धार्मिक मौलिक अधिकार है तो उसमें वह हस्तक्षेप नहीं करेगी। यहां बड़ा सवाल यह है कि … [Read more...] about धर्मग्रंथ बड़ा है कि राष्ट्रग्रंथ ?
जाधव: सांप मरे, लाठी न टूटे
कुलभूषण जाधव के मामले को हेग के अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में ले जाने का कांग्रेस विरोध कर रही है। उसका कहना है कि आज आप जाधव का मामला हेग ले गए हैं, कल पाकिस्तान कश्मीर का मामला हेग ले जाएगा। तब आप क्या करेंगे? कांग्रेस का यह तर्क बिल्कुल बोदा है। जाधव और कश्मीर के मामलों में जमीन-आसमान का फर्क है। जाधव के मामले में मूल प्रश्न यह है कि पाकिस्तान, 'जिनीवा अभिसमय' का पालन करे, … [Read more...] about जाधव: सांप मरे, लाठी न टूटे
यह न्यायिक आपातकाल क्यों?
कलकत्ता हाईकोर्ट के जज सी.एस. कर्णन को छह माह की सजा देकर भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने विश्व-रेकार्ड कायम कर दिया है। इसके पहले जस्टिस कर्णन ने सर्वोच्च न्यायालय के आठ जजों को पांच-पांच साल की सजा और जुर्माना भी कर दिया था। वह उससे भी बड़ा रेकार्ड था। सर्वोच्च न्यायालय ने कर्णन की दीमागी जांच के भी आदेश दे दिए थे। कर्णन की गिरफ्तारी तो हो ही जाएगी लेकिन मेरी समझ में नहीं आता … [Read more...] about यह न्यायिक आपातकाल क्यों?
जाधव: सांप मरे, लाठी न टूटे
कुलभूषण जाधव के मामले को हेग के अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में ले जाने का कांग्रेस विरोध कर रही है। उसका कहना है कि आज आप जाधव का मामला हेग ले गए हैं, कल पाकिस्तान कश्मीर का मामला हेग ले जाएगा। तब आप क्या करेंगे? कांग्रेस का यह तर्क बिल्कुल बोदा है। जाधव और कश्मीर के मामलों में जमीन-आसमान का फर्क है। जाधव के मामले में मूल प्रश्न यह है कि पाकिस्तान, ‘जिनीवा अभिसमय’ का पालन करे, … [Read more...] about जाधव: सांप मरे, लाठी न टूटे