नेपाल में एकीकृत माओवादी-लेनिनवादी पार्टी और प्रचंड की माओवादी पार्टी ने मिलकर चुनाव में पूर्ण विजय प्राप्त कर ली है। उन्हें स्पष्ट बहुमत ही नहीं, प्रचंड बहुमत मिल रहा है। यों तो अस्पष्ट बहुमत तथा कुछ अन्य कारणों के कारण नेपाल में पिछले 10-11 साल में दस सरकारें बदल गईं याने एक साल में एक सरकार आखिर क्या चमत्कार कर सकती थी। इस बीच भयंकर भूकंप ने हजारों लोगों को मौत के घाट उतार … [Read more...] about अब नेपाल खुद एक चुनौती है
Archives for December 2017
पाक बना मोदी की गाय
गुजरात के चुनावों में आज पाकिस्तान सबसे बड़ा मुद्दा बन गया है। नरेंद्र मोदी पूछ रहे हैं कि कांग्रेसी नेता मणिशंकर अय्यर के घर पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद कसूरी और पाकिस्तानी उच्चायुक्त की गुप्त बैठक डाॅ. मनमोहनसिंह और हामिद अंसारी के साथ क्यों हुई ? क्या पाकिस्तान गुजरात में मोदी को हराने की कोशिश कर रहा है ? पाकिस्तान के किसी अफसर ने ऐसा बयान क्यों दिया कि गुजरात का … [Read more...] about पाक बना मोदी की गाय
मुसलमानों के लिए खुश-खबर
दुनिया के मुसलमानों के लिए इससे बड़ी खुश-खबर कौनसी हो सकती है ? मेरे ख्याल में ऐसी उम्दा खबर उन्होंने कई सदियों बाद सुनी होगी। सउदी अरब तो इस्लाम का गढ़ है। इस्लाम की जन्मभूमि है। अब सउदी अरब ही कट्टरपंथी इस्लाम को तिलांजलि देने के लिए तत्पर हो गया है। सउदी अरब के 32 वर्षीय युवराज मोहम्मद बिन सलमान ने इस इंकलाबी परिवर्तन का बीड़ा उठाया है। वे स्वभाव से ही क्रांतिकारी हैं। उन्होंने … [Read more...] about मुसलमानों के लिए खुश-खबर
मोदी और अय्यर: दोनों ही सोचें
कांग्रेसी नेता मणिशंकर अय्यर को उनकी बदजुबानी की सजा मिल चुकी है। कांग्रेस ने उनकी भर्त्सना की है और उन्हें मुअत्तिल कर दिया है। यह मामला यहीं खत्म हो जाना चाहिए था। इसका जितना फायदा नरेंद्र मोदी उठा सकते थे, वह उन्होंने उठा लिया है लेकिन यह हमारी राजनीति की विडंबना है कि जिन लोगों को जनता अपना नेता मानती है, वे सब बेलगाम होते जा रहे हैं। नरेंद्र मोदी ने अय्यर को मुगलिया कह … [Read more...] about मोदी और अय्यर: दोनों ही सोचें
जुमलेबाजी में फंस गए ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब एक ऐसा कदम उठा लिया है, जैसा कदम उनके पहले तक कोई राष्ट्रपति नहीं उठा सका। उन्होंने येरुशलम को इस्राइल की राजधानी घोषित कर दिया है। अब अमेरिका दूतावास वहीं खुलेगा। स्वयं इस्राइल ने 1980 में अपनी राजधानी येरुशलम को घोषित कर दिया था। दर्जनों राष्ट्रों ने अपने दूतावास तेल अवीव में ही खोल रखे हैं। येरुशलम कोई नहीं गया, क्योंकि वह झगड़े की जड़ … [Read more...] about जुमलेबाजी में फंस गए ट्रंप
अयोध्याः अभी मौका है
राम मंदिर और बाबरी मस्जिद के मामले को सर्वोच्च न्यायालय ने अब दो महिने आगे खिसका दिया है। दो महिने बाद भी कितने महिनों तक इस पर बहस चलेगी और इसका फैसला आने में कितने साल लगेंगे, किसी को कुछ पता नहीं। सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील का कहना है कि इसका फैसला 2019 के संसदीय चुनाव के बाद किया जाए तो बेहतर होगा। विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध इस मामले के हजारों दस्तावेजों को हिंदी और … [Read more...] about अयोध्याः अभी मौका है
सभी पार्टियां राहुलमय
कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर राहुल गांधी की ताजपोशी पर बयानबाजी जोरों पर है। इसे कोई मुगलिया ताजपोशी कह रहा है तो कोई वंशवाद की राजनीति ! अचरज़ की बात यही है कि राहुल गांधी निर्विरोध ही कांग्रेस के अध्यक्ष बनने जा रहे हैं। एक भी कांग्रेसी ने राहुल के विरुद्ध उम्मीदवार बनने की हिम्मत नहीं की। उन्हें पार्टी-लोकतंत्र का कम से कम ढोंग तो कर देना था। मुझे अभी भी याद है कि जब सोनिया … [Read more...] about सभी पार्टियां राहुलमय
चाबहारः समृद्धि का सिंहद्वार
ईरान के चाबहार बंदरगाह का खुल जाना मेरी राय में इतनी बड़ी घटना है कि उसमें भारत, ईरान और अफगानिस्तान- इन तीनों राष्ट्रों के राष्ट्रपतियों को उपस्थित रहना चाहिए था। अच्छा हुआ कि रुस से लौटते हुए हमारी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज उदघाटन के एक दिन पहले तेहरान में रुकीं। उद्घाटन के दिन 27 देशों के प्रतिनिधि ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी के साथ चाबहार पर उपस्थित थे। चाबहार उक्त तीनों … [Read more...] about चाबहारः समृद्धि का सिंहद्वार
पाकिस्तान में फिर फौज का दबदबा
दैनिक भास्कर, 2 दिसंबर 2017: मजहब के नाम पर बना पाकिस्तान आज भी यह सिद्ध कर रहा है कि वहां सबसे बड़ी कोई ताकत है तो वह मजहब ही है। मजहबी ताकतों के आगे पाकिस्तान की फौज और सरकार को हाल ही में घुटने टेकने पड़े। जिस मजहबी संगठन की सभी मांगों के आगे मत्था टेकना पड़ा, वह जमाते-इस्लामी या जमीयते-इस्लामी की तरह कोई पुराना और बड़ा संगठन नहीं है बल्कि एकदम नया संगठन है। इस संगठन का नाम … [Read more...] about पाकिस्तान में फिर फौज का दबदबा
विदेश नीति में फिर गच्चा
विदेश नीति के मामले में हम कैसे गच्चा खा रहे हैं, यह मालदीव के बाद अब रोहिंग्या-संकट सिद्ध कर रहा है। म्यांमार (बर्मा) के पूर्वी प्रांत राखीन में लगभग दस लाख रोहिंग्या मुसलमान बरसों से रह रहे हैं। वे बांग्लादेशी हैं। अगस्त में कुछ रोहिंग्या आतंकवादियों ने बर्मी फौज और पुलिस पर हमला बोल दिया। कई लोग हताहत हुए। बर्मी फौज और जनता ने रोहिंग्या मुसलमानों के साथ बदला लिया। इतना क्रूर … [Read more...] about विदेश नीति में फिर गच्चा