नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल का यह शपथ-समारोह अपने आप में एतिहासिक है, क्योंकि यह ऐसा पहला गैर-कांग्रेसी मंत्रिमंडल है, जो अपने पहले पांच साल पूरे करके दूसरे पांच साल पूरे करने की शपथ ले रहा है। पिछले शपथ-समारोह से यह इस अर्थ में भी थोड़ा भिन्न है कि इसमें दक्षेस (सार्क) की बजाय ‘बिम्सटेक’ सदस्य-राष्ट्रों के प्रतिनिधि आए हैं। इसके कारण हमारे तीन पड़ौसी देशों की उपेक्षा हो गई। मालदीव, … [Read more...] about इस मंत्रिमंडल के अर्थ
Archives for May 2019
यह राहुल है या रणछोड़दास ?
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अजीब-सी नौटंकी में फसे हुए हैं। यदि उन्हें अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना ही है तो फिर वे मान-मनौव्वल के दौर में क्यों फंसे हैं? चार-छह दिन ऐसी खबरें छपती रहें कि वे किसी की भी नहीं सुन रहे हैं और फिर अचानक खबर छपे कि वे अध्यक्ष पद पर बने रहने के आग्रह को मान गए हैं, तो राहुल की कितनी मजाक बनेगी। जिन प्रदेशाध्यक्षों ने हार के बाद इस्तीफे दिए हैं, वे … [Read more...] about यह राहुल है या रणछोड़दास ?
शपथः मोदी यह मौका न चूकें
नरेंद्र मोदी सरकार का दूसरा शपथ समारोह पहले से भी अधिक भव्य होना चाहिए। 2014 में चुनाव अभियान के दौरान मैंने दक्षेस (सार्क) देशों को जोड़ने पर विशेष जोर दिया था। तालकटोरा स्टेडियम में बाबा रामदेव द्वारा आयोजित उस सभा में खुद नरेंद्र मोदी भी उपस्थित थे। मैं तो दक्षेस से भी बड़े आर्यावर्त्त को जोड़ने पर बरसों से काम कर रहा हूं। पिछले पचास साल से इन देशों में जाता रहा हूं और इनकी आम … [Read more...] about शपथः मोदी यह मौका न चूकें
मोदी के नए अवतार से शुरु राजनीति में नया दौर
दैनिक भास्कर, 29 मई 2019: नरेंद्र मोदी भारत के ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं, जो गैर-कांग्रेसी हैं, लेकिन जिन्हें लगातार दो पूरी अवधियां मिली हैं। ऐसी दो पूर्ण अवधियां अटलजी को भी नहीं मिलीं। अब मोदी इस अर्थ में जवाहरलाल नेहरु, इंदिरा गांधी और मनमोहनसिंह की श्रेणी में आ गए। यह ठीक है कि जवाहरलाल नेहरु, इंदिरा और राजीव गांधी को जितनी सीटें संसद में मिलीं, उतनी मोदी को नहीं मिलीं … [Read more...] about मोदी के नए अवतार से शुरु राजनीति में नया दौर
शपथ में इमरान को बुलाएं या नहीं ?
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनकी विजय पर बधाई देते हुए दोनों देशों के बीच बातचीत शुरु करने की पेशकश की है। भारत की तरफ से कहा गया कि बातचीत और आतंक साथ-साथ नहीं चल सकते। इसका मतलब क्या हुआ ? शायद यही कि 30 मई को होनेवाले शपथ-समारोह में इमरान को नहीं बुलाया जाएगा? यदि इमरान को नहीं बुलाएं और सभी पड़ौसी देशों के नेताओं को बुलाएं तो क्या … [Read more...] about शपथ में इमरान को बुलाएं या नहीं ?
मोदी का नया अवतार
कई वर्षों बाद मैं कल टीवी चैनलों को दो-ढाई घंटे तक देखता रहा। संसद के सेंट्रल हाल में चल रहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण सुन रहा था। मैंने नेहरु से लेकर अब तक के सभी प्रधानमंत्रियों के भाषण सुने हैं लेकिन मैं कह सकता हूं कि मोदी का यह भाषण अभूतपूर्व था। ऐसा लग रहा था मानो मोदी का नया अवतार हुआ है। उस बीच कांग्रेस, भाजपा और समाजवादी नेताओं तथा कुछ पत्रकार मित्रों के फोन … [Read more...] about मोदी का नया अवतार
राहुल गांधी अब क्या-क्या करें ?
राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे या न दें, यह प्रश्न मुझसे कई टीवी चैनलों ने कांग्रेस-कार्यसमिति की बैठक के पहले पूछा तो मैंने कहा कि अगर वह दें तो भी कांग्रेस उसे स्वीकार नहीं करेगी। अब यही हुआ। कांग्रेस अब एक लोकतांत्रिक पार्टी नहीं, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बन चुकी है। यदि राहुल का इस्तीफा हो ही जाता तो बताइए कि क्या यह कंपनी विधवा नहीं हो जाती? इसका बोझ कौन … [Read more...] about राहुल गांधी अब क्या-क्या करें ?
अब विरोधी दल क्या करें ?
इस चुनाव के परिणाम आने के बाद देश के विरोधी दलों की हवा निकली हुई-सी क्यों लग रही है ? चुनाव के पहले वे एकजुट न हो सके तो चुनाव के बाद क्या वे एकजुट हो सकेंगे ? उन्हें हताशा और निराशा के गर्त्त में गिरने से बचना चाहिए। यदि वे भारतीय लोकतंत्र से सचमुच प्यार करते हैं तो उन्हें कमर कसकर फिर खड़े होना चाहिए। इस समय सारे विरोधी सांसदों की संख्या 200 के आस-पास है। सत्तारुढ़ भाजपा … [Read more...] about अब विरोधी दल क्या करें ?
मोदी अब वाकई बनें प्रधानमंत्री
मुझसे देश-विदेश के टीवी चैनलों और विपक्षी नेताओं ने आज पूछा कि मोदी की इस प्रचंड विजय का रहस्य क्या है ? आप उसकी व्याख्या कैसे करते हैं? मेरा पहला उत्तर तो यह है कि भारत का विपक्ष बिना दूल्हे की बारात था। इस बारात के दर्जनों बरातियों को एक दुल्हन एक साथ वरमाला कैसे पहना सकती थी?भाजपा की बारात में सिर्फ एक दुल्हा था, नरेंद्र मोदी। जनता ने उसे माला पहना दी। भारत मूर्तिपूजकों का … [Read more...] about मोदी अब वाकई बनें प्रधानमंत्री
डांवाडोल विपक्ष
भारत के विपक्षी दलों की दुर्दशा देखने लायक है। चुनाव के पहले वे कोई संयुक्त मोर्चा खड़ा नहीं कर सके और चुनाव के बाद चार दिन निकल गए लेकिन अभी तक वे हवा में लट्ठ घुमा रहे हैं। वे भाजपा की तथाकथित ज़्यादतियों के खिलाफ एक होकर राष्ट्रपति और चुनाव आयोग के दरवाजे तो खटखटा सकते हैं लेकिन विपक्ष का कोई गठबंधन नहीं बना सकते। भारत के विपक्षियों के पास न तो कोई वैकल्पिक नेता है और न नीति … [Read more...] about डांवाडोल विपक्ष