एग्जिट पोल तो अंदाजी घोड़े होते हैं, यह जानते हुए भी हमारे नेता इन पर किस कदर पगलाए हुए हैं। अलग-अलग पार्टियों के प्रवक्ता टीवी चैनलों पर उन्हें सही या गलत ठहराने पर तुले हुए हैं। विरोधी दल अब चुनाव आयोग पर हमला बोल रहे हैं। वे मतदान-मशीनों पर भी सवाल उठा रहे हैं। यहां तक कि हमारे महान भारत रत्न प्रणब मुखर्जी भी उनके बारे में बोल पड़े हैं। याने इसका अर्थ यह हुआ कि विरोधी दल यह … [Read more...] about एग्जिट पोल पर पगलाएं क्यों ?
Archives for May 2019
एक्जिट पोलः अंदाजी घोड़े
एक्जिट पोल की खबरों ने विपक्षी दलों का दिल बैठा दिया है। एकाध को छोड़कर सभी कह रहे हैं कि दुबारा मोदी सरकार बनेगी। विपक्षी नेता अब या तो मौनी बाबा बन गए हैं या हकला रहे हैं। उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि वे अगले तीन-चार दिन कैसे काटें। लेकिन भाजपा गदगद है। यदि एक्जिट पोल की भविष्यवाणियां सत्य सिद्ध हो गईं तो जैसा कि मैंने कल कहा था, भारत में एक मजबूत और स्थिर सरकार अगले पांच … [Read more...] about एक्जिट पोलः अंदाजी घोड़े
अब कमान राष्ट्रपति के हाथों
यदि इस 2019 के चुनाव में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिल जाए और एक स्थिर सरकार बन जाए तो भारतीय लोकतंत्र के लिए इससे बढ़िया बात तो कोई हो ही नहीं सकती। वह सरकार पिछले पांच साल की सरकार से बेहतर होगी, ऐसी आशा हम सभी कर सकते हैं। एक तो वह अपनी भयंकर भूलों से सबक लेगी। दूसरे, इस बार विपक्ष जरा मजबूत होगा। वह भी कान खींचने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। इस दूसरी अवधि में प्रचार मंत्रीजी … [Read more...] about अब कमान राष्ट्रपति के हाथों
मोदी की एतिहासिक पत्रकार-परिषद्
नरेंद्र मोदी भारत के ऐसे पहले और एकमात्र प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने अपने पूरे कार्यकाल में एक भी प्रेस-कॉन्फ्रेंस नहीं की। उम्मीद बंधी थी कि अपने प्रधानमंत्री की अवधि के अंतिम दौर में वे कम से कम एक बार तो पत्रकारों से मुखातिब होंगे, पत्रकार-परिषद करेंगे। जब भाजपा अध्यक्ष ने भाजपा कार्यालय में पत्रकार परिषद बुलाई तो दिल्ली के पत्रकारों के बीच यह खबर आग की तरह फैल गई कि … [Read more...] about मोदी की एतिहासिक पत्रकार-परिषद्
प्रज्ञा अपनी उम्मीदवारी वापिस ले
भोपाल से भाजपा की लोकसभा उम्मीदवार प्रज्ञा ठाकुर ने भाजपा को गहरा नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने महाराष्ट्र के स्वर्गीय पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे के विरुद्ध बयान देकर महाराष्ट्र में भाजपा को चोट पहुंचाई है। बाबरी मस्जिद गिराने में अपनी भूमिका का जिक्र करके उन्होंने हिंदू संतों की छवि मलिन की है और अब नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताकर उन्होंने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को … [Read more...] about प्रज्ञा अपनी उम्मीदवारी वापिस ले
ममता का इतना निर्मम होना
दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का 17 वां संसदीय चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से हो रहा था लेकिन प. बंगाल में जो दंगल आजकल देख रहे हैं, वह किसी कलंक के काले टीके से कम नहीं है। पहले तो ईश्वरचंद्र विद्यासागर की प्रतिमा का तोड़ा जाना और फिर सड़कों पर हिंसा होना बंगाली संस्कृति की उच्चता पर प्रश्न-चिन्ह लगा देता है। विद्यासागरजी की प्रतिमा को उनके द्वारा 1872 में स्थापित कालेज के अंदर घुसकर … [Read more...] about ममता का इतना निर्मम होना
चुनाव के बाद केंद्र में कैसी सरकार बनेगी ?
इस 17 वें आम चुनाव के बाद किसकी सरकार बनेगी, उसका स्वरुप क्या होगा और देश की राजनीति की दिशा क्या होगी, ये सवाल लोगों के दिमाग में अभी से उठने लगे हैं। मतदान का सातवां दौर 19 मई को खत्म होगा लेकिन विभिन्न पार्टियों के नेताओं ने जोड़-तोड़ की राजनीति अभी से शुरु कर दी है। यह तो सभी को पता है कि 2019 का वक्त 2014 की तरह नहीं है। इस बार न तो कोई लहर है, न कोई नारा है। मतदाताओं को … [Read more...] about चुनाव के बाद केंद्र में कैसी सरकार बनेगी ?
नया इंडिया : पत्रकारिता का सूर्य
आज ‘नया इंडिया’ की 10वीं वर्षगांठ है। हिंदी पत्रकारिता के पिछले 200 साल के इतिहास में ऐसे कितने दैनिक पत्र निकले हैं, जिनकी तुलना ‘नया इंडिया’ से की जा सकती है? अंग्रेजों के काल में, कुछ पत्र ऐसे जरूर निकले हैं, जिन्होंने अपनी लौह-लेखनी से अंग्रेजों के कान उमेठे थे लेकिन उन्हें या तो अंग्रेजों ने जब्त कर लिया या उसके संपादकों को गिरफ्तार कर लिया। आजाद भारत में भी कुछ ऐसे … [Read more...] about नया इंडिया : पत्रकारिता का सूर्य
अंग्रेजी का रसूख कायम
भारत में अंग्रेजी निर्विवाद रूप से प्रभुत्व वर्ग की भाषा है। वैसे देश में अंग्रेजी बोलने वालों की आनुपातिक संख्या सिकुड़ रही है। 2011 के जनगणना के ताजा सामने आए आंकड़ों के अनुसार देश में 2,56,000 लोगों की मातृभाषा अंग्रेजी है। 8.3 करोड़ लोगों के लिए यह दूसरी जानने वाली भाषा है। 4.6 करोड़ लोगों के लिए यह तीसरी भाषा है। इस तरह देश में अंग्रेजी हिंदी के बाद बोली जाने वाली दूसरी … [Read more...] about अंग्रेजी का रसूख कायम
गोडसेः कमल हासन को माफ करें
फिल्म-अभिनेता से नेता बने कमल हासन ने बर्र के छत्ते में हाथ डाल दिया है। उन्होंने कह दिया कि नाथूराम गोड़से भारत का पहला आतंकवादी था, जिसने महात्मा गांधी की हत्या की थी। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कह दिया कि वह 'हिंदू' था। याने वह पहला ‘हिंदू आतंकवादी’ था। उनके कहे का ऐसा अर्थ इसलिए लगाया जा रहा है कि यह भाषण उन्होंने तमिलनाडु की एक मुस्लिमबहुल बस्ती में दिया था। कुछ अखबारों … [Read more...] about गोडसेः कमल हासन को माफ करें