एक तरफ तालिबान को पटाने के लिए अमेरिका इमरान खान को फुसलाने की कोशिश कर रहा है और दूसरी तरफ तालिबान ने अफगानिस्तान में उप-राष्ट्रपति के उम्मीदवार अमरुल्लाह सालेह पर हमला बोल दिया है। सालेह राष्ट्रपति हामिद करजई के दौर में अफगानिस्तान के गुप्तचर विभाग के मुखिया थे। यह अच्छा हुआ कि उनकी जान बच गई। वे घायल हुए और उनके 20 साथी मारे गए। यहां प्रश्न यही है कि सालेह पर हुए हमले का … [Read more...] about काबुल में अराजकता
Archives for July 2019
भीड़ की हिंसाः सरकारें ज़रा जागें
भीड़ की हिंसा को लेकर इधर भारत के बुद्धिजीवी और कलाकार दो खेमों में बंट गए हैं। एक खेमा सारा दोष सरकार के मत्थे मढ़ रहा है और दूसरा खेमा सरकार को निर्दोष सिद्ध करते हुए दिखाई पड़ रहा है। मैं समझता हूं कि यह मामला इतना गंभीर है कि इस पर दो खेमे होना ही नहीं चाहिए। देश के सभी बुद्धिजीवियों और कलाकारों को एक स्वर में भीड़ की हिंसा की निंदा करनी चाहिए और उसको रोकने के लिए सरकार और समाज … [Read more...] about भीड़ की हिंसाः सरकारें ज़रा जागें
कश्मीरः भारत-पाक अपना ढोंग खत्म करें
कश्मीर में 10 हजार नए पुलिसवालों की तैनाती से हड़कंप मचा हुआ है। कश्मीरी नेता और अलगाववादी लोग भी यह मान रहे हैं कि यह तैनाती इसलिए की जा रही है कि सरकार धारा 370 और 35 ए को खत्म करने वाली है। उन कश्मीरी नेताओं का कहना है कि यदि ऐसा हुआ तो कश्मीर में उथल-पुथल मच जाएगी। जो नेता कश्मीर को भारत का अटूट अंग मानते हैं, वे भी अलगाववादी बन सकते हैं। सरकार का कहना है कि उसने … [Read more...] about कश्मीरः भारत-पाक अपना ढोंग खत्म करें
कर्नाटक में सत्ता का खेल
कर्नाटक के भाजपा नेता बी.एस. येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री की शपथ तो ले ली लेकिन वे अपनी कुर्सी पर कितने दिन टिके रहेंगे? पहले भी वे तीन बार मुख्यमंत्री की शपथ ले चुके हैं लेकिन वे एक बार भी अपनी अवधि पूरी नहीं कर सके हैं। 2007 में वे सिर्फ 7 दिन, 2008 में सवा तीन साल और 2018 में सिर्फ 3 दिन मुख्यमंत्री रहे। वे भाजपा की मजबूरी हैं। वे 76 साल के हैं लेकिन न मोदी, न शाह की हिम्मत है … [Read more...] about कर्नाटक में सत्ता का खेल
कानून बनाने में जल्दबाजी क्यों ?
भाजपा सरकार बधाई की पात्र है कि उसने अंग्रेज के बनाए हुए घिसे-पिटे और बेकार कानूनों को रद्द करना शुरु कर दिया है। पिछले पांच वर्षों में भाजपा सरकार ने पिछले सौ-डेढ़ सौ साल पहले बने लगभग डेढ़ हजार कानूनों को रद्दी की टोकरी के हवाले कर दिया है। नई संसद के इस पहले सत्र में ऐसे 58 कानूनों को सुधारा गया है या रद्द किया गया है। अब राज्य सरकारें भी ऐसे लगभग 225 कानूनों के खिलाफ कार्रवाई … [Read more...] about कानून बनाने में जल्दबाजी क्यों ?
इमरान पर भरोसा क्यों न करें ?
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कमाल कर दिया। उन्होंने अमेरिका में अपने आतंकवादियों के बारे में ऐसी बात कह दी, जो आज तक किसी भी पाकिस्तानी नेता ने कहने की हिम्मत नहीं की। उन्होंने अमेरिका के एक ‘शांति संस्थान’ में भाषण देते हुए कह दिया कि पाकिस्तान में 30 हजार से 40 हजार तक सशस्त्र आतंकवादी सक्रिय हैं। उनकी सक्रियता को पिछली पाकिस्तानी सरकारें छिपाती रही हैं और उनके बारे … [Read more...] about इमरान पर भरोसा क्यों न करें ?
राजनीति तो वेश्या है: भर्तृहरि
हम समझ रहे हैं कि कर्नाटक के नाटक का समापन हो गया। विधानसभा में विश्वास का प्रस्ताव क्या गिरा और मुख्यमंत्री डी. कुमारस्वामी ने इस्तीफा क्या दिया, देश के लोगों ने चैन की सांस ले ली लेकिन पिछले 18 दिन से चल रहे इस नाटक का यह पटाक्षेप या अंत नहीं है, बल्कि उसकी यह शुरुआत है। यह किसको पता नहीं था कि कांग्रेस+जद (से) गठबंधन की यह सरकार गिरने वाली ही है। इसे बचाना पहले दिन से ही … [Read more...] about राजनीति तो वेश्या है: भर्तृहरि
कश्मीरः ट्रंप की मध्यस्थता ?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने मेहमान इमरान खान से कह दिया कि नरेंद्र मोदी ने पिछली मुलाकात में उनसे निवेदन किया था कि वे कश्मीर के मामले में मध्यस्थता करें। ट्रंप के इस बयान ने हमारे विदेश मंत्रालय में भूकंप ला दिया है। रात देर गए उसने ट्रंप के दावे का खंडन किया। अब कैसे मालूम करें कि कौन सही है? ट्रंप या हमारा विदेश मंत्रालय? जहां तक ट्रंप का सवाल है, उन्हें अमेरिकी … [Read more...] about कश्मीरः ट्रंप की मध्यस्थता ?
मिलावटियों को मौत की सजा दें
मैं आज इंदौर में हूं। यहां के अखबारों में एक खबर बड़े जोरों से छापी है कि भिंड-मुरैना में सिंथेटिक दूध के कई कारखानों पर छापे मारे गए हैं। राजस्थान और उप्र के पड़ौसी प्रांतों के सीमांतों पर भी नकली दूध की ये फेक्टरियां मजे से चल रही हैं। इस मिलावटी दूध के साथ-साथ घी, मक्खन, पनीर और मावे में भी मिलावट की जाती है। दिल्ली, अलवर तथा देश के कई अन्य शहरों से भी इस तरह की खबरें आती रही … [Read more...] about मिलावटियों को मौत की सजा दें
शीलाजी प्रधानमंत्री के लायक थीं
श्रीमती शीला दीक्षित बीमार थीं और काफी कमजोर हो गई थीं। लेकिन ऐसी संभावना नहीं थी कि वे अचानक हमारे बीच से महाप्रयाण कर जाएंगी। आज अखबारों और टीवी चैनलों ने जिस तरह की भाव-भीनी विदाई उन्हें दी है, बहुत कम नेताओं को दी जाती है। जब वे दिल्ली की पहली बार मुख्यमंत्री बनीं तब और अब भी जो नेता उनका डटकर विरोध करते रहे हैं, वे भी उन्हें भीगे हुए नेत्रों से अलविदा कह रहे हैं। सभी … [Read more...] about शीलाजी प्रधानमंत्री के लायक थीं