अब से 50-60 साल पहले तक लंदन की सड़कों पर कुछ भारतीय जरुर दिख जाते थे। न्यूयार्क, वाशिंगटन, पेरिस, बर्लिन, रोम, तोक्यो और पेइचिंग जैसे शहरों में उन दिनों कोई भारतीय दिख जाता था तो लगता था जैसे कि लॉटरी खुल गई है। लेकिन अब सारी दुनिया के देशों में लगभग दो करोड़ भारतीय फैल गए हैं। अपने लोगों को विदेशों में खो देने वाला दुनिया का सबसे बड़ा अभागा कोई देश है तो वह भारत ही है।भारत के जो … [Read more...] about ये भारत से क्यों भागते हैं ?
Archives for December 2020
किसान गुत्थीः कुछ सुझाव
सरकार और किसान नेताओं के बीच अब जो बातचीत होने वाली है, मुझे लगता है कि यह आखिरी बातचीत होगी। या तो सारा मामला हल हो जाएगा या फिर यह दोनों तरफ से तूल पकड़ेगा। धरना देने वाले पंजाब और हरियाणा के किसान काफी दमदार, मालदार और समझदार हैं और सरकार भी अपनी ओर से किसानों का गुस्सा मोल नहीं ले सकती है। 60-70 करोड़ लोगों को कुपित करने वाली सरकार को दो-चार अडानी-अंबानी नहीं बचा सकते। सरकार … [Read more...] about किसान गुत्थीः कुछ सुझाव
नेपालः भारत की बेबसी
नेपाल भारत का परम पड़ौसी है। वहां जबर्दस्त उठा-पटक चल रही है। प्रतिनिधि सभा (लोकसभा) भंग कर दी गई है। कम्युनिस्ट पार्टी के प्रचंड-खेमे और ओली खेमे में सत्ता की होड़ लगी हुई है लेकिन भारत ने चुप की दहाड़ लगा रखी है और चीन अपनी बीन बजाए चला जा रहा है। ऐसा नहीं है कि भारत हाथ पर हाथ धरे बैठा हुआ है। उसके सेनापति और विदेश सचिव अभी कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री के.पी. ओली से मिल आए थे। … [Read more...] about नेपालः भारत की बेबसी
यह लव के लिए जिहाद तो नहीं ?
अब मध्यप्रदेश ने भी उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड की तरह ‘लव जिहाद’ के खिलाफ जिहाद बोल दिया है। मप्र सरकार का यह कानून पिछले कानूनों के मुकाबले अधिक कठोर जरुर है लेकिन यह कानून उनसे बेहतर है। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान का यह कथन भी गौर करने लायक है कि यदि कोई स्वेच्छा से अपना धर्म-परिवर्तन करना चाहे तो करे लेकिन वह लालच, डर और धोखेबाजी के कारण वैसा करता है तो उसके खिलाफ सख्त … [Read more...] about यह लव के लिए जिहाद तो नहीं ?
ब्रिटेन का यूरोप से मुंह मोड़ना
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से ज्यादा खुश आज कौन होगा ? उन्होंने ब्रिटेन को यूरोपीय संघ से बाहर लाने में सफलता जो अर्जित कर ली है। इसी मुद्दे पर ब्रिटेन को दो प्रधानमंत्रियों, डेविड केमरुन और थेरेसा मे के इस्तीफे हो चुके हैं। 2016 में जब यूरोपीय संघ से अलग होने के मुद्दे पर ब्रिटेन में जनमत संग्रह हुआ था तो सिर्फ 52 प्रतिशत लोगों ने उसके पक्ष में वोट दिया था। खुद जॉनसन … [Read more...] about ब्रिटेन का यूरोप से मुंह मोड़ना
क्या भारत का लोकतंत्र फर्जी है?
भारत के किसानों ने विपक्षी दलों पर जबर्दस्त मेहरबानी कर दी है। छह साल हो गए और वे हवा में मुक्के चलाते रहे। अब किसानों की कृपा से उनके हाथ में एक बोथरा चाकू आ गया है, उसे वे जितना मोदी सरकार के खिलाफ चलाते हैं, वह उतना ही उनके खिलाफ चलता जाता है। अब विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी किसानों की बजाय भारत के राष्ट्रपति के पास पहुंच गए।कहते हैं कि … [Read more...] about क्या भारत का लोकतंत्र फर्जी है?
भारत के चार खास प्रधानमंत्री
मेरे दो बुजुर्ग घनिष्ट मित्रों की पुण्य-तिथि और जन्म-तिथि सिर्फ दो दिन के अंतर से पड़ रही है। नरसिंहरावजी ने 23 दिसंबर को महाप्रयाण किया और अटलबिहारी वाजपेयीजी का अवतरण 25 दिसंबर को हुआ। देश के चार प्रधानमंत्री– जवाहरलाल नेहरु, इंदिरा गांधी, नरसिंहराव और अटलबिहारी वाजपेयी– बेजोड़ रहे, विलक्षण रहे, उनकी भूमिका एतिहासिक रही। यदि लालबहादुरजी शास्त्री और चंद्रशेखरजी को भी पूरे पाँच … [Read more...] about भारत के चार खास प्रधानमंत्री
जम्मू-कश्मीर चुनाव का अर्थ
जम्मू-कश्मीर के जिला विकास परिषद के चुनाव-परिणामों का क्या अर्थ निकाला जाए? उसकी 280 सीटों में से गुपकार गठबंधन को 144 सीटें, भाजपा को 72, कांग्रेस को 26 और निर्दलीयों को बाकी सीटें मिली हैं। असली टक्कर गुपकार मोर्चे और भाजपा में है। दोनों दावा कर रहे हैं कि उनकी विजय हुई है। कांग्रेस ने अपने चिन्ह पर चुनाव लड़ा है लेकिन वह गुपकार के साथ है और निर्दलीयों का पता नहीं कि कौन किसके … [Read more...] about जम्मू-कश्मीर चुनाव का अर्थ
मोतीलाल वोराः बड़े आदमी
20 दिसंबर को कांग्रेस के नेता श्री मोतीलाल वोरा का 93 वाँ जन्म दिन था और 21 दिसंबर को उनका निधन हो गया। वे न तो कभी राष्ट्रपति बने और न ही प्रधानमंत्री लेकिन क्या बात है कि लगभग सभी राजनीतिक दलों ने उनके महाप्रयाण पर शोक व्यक्त किया? यह ठीक है कि वे देश या कांग्रेस के किसी बड़े (सर्वोच्च) पद पर कभी नहीं रहे लेकिन वे आदमी सचमुच बड़े थे। उनके- जैसे बड़े लोग आज की राजनीति में बहुत कम … [Read more...] about मोतीलाल वोराः बड़े आदमी
नेपाली संसद भंग क्यों हुई ?
नेपाल की संसद को प्रधानमंत्री खड्गप्रसाद ओली ने भंग करवा दिया है। अब वहां अप्रैल और मई में चुनाव होंगे। नेपाल के सर्वोच्च न्यायालय में कई याचिकाएं दायर हो गई हैं। उनमें कहा गया है कि नेपाल के संविधान में संसद को बीच में ही भंग करने का कोई प्रावधान नहीं है लेकिन मुझे नहीं लगता कि अदालत इस फैसले को उलटने का साहस करेगी। यह निर्णय ओली ने क्यों लिया ? इसीलिए कि सत्तारुढ़ नेपाली … [Read more...] about नेपाली संसद भंग क्यों हुई ?