भारत में शिक्षा और चिकित्सा पर सरकारों को जितना ध्यान देना चाहिए, उतना बिल्कुल नहीं दिया जाता। भारत के सरकारी अस्पतालों में न तो नेता लोग जाना चाहते हैं, न साधनसंपन्न लोग और न ही पढ़े-लिखे लोग। हमारे सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए जानेवा ले लोगों में मध्यम या निम्न मध्यम वर्ग या मेहनतकश या गरीब लोग ही ज्यादातर होते हैं। दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान इस मामले में … [Read more...] about इलाज़ में देरी क्यों?
Archives for December 2021
राज्यपाल आरिफ़ का अपूर्व पैंतरा
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने अपने राज्य के मुख्यमंत्री को एक ऐसी बात कह दी है, जो आज तक किसी राज्यपाल ने किसी मुख्यमंत्री को नहीं कही होगी। प्रायः हम राज्यपालों और मुख्यमंत्रियों के बीच चलते हुए कई अप्रिय विवादों के बारे में सुनते आए हैं लेकिन भारतीय राजनीति के इतिहास में यह पहली घटना है जबकि राज्यपाल अपने मुख्यमंत्री को अपना अधिकार सौंपने का आग्रह कर रहे हैं। आरिफ खान … [Read more...] about राज्यपाल आरिफ़ का अपूर्व पैंतरा
शादी की उम्रः विश्व-गुरु भारत
लड़कियों की शादी की उम्र को 18 साल से बढ़ाकर 21 साल कर दिया जाएगा। अब लड़कों के समान लड़कियों की शादी की उम्र 21 साल हो जाएगी। इस फैसले का कई लोग विरोध भी कर रहे हैं। उनका तर्क है कि यह फैसला भी कृषि-कानूनों की तरह मनमाना है। क्या सरकार ने इसके बारे में भारत की लड़कियों से भी पूछा है? किसी कांग्रेसी महिला नेता ने सवाल किया है कि जब आपने 18 साल की लड़कियों को वोट का अधिकार दिया है तो … [Read more...] about शादी की उम्रः विश्व-गुरु भारत
आरक्षण याने राजनीति का दीवाला
सर्वोच्च न्यायालय ने महाराष्ट्र सरकार की उस याचिका को रद्द कर दिया है, जिसमें यह मांग की गई थी कि केंद्र सरकार उसे पिछड़ी जातियों के आंकड़े उपलब्ध कराए ताकि वह अपने स्थानीय चुनावों में महाराष्ट्र के पिछड़ों को 27 प्रतिशत आरक्षण दे सके। केंद्र सरकार ने 2011 में जो व्यापक जन-गणना करवाई थी, उसमें नागरिकों की समााजिक-आर्थिक स्थिति पर भी आंकड़े इकट्ठे किए गए थे। न्यायाधीशों ने उस याचिका … [Read more...] about आरक्षण याने राजनीति का दीवाला
….ताकि खान-पान में धोखा न हो
दिल्ली उच्च न्यायालय के दो जजों विपिन सांघी और जसमीतसिंह ने खाने-पीने की चीजों के बारे में एक ऐसा फैसला दिया है, जिसका स्वागत सभी धर्मों के लोग करेंगे। उन्होंने कहा है कि खाने-पीने की जितनी चीजें बाजारों में बेची जाती हैं, उनके पूड़ों (पेकेट) पर लिखा होना चाहिए कि उन चीजों को बनाने में कौन-कौनसी शाकाहारी और मांसाहारी चीजों, मसालों या तरल पदार्थों का इस्तेमाल किया गया है ताकि लोग … [Read more...] about ….ताकि खान-पान में धोखा न हो
अमीरी और गरीबी की खाई
अब से लगभग 60 साल पहले जब मैं प्रसिद्ध फ्रांसीसी विचारक पियरे जोजफ प्रोधों को पढ़ रहा था तो उनके एक वाक्य ने मुझे चौंका दिया था। वह वाक्य था- ‘सारी संपत्ति चोरी का माल होती है।’ दूसरे शब्दों में सभी धनवान चोर-डकैत हैं। यह कैसे हो सकता है, ऐसा मैं सोचता था लेकिन अब जबकि दुनिया में मैं गरीबी और अमीर की खाई देखता हूं तो मुझे लगता है कि उस फ्रांसीसी अराजकतावादी विचारक की बात में कुछ … [Read more...] about अमीरी और गरीबी की खाई
इस्लामी देशों में बदलाव की हवा
इस्लामी जगत में आजकल इतना बदलाव आ रहा है, जिसकी कल्पना अब से दस-बीस साल पहले कोई कर भी नहीं सकता था। इस्लाम के गढ़ सउदी अरब ने तबलीगी जमात के खिलाफ आदेश जारी कर दिए हैं, इस्राइल के प्रधानमंत्री संयुक्त अरब अमीरात जा रहे हैं और पाकिस्तान में मांग उठ रही है कि तौहीन-ए-अल्लाह का कानून वापस लिया जाए। सउदी अरब के इस्लामी मामलों के मंत्री डा. अब्दुल लतीफ अल-शेख ने एक आदेश जारी किया है … [Read more...] about इस्लामी देशों में बदलाव की हवा
भारतीय विदेश नीति की अच्छी पहल
पड़ौसी देशों के बारे में इधर भारत ने काफी अच्छी पहल शुरु की हैं। अगस्त माह में अफगानिस्तान के बारे में हमारी नीति यह थी कि ‘लेटो रहो और देखते रहो’ लेकिन मुझे खुशी है कि अब भारत न केवल 50 हजार टन गेहूं काबुल भेज रहा है बल्कि डेढ़ टन दवाइयां भी भिजवा रहा है। यह सारा सामान 500 से ज्यादा ट्रकों में लदकर काबुल पहुंचेगा। सबसे ज्यादा अच्छा यह हुआ कि इन सारे ट्रकों को पाकिस्तान होकर जाने … [Read more...] about भारतीय विदेश नीति की अच्छी पहल
भारत कैसे बने सच्चा लोकतंत्र ?
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने विश्व लोकतंत्र सम्मेलन आयोजित किया। इस सम्मेलन में दुनिया के लगभग 100 देशों ने भाग लिया लेकिन इसमें रुस, चीन, तुर्की, पाकिस्तान और म्यांमार जैसे कई देश गैर-हाजिर थे। कुछ को अमेरिका ने निमंत्रित ही नहीं किया और पाकिस्तान उसमें जान-बूझकर शामिल नहीं हुआ, क्योंकि उसका जिगरी दोस्त चीन उसके बाहर था। लोकतंत्र पर कोई भी छोटा या बड़ा सम्मेलन हो, वह … [Read more...] about भारत कैसे बने सच्चा लोकतंत्र ?
किसानों की हित-रक्षा जरुरी
लगभग साल भर से चल रहा किसान आंदोलन अब स्थगित हो गया हैं, इस पर किसान तो खुश हैं ही, सरकार उनसे भी ज्यादा खुश है। सरकार को यह भनक लग गई थी कि यदि यह आंदोलन इसी तरह चलता रहा तो उत्तरप्रदेश, हरियाणा, पंजाब और उत्तराखंड के चुनावों में भाजपा को भारी धक्का लग सकता है। यदि उत्तर भारत के इन प्रांतीय चुनावों में भाजपा मात खा जाए तो सबको पता है कि दिल्ली में उसकी गद्दी भी हिल सकती है। … [Read more...] about किसानों की हित-रक्षा जरुरी