कल रात ही मैं दुबई पहुंचा और आज सुबह मैंने यह खुश खबर पढ़ी कि दुबई की कुल 160 सेवाओं में से भारत के लिए 100 सेवाओं के द्वार खोल दिए गए हैं। कुछ दिन पहले हमारे व्यापार मंत्री पीयूष गोयल संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) आए थे और उन्होंने यहां के नेताओं से बातचीत करके यह समझौता किया था। अब यहां भारतीय नर्सों, इंजीनियरों, सूचना-विशेषज्ञों आदि तरह-तरह के व्यावसायिक विशेषज्ञों को काम करने की … [Read more...] about भारत-दुबई घनिष्टता के नए आयाम
Archives for March 2022
पाकिस्तान किस गरीब की जोरु है?
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारतीय विदेश नीति की खुले-आम तारीफ करके अपना फायदा किया है या नुकसान, कुछ कहा नहीं जा सकता। इस वक्त पाकिस्तान की फौज और उनके गठबंधन के कुछ सांसद उनसे इतने नाराज़ हैं कि उनकी सरकार अधर में लटकी हुई है। यदि इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) के सम्मेलन में 50 देश भाग लेने के लिए इस्लामाबाद नहीं पहुंच रहे होते तो इमरान सरकार शायद अब तक गुड़क जाती। … [Read more...] about पाकिस्तान किस गरीब की जोरु है?
भारत-जापान सार्थक संवाद
जापान के नए प्रधानमंत्री फ्यूमियों किशिदा ने अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए भारत को चुना, यह अपने आप में महत्वपूर्ण है। भारत और जापान के बीच कुछ दिन पहले चौगुटे (क्वाड) की बैठक में ही संवाद हो चुका था लेकिन इस द्विपक्षीय भेंट का महत्व इसलिए भी था कि यूक्रेन-रूस युद्ध अभी तक चला हुआ है। दुनिया यह देख रही थी कि जो जापान दिल खोलकर भारत में पैसा बहा रहा है, कहीं वह यूक्रेन के सवाल … [Read more...] about भारत-जापान सार्थक संवाद
सिर्फ इस्लाम से घृणा क्यों ?
संयुक्त राष्ट्र संघ महासभा ने सर्वसम्मति से यह तय किया है कि हर साल 15 मार्च को सारी दुनिया में ‘‘इस्लामघृणा-विरोधी दिवस’ मनाया जाए याने इस्लामोफोबिया का विरोध किया जाए। दुनिया के कई देशों में इस्लाम के प्रति घृणा का भाव है। उनके मुसलमानों के साथ सिर्फ भेदभाव ही नहीं होता है बल्कि वे तरह-तरह के जुल्मों के शिकार भी होते हैं। चीन में लाखों उइगर मुसलमान यातना शिविरों में बंद हैं। … [Read more...] about सिर्फ इस्लाम से घृणा क्यों ?
कांग्रेस और जी-हुजूर—23
पांच राज्यों के चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक में वही हुआ, जो पहले भी हुआ करता था। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि यदि पार्टी कहे तो हम तीनों (माँ, बेटा और बेटी) इस्तीफा देने को तैयार हैं। पांच घंटे तक चली इस बैठक में एक भी कांग्रेसी की हिम्मत नहीं पड़ी कि वह नेतृत्व-परिवर्तन की बात खुलकर कहता। जो जी-23 समूह कहलाता है, जिस समूह ने कांग्रेस के … [Read more...] about कांग्रेस और जी-हुजूर—23
जिन्ना और आरएसएस?
मोहम्मद अली जिन्ना को पाकिस्तान का राष्ट्रपिता कहा जाता है, जैसे गांधी को भारत का राष्ट्रपिता माना जाता है लेकिन भारत के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नजर में जिन्ना से अधिक घृणित व्यक्ति कौन रहा है? जून 2005 में जब भाजपा के अध्यक्ष और पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी कराची स्थित जिन्ना की मजार पर गए तो भारत में इतना जबर्दस्त हंगामा हुआ कि उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। … [Read more...] about जिन्ना और आरएसएस?
अब खत्म हो यूक्रेन-संकट
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पूतिन के इस दावे का यूक्रेन ने खंडन कर दिया है कि रूस-यूक्रेन वार्ता में कुछ प्रगति हुई है। इधर तुर्की में रूस और यूक्रेन के विदेश मंत्रियों के बीच पिछले तीन दिनों से बराबर संवाद चल रहा है। जब यूक्रेन पर रूस का हमला शुरु हुआ था तो ऐसा लग रहा था कि दो-तीन दिन में ही झेलेंस्की-सरकार धराशायी हो जाएगी और यूक्रेन पर रूस का कब्जा हो जाएगा लेकिन दो हफ्तों … [Read more...] about अब खत्म हो यूक्रेन-संकट
विपक्ष कैसे बने दमदार?
इन पांच राज्यों के चुनाव में विपक्ष को इतनी तगड़ी मार लगी है कि कुछ दिनों तक उसके होश-हवाश गुम रहें तो कोई आश्चर्य नहीं है। आज के दिन विपक्ष के पास न तो ऐसी कोई पार्टी या गठबंधन है, जो भाजपा को अखिल भारतीय स्तर पर चुनौती दे सके। विपक्ष के पास कोई ऐसा नेता भी नहीं है, जो मोदी का मुकाबला कर सके। 2024 में मोदी और भाजपा का तिबारा लौटना साफ-साफ दिखाई पड़ रहा है बशर्ते कि वह आपात्काल … [Read more...] about विपक्ष कैसे बने दमदार?
भारत अगर चाहे तो हल हो सकता है यूक्रेन—संकट
दैनिक भास्कर, 09 मार्च 2022: मुझे खुशी है कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस और यूक्रेन के राष्ट्रपतियों— व्लादिमीर पूतिन और वेलोदीमीर झेलेंस्की से बात की और दोनों को संवाद के लिए प्रेरित किया। यही काम वे यदि एक डेढ़-माह पहले शुरु कर देते तो शायद यूक्रेनी-संकट टल जाता लेकिन यह देर आयद, दुरुस्त आयद है। अब वे पांच राज्यों के चुनावी झंझट से मुक्त हो चुके हैं। वे चाहें तो … [Read more...] about भारत अगर चाहे तो हल हो सकता है यूक्रेन—संकट
यूक्रेन—रूस: अब भी निकल सकती है समझौते की राह
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पूतिन ने पश्चिमी राष्ट्रों को खुली चेतावनी दे दी है कि वे यूक्रेन के मामले में टांग अड़ाने की कोशिश नहीं करें, वरना एक राज्य के तौर पर यूक्रेन का नामो-निशान भी मिट सकता है। उन्होंने इतनी सख्त प्रतिक्रिया यूक्रेन की इस मांग पर की है कि नाटो राष्ट्र उसके वायु-मार्गों को निषिद्ध घोषित करें याने रूस-जैसा कोई राष्ट्र यूक्रेन पर हवाई हमला न कर सके। पूतिन का … [Read more...] about यूक्रेन—रूस: अब भी निकल सकती है समझौते की राह