मुंबई (hindimedia.in) 10 जनवरी 2014: डॉ वेदप्रताप वैदिक पिछले कुछ समय से फिर से राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय भाषाओं के लिए संघर्ष के लिए की तैयारी कर रहे हैं। विशव हिंदी दिवस के अवसर पर मुम्बई में ‘उद्गम’ संस्था के कार्यक्रम में हिंदी-प्रेमियों व साहित्य-प्रेमियों के समूह को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि भारतीय भाषाओं के प्रयोग व प्रसार के लिए वे उत्तऱप्रदेश, मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों, केंद्रीय मंत्रियों व सत्यव्रत चतुर्वेदी जैसे हिंदी समर्थक सांसदों व नेताओं तथा शिवसेना के युवानेता आदित्य ठाकरे के संपर्क में भी हैं। उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली में बाबा रामदेव द्वारा आयोजित कार्यक्रम, जिसमें भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी उपस्थित थे उन्होंने भारतीय-भाषाओं के प्रयोग के मुद्दे को उठाया है। उन्होंने इस कार्य में जैन मुनि मा.विद्यासागरजी के महत्वपूर्ण योगदान व भूमिका की भी चर्चा की । उन्होंने कहा कि आन्दोलन के प्रथम चरण नें करोड़ों लोगों से अपने हस्ताक्षर मातृभाषा में करने का अनुरोध किया जाएगा और दुकानों व्यावसायित संस्थानों के बोर्ड आदि भारतीय भाषाओँ में लगाने का अनुरोध किया जाएगा।
इस अवसर पर हिंदी सम्मेलन, मुंबई के संस्थापर व संयोजक डॉ. एम. एल. गुप्ता ‘आदित्य’ ने विभिन्न उत्पादों पर ग्राहक कानूनों के अंतर्गत दी जाने वाली जानकारी हिंदी व भारतीय भाषाओँ में देने के लिए प्रयास करने की बात कही ताकि देश के अँग्रेजी न जानने वाले या कम जानने वाले 95% नागरिकों को भी ग्राहक कानूनों का लाभ मिल सके और हिंदी व भारतीय भाषाओं का प्रसार हो सके। डॉ वैदिक ने इस दिशा में कार्रवाई के सशक्त प्रयासों का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर मधुरा जसराज, उद्गम के संयोजक श्री के.के. मित्तल, ’दमखम के संपादक मनहर चौहान’ अभिनेता व निर्देशक राजा बुंदेला, फिल्मकार प्रदीप शर्मा, कवि आलोक भट्टाचार्य हिंदी और भारतीय भाषाओं के प्रबल समर्थक प्रवीण जैन सहित हिदी भाषा और साहित्य और सिनेमा जगत के अनेक प्रमुख लोग उपस्थित थे। अभिनेता व निर्देशक राजा बुंदेला ने हिंदी के प्रयोग व प्रसार के कार्य में हर संभव योगदान देने की बात कही।
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