नवभारत टाइम्स, 6 मई 2002 : आँकड़े अक्सर सत्य को समझने में सहायता करते हैं लेकिन कभी-कभी वे सत्य के शत्रु भी बन जाते हैं| यह बात लोकसभा में हुए मतदान से सिद्घ होती है| अखबारों ने कहा कि विपक्ष का प्रस्ताव 87 वोटों से गिर गया याने मतलब यह निकला कि सत्तापक्ष बहुत मजबूत हो गया है| गुजरात ने उसे पहले से भी अधिक मजबूत बना दिया है| यह तथ्य है| ऊपरी और तात्कालिक ! लेकिन सत्य क्या है ? … [Read more...] about संसद में जीतें और सड़क पर हारें
Archives for May 2002
संसद में जीतें और सड़क पर हारें
नवभारत टाइम्स, 6 मई 2002 : आँकड़े अक्सर सत्य को समझने में सहायता करते हैं लेकिन कभी-कभी वे सत्य के शत्रु भी बन जाते हैं| यह बात लोकसभा में हुए मतदान से सिद्घ होती है| अखबारों ने कहा कि विपक्ष का प्रस्ताव 87 वोटों से गिर गया याने मतलब यह निकला कि सत्तापक्ष बहुत मजबूत हो गया है| गुजरात ने उसे पहले से भी अधिक मजबूत बना दिया है| यह तथ्य है| ऊपरी और तात्कालिक ! लेकिन सत्य क्या है ? … [Read more...] about संसद में जीतें और सड़क पर हारें
मुशर्रफ की ताजपोशी और भारत का दायित्व
हिन्दुस्तान, 5 मई 2002 : आश्चर्य यह नहीं है कि जनरल मुशर्रफ को प्रचण्ड बहुमत मिला बल्कि यह है कि प्रचण्ड मतदान हुआ| उन्हें प्रचण्ड बहुमत मिलेगा, यह तो पहले से तय था| हर तानाशाह के जनमत-संग्रह में यह पहले से ही तय होता है, इसलिए भी कि उसके मुकाबले कोई दूसरा उम्मीदवार नहीं होता, सम्पूर्ण सरकारी-तंत्र् उसके इशारे पर नाचता है और चुनाव-आयोग जैसी संस्थाएँ उसके हाथ की कठपुतली होती … [Read more...] about मुशर्रफ की ताजपोशी और भारत का दायित्व
मुशर्रफ की ताजपोशी और भारत का दायित्व
हिन्दुस्तान, 5 मई 2002 : आश्चर्य यह नहीं है कि जनरल मुशर्रफ को प्रचण्ड बहुमत मिला बल्कि यह है कि प्रचण्ड मतदान हुआ| उन्हें प्रचण्ड बहुमत मिलेगा, यह तो पहले से तय था| हर तानाशाह के जनमत-संग्रह में यह पहले से ही तय होता है, इसलिए भी कि उसके मुकाबले कोई दूसरा उम्मीदवार नहीं होता, सम्पूर्ण सरकारी-तंत्र् उसके इशारे पर नाचता है और चुनाव-आयोग जैसी संस्थाएँ उसके हाथ की कठपुतली होती … [Read more...] about मुशर्रफ की ताजपोशी और भारत का दायित्व