Navbharat Times, 01 March 2004 : भाजपा के साधारण कार्यकर्ता बड़े अचम्भे में हैं| उन्हें समझ में नहीं आ रहा कि उनके नेताओं को क्या हो गया है| कभी वे वरुण गॉंधी को उनके सिर पर बैठा रहे थे तो कभी डी.पी. यादव को और कभी हेमा मालिनी को ! ये तीनों व्यक्ति नहीं, प्रतीक हैं| त्रिदोष के प्रतीक ! राजनीति के तीन दोष ! वंशवाद, अपराधवाद और झटपटवाद ! क्या भाजपा का कॉंग्रेसीकरण हो रहा है ? … [Read more...] about सत्ता की हरारत और राजनीति के त्रिदोष