Dainik Bhaskar, 09 Sept 2008 : आसिफ ज़रदारी जितने प्रचंड बहुमत से पाकिस्तान के राष्ट्रपति बने हैं, वह यह सिद्ध करता है कि लोग उनकी पुरानी छवि को भूलने की कोशिश कर रहे हैं। यदि ऐसा नहीं होता तो उन्हें 702 में से 479 वोट नहीं मिलते। उन्हें कुल मतदान के लगभग 70 प्रतिशत वोट मिले हैं। चुनाव के पहले शक यह था कि उनकी पार्टी में बगावत हो जाएगी और उनकी सहयोगी पार्टियॉं भी तहे दिल से … [Read more...] about दुविधा की ड्यौढी पर खडे राष्ट्रपति जरदारी
Archives for 2008
कंधमाल में चोरी और सीऩाजोरी
रा. सहारा, 2 सितंबर 2008 : अगर चोरी और सीनाज़ोरी की कोई मिसाल ढूंढना चाहे तो उसे कंधमाल जाना चाहिए| कंधमाल उड़ीसा का वह स्थान है, जहाँ 84 वर्षीय लक्ष्मणानंद सरस्वती और उनके चार भक्तों की निर्मम हत्या कर दी गई| 20 बंदूकधारियों ने आश्रम में घुसकर यह अपराध कियाद्व और वे आज तक पकड़े नहीं गए| इस जघन्य हत्याकांड पर क्या कंधमाल या उड़ीसा या भारत के लोगों को अपने मुँह पर पट्टी बांध … [Read more...] about कंधमाल में चोरी और सीऩाजोरी
पाकिस्तान का नया घमासान
Nav Bharat Times, 27 Aug 2008 : परवेज़ मुशर्रफ से ज्यादा कौन खुश होगा, इस समय? उन्होंने राष्ट्रपति की कुर्सी क्या छोड़ी, पाकिस्तान में महाभारत शुरू हो गया। आसिफ अली जरदारी और मियां नवाज शरीफ ने मिलकर मुशर्रफ के खिलाफ सेमी फाइनल लड़ा और जीत गए। अब फाइनल मैच शुरू हो गया है। यह मैच होगा जरदारी और नवाज के बीच। दोनों अपने-अपने मोहरे बहुत संभलकर चल रहे हैं लेकिन लगता है कि जरदारी मात … [Read more...] about पाकिस्तान का नया घमासान
मुसलमान सिर्फ कश्मीर में ही नहीं हैं
दैनिक भास्कर, 25 अगस्त 2008 : हमारे कुछ मोमदिल पत्र्कार बहुत जोरों से पिघल रहे हैं| अंग्रेजी के ये पत्र्कार कह रहे हैं कि भारत कश्मीर खाली कर दे| अगर कश्मीर की जनता आज़ादी चाहती है तो उसे वह दे क्यों न दे ? भारत का पिंड छूटे| पाँच लाख फौजी घर लौटें| रोज का करोड़ों का खर्च बचे| 60 साल से चल रहा धर्मादा बंद हो| पाकिस्तान से संबंध सहज हो जाएँ| हम आतंकवाद पर काबू पा लें और भारत … [Read more...] about मुसलमान सिर्फ कश्मीर में ही नहीं हैं
अब मुशर्रफ का क्या होगा ?
रा. सहारा, 19 अगस्त 2008 : अभी तक यह पता नहीं चला है कि जनरल परवेज़ मुशर्रफ रहेंगे या जाऍंगे| उनके प्रवक्ता का कहना है कि मुशर्रफ के इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता| वे महाभियोग का मुकदमा जमकर लड़ेंगे| वे सत्तारूढ़ नेताओं की पोल खोलेंगे| अपने स्वाधीनता-दिवस संदेश में मुशर्रफ ने जो राष्ट्रीय मेल-मिलाप का प्रस्ताव रखा था, उसे भी प्रधानमंत्री रज़ा गिलानी, आसिफ ज़रदारी और नवाज़ शरीफ … [Read more...] about अब मुशर्रफ का क्या होगा ?
प्रचंड का नेपाल कैसा होगा
Navbharat Times, 18 Aug 2008 : नेपाल के माओवादी नेता प्रचंड का प्रधानमंत्री बनना सर्वथा स्वागत योग्य घटना है। उन्हें दो-तिहाई से भी ज्यादा वोट मिले हैं। किसी भी सरकार के लिए इससे बड़े समर्थन की क्या जरूरत है? इतने बड़े समर्थन को अगर प्रचंड लगातार बनाए रखें तो नेपाल का संविधान दो साल की बजाय साल भर में ही बनकर तैयार हो सकता है। संविधान की प्रत्येक धारा को पारित करने के लिए यों … [Read more...] about प्रचंड का नेपाल कैसा होगा
प्रचंड का नेपाल कैसा होगा
Navbharat Times, 18 Aug 2008 : नेपाल के माओवादी नेता प्रचंड का प्रधानमंत्री बनना सर्वथा स्वागत योग्य घटना है। उन्हें दो-तिहाई से भी ज्यादा वोट मिले हैं। किसी भी सरकार के लिए इससे बड़े समर्थन की क्या जरूरत है? इतने बड़े समर्थन को अगर प्रचंड लगातार बनाए रखें तो नेपाल का संविधान दो साल की बजाय साल भर में ही बनकर तैयार हो सकता है। संविधान की प्रत्येक धारा को पारित करने के लिए यों … [Read more...] about प्रचंड का नेपाल कैसा होगा
पाक है डावांडोल लेकिन बढ़ी शांति-प्रकि्रया
नवभारत टाइम्स, 23 मई 2008 : विदेश मंत्री प्रणव मुखर्जी का इस वक्त पाकिस्तान जाना अटपटा-सा लग रहा था, क्योंकि वहॉं की सरकार अभी लंगड़ा रही है| गठबंधन चलेगा या नहीं, यह भी पता नहीं| यूसुफ रजा गिलानी प्रधानमंत्री बने रहेंगे या आसिफ ज़रदारी उनकी कुर्सी पर आ बैठेंगे, यह भी कोई नहीं बता सकता| पाकिस्तान की विदेश नीति में राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ का कितना दखल रहेगा, इसका भी किसी को … [Read more...] about पाक है डावांडोल लेकिन बढ़ी शांति-प्रकि्रया
जॉर्जिया में पुतिन-सिद्घांत का उदय
रा. सहारा, 13 अगस्त 2008 : रूस ने जॉर्जिया को रौंद डाला लेकिन अन्तरराष्ट्रीय समुदाय में कोई खास शोर-शराबा नहीं है| ज़रा तुलना करें| इसी सोवियत रूस ने 1954 में हंगारी, 1968 में चेकोस्लावाकिया और 1979 में अफगानिस्तान में भी फौजी कार्रवाई की थी| इन कार्रवाइयों के वक्त सारी दुनिया में हंगामा हो गया था| सिर्फ सुरक्षा परिषद और संयुक्तराष्ट्र महासभा ही नहीं, दुनिया की अनेक संसदों में … [Read more...] about जॉर्जिया में पुतिन-सिद्घांत का उदय
मुशर्रफ को हटाना आसान नहीं
दैनिक भास्कर, 9 अगस्त 2008 : पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ को हटाना आसान नहीं है| उन पर महाभियोग लगाया जाए, यह निर्णय करने में ही छह माह कट गए| आसिफ ज़रदारी सारे मामले को टालते गए| उनकी दुविधा यह थी कि वे नवाज़ शरीफ की सुनें या अमेरिका की सुनें| बेनज़ीर भुट्टो और अमेरिका की सॉंठ-गॉंठ यह थी कि वे मुशर्रफ को न छुऍं और मुशर्रफ उन्हें न छुए| इसीलिए मुशर्रफ ने बेनज़ीर को … [Read more...] about मुशर्रफ को हटाना आसान नहीं