लंदन में आजकल ‘ब्रेक्सिट’ यानि ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से ‘एक्सिट’ (निकलने) की धूम मची हुई है। नेता लोग एक-दूसरे पर प्रहार कर रहे हैं। बड़े-बड़े प्रदर्शन हो रहे हैं। जब 11 अक्तूबर को हम ब्रिटिश संसद भवन में आयोजित कार्यक्रम में गए थे तो सड़कें बंद थीं। लंबा चक्कर लगाना पड़ा था।अब भी हम लंदन के पिकेडिली सर्कस, बकिंघम पेलेस, हाइड पार्क और आक्सफोर्ड पर घूमे। 50 साल पहले भी जब मैं लंदन … [Read more...] about लंदन में अकेला ‘दुश्मन’
Archives for October 2019
ब्रिटिश संसद भवन में महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के उपलक्ष्य में भाषण देते हुए डॉ. वैदिक
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अबकी बार बच गया पाकिस्तान
आज के दिन पाकिस्तान की सांस अधर में लटकी हुई थी। यदि पेरिस स्थित वित्तीय कार्रवाई टास्क फोर्स एफएटीएफ आज पाकिस्तान को उसकी भूरी सूची में से निकालकर काली सूची में डाल देती तो उसकी नय्या डूब जाती। काली सूची में आने का अर्थ है, वह अंतरराष्ट्रीय अछूत बन जाए।पाकिस्तान पर यह ठप्पा लग जाता और वह ईरान और उत्तर कोरिया की श्रेणी में चला जाता। उसकी आर्थिक घेराबंदी हो जाती। दुनिया के देश … [Read more...] about अबकी बार बच गया पाकिस्तान
लंदन में बातें और मुलाकातें
मेरा लंदन आना कई बार हुआ लेकिन इस बार लंदन को जैसे देख रहा हूं, पहले कभी नहीं देखा। पहले जब भी लंदन आना हुआ, सारा दिन अपने भारतीय उच्चायोग (या दूतावास) में बैठे-बैठे बीत जाता था। दिन भर लोग मिलने आते थे और रात को होटल या घर में जाकर सो जाते थे लेकिन इस बार कई पुराने मित्रों से मिलने का अवसर मिला और नए मित्रों से भी। ब्रिटिश संसद-भवन में हुए विश्व-प्रवासी सम्मेलन में जो दक्षिण … [Read more...] about लंदन में बातें और मुलाकातें
लंदन की ताजा एक झलक
अब से ठीक 50 साल पहले मैं लंदन पहली बार आया था। उस समय यहां गांधीजी की जन्म शताब्दि (1969) मन रही थी। कई देशों के गांधी भक्त इकट्ठे हुए थे। उनमें मैं सबसे छोटा था लेकिन मुझे भी उस सम्मेलन में बोलने के लिए कहा गया था। इस बार शायद 8-10 साल बाद मेरा लंदन आना हुआ है। वह सिर्फ गांधीजी के डेढ़ सौ साल मनाने के लिए।50 साल पहले मैं काबुल और मास्को से लंदन आया था, अपने पीएच.डी. के … [Read more...] about लंदन की ताजा एक झलक
सावरकर साम्प्रदायिक थे या शुद्ध बुद्धिवादी ?
स्वातंत्र्यवीर सावरकर का स्वतंत्र भारत में क्या स्थान है ? न तो उन्हें भारत रत्न दिया गया, न संसद के केन्द्रीय कक्ष में उनका चित्र लगाया गया, न संसद के अंदर या बाहर उनकी मूर्ति स्थापित की गई, न उन पर अभी तक कोई बढ़िया फिल्म बनाई गई, न उनकी जन्म-शताब्दि मनाई गई और न ही उनकी जन्म-तिथि और पुण्य-तिथि पर उनको याद किया जाता है। इसका कारण क्या है ?क्या हमें पता नहीं कि भारत के लिए … [Read more...] about सावरकर साम्प्रदायिक थे या शुद्ध बुद्धिवादी ?
सावरकर को भारत-रत्न
महाराष्ट्र के चुनावों में भी वही हो रहा है, जो हरियाणा के चुनावों में हो रहा है। वोटरों को पटाने के लिए कांग्रेस, भाजपा और शिवसेना तरह-तरह के रसगुल्ले उछाल रही हैं। यहां उनकी गिनती गिनाना निरर्थक ही होगा। इस घोषणा-पत्रों या संकल्प-पत्रों में जिस मुद्दे पर विवाद छिड़ गया है, वह है, सावरकर को भारत-रत्न दिलवाने का मुद्दा। भाजपा और कांग्रेस में इस मुद्दे पर भिड़ंत हो गई है।मेरी राय … [Read more...] about सावरकर को भारत-रत्न
भारत के मुसलमान सर्वश्रेष्ठ
लंदन में बैठे-बैठे मैंने जैसे ही भारतीय टीवी चैनल खोले, मैंने देखा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुखिया मोहन भागवत और प्र.मं. नरेंद्र मोदी के बयानों को काफी प्रमुखता मिल रही है। मोदी ने कहा कि विरोधियों में दम हो तो वे धारा 370 और 35 ए की वापसी का वादा करें। जाहिर है कि 5 अगस्त को हुए कश्मीर के पूर्ण विलय का विरोध करके कांग्रेस ने अपनी फजीहत करवा ली है। लेकिन मोहन भागवत का बयान … [Read more...] about भारत के मुसलमान सर्वश्रेष्ठ
घोषणा-पत्र नहीं, रिश्वतपत्र
चुनाव जीतने के लिए राजनीतिक दल क्या-क्या पासे नहीं फेंकते ? हरियाणा के चुनाव में कांग्रेस और भाजपा ने जो घोषणा-पत्र या संकल्प पत्र जारी किए हैं, यदि उन्हें एक ही नाम देना चाहें तो कह सकते हैं कि हरियाणा के दलों ने अपने-अपने ‘रिश्वत-पत्र’ जारी कर दिए हैं। यों तो हर चुनाव में लगभग सभी पार्टियां अपने वोट पटाने के लिए मतदाताओं को कुछ न कुछ सब्जबाग दिखाती हैं लेकिन हरियाणा के लोग … [Read more...] about घोषणा-पत्र नहीं, रिश्वतपत्र
भारत-चीनः बेहतर माहौल
चीनी राष्ट्रपति शी चिन फिंग की यह भारत-यात्रा दोनों राष्ट्रों के आपसी संबंध को सहज और बेहतर बनाने में अवश्य ही योगदान करेगी। वैसे कश्मीर के सवाल पर भारत की जनता चीनी राष्ट्रपति के विचार जानना चाहती थी, जैसा कि पत्रकारों ने भी विदेश सचिव विजय गोखले से बार-बार यही सवाल पूछा लेकिन ऐसा लगता है कि गोखले ने इस सवाल को टालने की कोशिश की। फिर भी उनके मुंह से निकल पड़ा कि शी ने इमरान की … [Read more...] about भारत-चीनः बेहतर माहौल