कश्मीर के हाल देखने के लिए इधर से 23 यूरोपीय सांसद श्रीनगर पहुंचे और उधर कुलगाम में आतंकवादियों ने पांच मजदूरों की हत्या कर दी। इस खबर के आगे मोदी की सउदी यात्रा और बगदादी की हत्या की खबर फीकी पड़ गई। यूरोपीय सांसदों का कश्मीर-भ्रमण भी अखबारों के पिछले पृष्ठों पर सरक गया। जो लोग मारे गए, वे कौन थे? वे सब बांग्लादेशी और मुसलमान थे। मुर्शिदाबाद के निवासी इन मजदूरों का राजनीति से … [Read more...] about कश्मीर में हिंसा
Archives for October 2019
इस्लामी कलंक का सफाया
‘इस्लामिक स्टेट’ के सरगना अबू बकर अल-बगदादी की हत्या करके अमेरिका ने एक अमेरिकी महिला के साथ हुए बलात्कार और उसकी हत्या का बदला तो ले लिया लेकिन क्या इससे विश्व में फैला इस्लामी आतंकवाद खत्म हो जाएगा? उसामा बिन लादेन तो बगदादी से भी ज्यादा खतरनाक और कुख्यात था लेकिन उसका हत्या से क्या आतंकवाद में कोई कमी आई? इस्लाम के नाम पर चलनेवाले आतंकवाद को रोकने के लिए कुछ और भी बुनियादी … [Read more...] about इस्लामी कलंक का सफाया
जनता के ये बगावती तेवर
भारत में तो आज हम दीवाली मना रहे हैं लेकिन दुनिया के कई देशों में जनता की बगावत का आज सबसे बड़ा दिन है। हमारे पड़ौसी पाकिस्तान में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम के नेता फजलुर रहमान ने आज से इमरान खान के खिलाफ कराची में बगावत का झंडा गाड़ दिया है। उन्होंने अपने साथ नवाज शरीफ और बिलावल भुट्टो की पार्टियों को भी जोड़ लिया है। मुस्लिम लीग (न) और पीपल्स पार्टी के अलावा भी कई छोटी-मोटी पार्टियां … [Read more...] about जनता के ये बगावती तेवर
दीवाली कैसे मनाएं ?
लंदन से लौटते ही मैंने ज्यों ही भारतीय अखबार खोले, देखा कि कुछ शहरों में भारी छापे पड़े। इन छापों में सैकड़ों मन मावा और दूध मिला। मावा और दूध, दोनों फर्जी थे। नकली थे। उनसे बनी मिठाइयां पता नहीं क्या जुल्म ढाएंगी ? कैंसर पैदा करेंगी, यकृत को चौपट करेंगी या और किसी गंभीर बीमारी के बीज बो देंगी।दीवाली के मौके पर ऐसी लाखों मन मिठाइयां पूरे देश में खपाई जाती हैं। सरकार किन-किन को और … [Read more...] about दीवाली कैसे मनाएं ?
हमें कई करतारपुर चाहिए
भारत और पाकिस्तान के बीच करतारपुर गलियारे के बारे में कल समझौता हो गया। क्या यह गजब नहीं हुआ ? मैं तो इसे गजब ही मानता हूं। दोनों देशों के बीच आजकल जितना तनाव है, वैसी हालत में उसके नेता और अफसर एक-दूसरे की सूरत देखना भी पसंद नहीं करते लेकिन कमाल है कि पाकिस्तान ने अपनी सीमा में बने गुरु नानकजी के पुण्य-स्थान की यात्रा के लिए 5 हजार भारतीयों को वहां रोज दर्शन करने की अनुमति दे … [Read more...] about हमें कई करतारपुर चाहिए
भाजपा पर लगा ब्रेक
मैंने कल लिखा था कि हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनावों में यदि भाजपा को प्रचंड बहुमत यानी क्रमशः 75 और 240 सीटें मिल गईं तो भाजपा सरकारें ऐसी हो जाएंगी, जैसे बिना ब्रेक की गाड़ी हो जाती है लेकिन दोनों प्रदेशों की जनता को अब भाजपा की ओर से धन्यवाद दिया जाना चाहिए कि उसने भाजपा की गाड़ी पर ब्रेक लगा दिया है। दोनों प्रदेशों में भाजपा ने सीटें खोई हैं। हरियाणा में तो उसे साधारण बहुमत … [Read more...] about भाजपा पर लगा ब्रेक
भाजपा: बिना ब्रेक की गाड़ी
हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनावों के जो ‘एक्जिट पोल’ आए हैं, वे क्या बता रहे हैं? दोनों राज्यों में कांग्रेस का सूपड़ा साफ है। विरोधी दल बुरी तरह से पटकनी खा रहे हैं। हरियाणा की 90 सीटों में से भाजपा को 70 के आस-पास और महाराष्ट्र की 288 सीटों में से भाजपा-शिवसेना गठबंधन को 200 से 244 तक सीटें मिलने की संभावना बताई जा रही है। यदि ये भविष्यवाणियां कमोबेश सिद्ध हो गई तो मानना पड़ेगा … [Read more...] about भाजपा: बिना ब्रेक की गाड़ी
कनाडा में सिखों का बोलबाला
इस समय सारी दुनिया में प्रवासी भारतीय रह रहे हैं लेकिन किसी गोरे या पश्चिमी देश में भारतीयों का ऐसा बोलबाला कभी कायम नहीं हुआ है, जैसा आजकल कनाडा में हो रहा है। कनाडा में एक भारतीयों की पार्टी- न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी- के सहयोग के बिना प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अपनी नई सरकार चला ही नहीं सकते। इस समय कनाडा की संसद में 18 सांसद सिख चुने गए हैं जबकि भारत की संसद में 13 सिख ही … [Read more...] about कनाडा में सिखों का बोलबाला
भारत-पाक: आगे की सोचिए
लंदन के टीवी चैनलों और अखबारों से पता चला कि भारत और पाकिस्तान की सेनाओं में फिर एक मुठभेड़ हो गई है। हमारे भारतीय चैनल दावा कर रहे हैं कि यह भारत का जवाबी हमला है। उनका कहना है कि पाकिस्तान के कई आतंकवादी भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे और उनकी फौज ने हमारे फौजी ठिकानों पर हमला भी बोल दिया। भारतीय फौज ने उसे ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ कहा है। उसका दावा है कि इस सर्जिकल स्ट्राइक में … [Read more...] about भारत-पाक: आगे की सोचिए
लंदन में नए दक्षिण एशिया का सपना
लंदन के दस दिन के प्रवास में ‘दक्षिण एशियाई लोक संघ’ (पीपल्स यूनियन ऑफ साउथ एशिया) का मेरा विचार जड़ पकड़ता लगता है। पड़ौसी देशों के ही नहीं, ब्रिटेन और इजरायल के भद्र लोगों ने भी सहयोग का वादा किया है। उनका कहना था कि इस तरह के क्षेत्रीय संगठन दुनिया के कई महाद्वीपों में काम कर रहे हैं लेकिन क्या वजह है कि दक्षिण एशिया में ऐसा कोई संगठन नहीं है, जो इसके सारे देशों के लोगों को जोड़ … [Read more...] about लंदन में नए दक्षिण एशिया का सपना