कल मैंने लिखा था कि चीन और भारत की क्या-क्या मजबूरियां हैं कि जिनके चलते उन्हें आपसी संबंधों को आगे बढ़ाना पड़ रहा है। आज महाबलिपुरम में जो कुछ हो रहा है, वह जो ह्यूस्टन में हुआ है, उससे किसी तरह कम नहीं है। भारत और चीन के सदियों पुराने संबंधों को नरेंद्र मोदी ने आज जिस तरह रेखांकित किया है, वैसा तो हिंदी-चीनी भाई-भाई के दौर में जवाहरलाल नेहरु भी नहीं कर सके थे। मोदी ने लुंगी … [Read more...] about भारत-चीनः रसीली नौटंकी काफी नहीं
Archives for October 2019
चीन का नरम-गरम रवैया
चीन के राष्ट्रपति शी चिन फिंग के ज्यों ही भारत आने की घोषणा हुई, कश्मीर के बारे में चीनी सरकार ने ऐसा बयान जारी कर दिया कि आज यदि भारत में इंदिराजी की सरकार होती तो चीनी राष्ट्रपति की यात्रा ही शायद स्थगित हो जाती। लेकिन इस समय दोनों देशों के स्वार्थ ऐसे अटके हुए हैं कि उल्टा बोलते हुए भी चीनी राष्ट्रपति को भारत आना पड़ा है और अपने 56 इंच सीने वाले प्रधानमंत्री को भी उनका स्वागत … [Read more...] about चीन का नरम-गरम रवैया
केजरीवाल से क्यों डर रहे हो ?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को डेनमार्क के एक विश्व-सम्मेलन में आज भाग लेना था लेकिन केंद्र सरकार ने उन्हें वहां जाने की अनुमति नहीं दी। वे क्या करते? वे दिल्ली में ही बैठे हैं। किसी भी चुने हुए प्रतिनिधि को चाहे वह विधायक हो, सांसद हो, मंत्री हो, मुख्यमंत्री हो, यदि विदेश के किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में भाग लेना हो तो उसे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय से अनुमति लेनी … [Read more...] about केजरीवाल से क्यों डर रहे हो ?
काला धन खत्म यों होगा
स्विटजरलैंड ने भारत सरकार को उन सब खातों की जानकारी सौंप दी है, जो भारतीयों ने उसके बैंकों में खोल रखे हैं। ऐसा नहीं है कि वे सभी खाते काले धन के होंगे या आतंकी धन या ठगी-धन के होंगे लेकिन विदेशों में खुलनेवाले भारतीय नागरिकों के खातों के जरिए अक्सर भारी हेरा-फेरी की जाती है। इस तरह के खाते स्विटजरलैंड के अलावा सिंगापुर, मोरीशस और करेबियाई क्षेत्र के छोटे-मोटे देशों में खोल दिए … [Read more...] about काला धन खत्म यों होगा
कश्मीर पर पाक का जबानी जमा-खर्च
मुझे खुशी है कि जम्मू-कश्मीर में ज्यों-ज्यों ठंड बढ़ रही है, बर्फ पिघलनी शुरु हो गई है। जैसी कि मुझे आशा थी, संयुक्तराष्ट्र महासभा के भारत-पाक दंगल के बाद कश्मीर के हालात सुधरेंगे, अब वही हो रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ. फारुक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला से उनकी पार्टी के कई नेताओं की भेंट हुई। फारुक अब्दुल्ला काफी खुश नजर आए। अब अन्य कश्मीरी नेताओं से भी उनकी पार्टी के … [Read more...] about कश्मीर पर पाक का जबानी जमा-खर्च
शेख हसीना की हसीन-यात्रा
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की इस बार जैसी भारत-यात्रा रही, वैसी सभी पड़ौसी देशों के प्रधानमंत्रियों की होती रहे तो यह दक्षिण एशिया का पिछड़ा हुआ इलाका अगले 10 साल में यूरोप से भी आगे निकल सकता है। ऐसा इसलिए हो सकता है कि दक्षिण एशिया के देशों में प्राकृतिक संपदा यूरोप से कहीं ज्यादा है और इसके देशों की जनसंख्या उससे कई गुनी ज्यादा है और जवान है। दो मामले ऐसे हैं, जिन पर … [Read more...] about शेख हसीना की हसीन-यात्रा
भारत में तानाशाही का दौर ?
बिहार में मुजफ्फरपुर के एक न्यायाधीश ने एक वकील की एफआईआर पर आदेश जारी किया है कि पुलिस उन 49 कलाकारों और बुद्धिजीवियों से पूछताछ करे, जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर उनका ध्यान भीड़ की हिंसा और सांप्रदायिक तनाव की ओर आकर्षित किया है। अदालत का यह कदम एकदम विचित्र है। प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर देश की किसी स्थिति पर ध्यान देने का आग्रह करना कौनसा अपराध है ? इसे … [Read more...] about भारत में तानाशाही का दौर ?
अफगानिस्तान : भारत चुप क्यों है ?
हमारे विदेश मंत्री जयशंकर ने एक अमेरिकी संगोष्ठी में बोलते हुए कह दिया कि अफगान सरकार और तालिबान के बारे में भारत को कुछ नहीं बोलना चाहिए। चुप रहना चाहिए। पता नहीं, उन्होंने वहां ऐसा क्यों कह दिया ? शायद वे अमेरिकी सरकार का लिहाज करते हुए दिखाई पड़ना चाहते हों, क्योंकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुस्से में आकर अचानक तालिबान से अपनी बात तोड़ ली थी। लेकिन मैं सोचता हूं कि … [Read more...] about अफगानिस्तान : भारत चुप क्यों है ?
गांधी को भुनाना काफी नहीं
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और मजलिसे-इतेहादुल मुसलमीन के नेता असदुद्दीन औवेसी को बड़ी तकलीफ है कि संघ और भाजपा के नेता आजकल गांधीजी की माला क्यों जपते हैं ? औवेसी ने तो यहां तक कह दिया कि उनके दिल में गोडसे बैठा है और जुबान पर गांधी है। आजकल देश में जितने भी घोर आपत्तिजनक कार्य हो रहे हैं, उन सब को भाजपा और संघ के सिर पर थोपकर औवेसी का कहना है कि उन्हें गांधी का नाम लेने का … [Read more...] about गांधी को भुनाना काफी नहीं
दलितोद्धार का सही तरीका
सर्वोच्च न्यायालय ने अपने फैसले को ही उलट दिया। मार्च 2018 में उसने ऐसा फैसला दिया था, जिसके कारण अनुसूचितों के उत्पीड़न संबंधी कानून को थोड़ा नरम किया गया था। अब उसे फिर कठोर बना दिया गया है। मूल कानून यह था कि कोई भी व्यक्ति किसी भी आदमी पर अनुसूचितों के उत्पीड़न का आरोप लगाकर उसे गिरफ्तार करवा सकता था। उसकी कोई पूर्व जमानत नहीं हो सकती थी। मुकदमा चलने पर अदालत ही उसे जमानत दे … [Read more...] about दलितोद्धार का सही तरीका