डेरा सच्चा सौदा के गुरमीत रामरहीम सिंह को अब आजीवन कारावास की सजा हुई है। वह पहले दो महिलाओं के साथ बलात्कार करने और एक पत्रकार की हत्या के अपराध में 20 साल की सजा काट रहा था। अब उसे अपने तथाकथित आश्रम के एक प्रबंध की हत्या के आरोप में दुबारा सजा हुई हैं। प्रबंधक रणजीतसिंह पर रामरहीम इसलिए कुपित हुआ कि उसकी बहन से उसने प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी को एक गोपनीय चिट्ठी लिखवाई … [Read more...] about रामरहीमः हम तो डूब गए सनम
Archives for October 2021
प्लास्टिकः बिहार से सीखे पूरा भारत
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कमार ने कुछ ऐसे साहसिक कदम उठाए हैं, जिनका अनुकरण देश के सभी मुख्यमंत्रियों को करना चाहिए। उन कदमों को दक्षिण एशिया और मध्य एशिया के पड़ौसी देश भी उठा लें तो हमारे इन सभी देशों की अर्थ-व्यवस्था और स्वास्थ्य व्यवस्था में अपूर्व सुधार हो सकता है। लगभग पांच साल पहले नीतीश ने बिहार में शराबबंदी लागू की थी। उन दिनों मैं चंपारण में गांधी सत्याग्रह के शताब्दि … [Read more...] about प्लास्टिकः बिहार से सीखे पूरा भारत
दो बच्चों की नीति जरुरी
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुखिया मोहन भागवत ने इस वर्ष दशहरे पर जो भाषण दिया, उसमें ज्यादा ध्यान जनसंख्या के मुद्दे पर गया। उसकी चर्चा सबसे ज्यादा हुई। इस मुद्दे को लोगों ने ज्यादा तूल दिया कि उन्होंने अल्पसंख्यकों की बढ़ती आबादी पर आक्षेप क्यों किया? यह आक्षेप तो इसीलिए किया जाता है कि भारत-विभाजन के वक्त मजहबी संख्या-बल के तर्क के तीर सबसे ज्यादा छोड़े गए थे। यहां असली सवाल यह … [Read more...] about दो बच्चों की नीति जरुरी
भारत में भी मज़हबी नशा
कल मैंने पाकिस्तान और बांग्लादेश के सांप्रदायिक दंगों पर इन दोनों पूर्व-भारतीय देशों की बदनामी का जिक्र किया था लेकिन कल दिल्ली की सिंघु-सीमा पर हुई नृशंस हत्या ने तो भारत को भी उसी श्रेणी में ला खड़ा किया है। यदि पाकिस्तान और बांग्लादेश जिन्ना और मुजीब को शीर्षासन करवा रहे हैं तो भारत गांधी को शीर्षासन करवा रहा है। बांग्लादेश में चल रही हिंसा का कारण कुरान के प्रति बेअदबी को … [Read more...] about भारत में भी मज़हबी नशा
भारत तमाशबीन क्यों बना हुआ है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री जयशंकर ने अलग-अलग मौकों पर अफगानिस्तान के बारे में जो भी कहा है, वह शतप्रतिशत सही है लेकिन आश्चर्य है कि भारत की तरफ से कोई ठोस पहले क्यों नहीं है? 20 प्रमुख देशों के जी-20 सम्मेलन में दिया गया मोदी का भाषण अफगानिस्तान की वर्तमान समस्याओं या संकट का जीवंत वर्णन करता है और उसके समाधान भी सुझाता है। जैसे सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव का … [Read more...] about भारत तमाशबीन क्यों बना हुआ है?
सावरकर पर हमला क्यों ?
स्वातंत्र्यवीर विनायक दामोदर सावरकर पर एक पुस्तक का विमोचन करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुखिया मोहन भागवत और रक्षा मंत्री राजनाथसिंह ने सावरकर पर किए जाने वाले आक्षेपों का कड़ा प्रतिवाद किया है। उन्होंने सावरकर को बेजोड़ राष्ट्रभक्त और विलक्षण स्वातंत्र्य-सेनानी बताया है लेकिन कई वामपंथी और कांग्रेसी मानते हैं कि सावरकर माफी मांगकर अंडमान-निकोबार की जेल से छूटे थे, … [Read more...] about सावरकर पर हमला क्यों ?
मज़हब बड़ा या मोहब्बत ?
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुखिया श्री मोहन भागवत ने यह बिल्कुल ठीक कहा है कि शादी की खातिर धर्म-परिवर्तन नहीं किया जाना चाहिए। अक्सर यह देखा जाता है कि जब किसी हिंदू और मुसलमान लड़के और लड़की के बीच शादी होती है तो उनमें से कोई एक अपना धर्म-परिवर्तन करवा लेता है। कई बार तो यह भी देखा गया है कि शादी भी इसीलिए की जाती है कि किसी का धर्म-परिवर्तन करवाना है। यह तो धर्म-परिवर्तन … [Read more...] about मज़हब बड़ा या मोहब्बत ?
कांग्रेस के दर्द की दवा सिर्फ सोनियाजी के पास है
दैनिक भास्कर, 13 अक्तूबर 2021: भारतीय लोकतंत्र के लिए इससे ज्यादा चिंता का विषय क्या हो सकता है कि भारत में कोई सशक्त विरोधी दल नहीं है। इस खाली जगह को कांग्रेस भर सकती थी लेकिन वह निरंतर कमजोर होती जा रही है। भाजपा के बाद यही एक मात्र अखिल भारतीय पार्टी है लेकिन इसकी प्रांतीय सरकारें और पार्टी शाखाएं भी अस्थिरता की शिकार हो रही हैं। पंजाब का मामला अभी तक अधर में लटका हुआ है और … [Read more...] about कांग्रेस के दर्द की दवा सिर्फ सोनियाजी के पास है
क्या नरेंद्र मोदी तानाशाह हैं?
क्या नरेंद्र मोदी तानाशाह हैं? एक टीवी चैनल के इस प्रश्न का जवाब देते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि नहीं, बिल्कुल नहीं। यह विरोधियों का कुप्रचार-मात्र है। नरेंद्र मोदी सबकी बात बहुत धैर्य से सुनते हैं। इस समय मोदी सरकार जितने लोकतांत्रिक ढंग से काम कर रही है, अब तक किसी अन्य सरकार ने नहीं किया। देश के भले के लिए मोदी आनन-फानन फैसले करते हैं और छोटे-से-छोटे अफसर से सलाह करने … [Read more...] about क्या नरेंद्र मोदी तानाशाह हैं?
दो साहसी पत्रकारों को नोबेल
फिलीपींस की महिला पत्रकार मारिया रेसा और रूस के पत्रकार दिमित्री मोरातोव को नोबल पुरस्कार देने से नोबेल कमेटी की प्रतिष्ठा बढ़ गई है, क्योंकि आज की दुनिया अभिव्यक्ति के भयंकर संकट से गुजर रही है। इन दोनों पत्रकारों ने अपने-अपने देश में शासकीय दमन के बावजूद सत्य का खांडा निर्भीकतापूर्वक खड़काया है। जिन देशों को हम दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे पुराना लोकतंत्र कहते हैं, ऐसे देश भी … [Read more...] about दो साहसी पत्रकारों को नोबेल