केरल के सबरीमाला मंदिर में स्त्रियों के प्रवेश पर जो फैसला सर्वोच्च न्यायालय ने दिया है, वह स्वागत योग्य है लेकिन फैसले के असली मुद्दे पर हमारे टीवी चैनलों, अखबारों और यहां तक कि जजों ने भी जो बहस चलाई है, वह बड़ी अटपटी है। लगभग सभी ने इसे स्त्रियों के मानव-अधिकार का उल्लंघन कहा है। लेकिन यह ऐसा नहीं है। उस मंदिर में स्त्रियों के प्रवेश पर रोक नहीं है। 10 वर्ष से कम और 50 साल से … [Read more...] about देवताओं का छुई-मुई ब्रह्मचर्य ?
Archives for September 2018
विवाहेतर संबंध न तो वैध हो सकता है न नैतिक
स्त्री-पुरुष संबंधों के बारे में सर्वोच्च न्यायालय ने जो फैसला दिया है, ज्यादातर लोग उसकी तारीफ कर रहे हैं। उसे क्रांतिकारी बता रहे हैं। उनका मानना है कि यह फैसला अंग्रेज के बनाए उस कानून को रद्द कर रहा है, जिसके मुताबिक औरतों का दर्जा पशुओं-जैसा था। 1860 में बने इस कानून के मुताबिक कोई भी औरत अपने पति को किसी पराई स्त्री से व्यभिचार करने पर सजा नहीं दिलवा सकती थी। वह अपने पति … [Read more...] about विवाहेतर संबंध न तो वैध हो सकता है न नैतिक
सर्जिकल या फर्जीकल स्ट्राइक?
सरकार कितनी नौटंकी प्रिय है ? दो साल पहले हुई तथाकथित सर्जिकल स्ट्राइक की वह दूसरी जयंति मना रही है? कोई उससे यह पूछे कि उसकी पहली जयंति का क्या हुआ ? पिछले साल सितंबर में वह उसकी पहली जयंति मनाना क्यों भूल गई? शायद इसलिए कि पिछले साल तक उस पर चुनाव का बुखार नहीं चढ़ा था। अपने इस आखिरी साल में उस पर चुनाव का भूत सवार हो गया है। वह अपने तरकस के किसी भी तीर को बचाकर नहीं रख रही … [Read more...] about सर्जिकल या फर्जीकल स्ट्राइक?
नेता, अपराध करने से क्यों डरें?
सर्वोच्च न्यायालय ने खुद कन्नी काट ली। अपनी टोपी संसद के सिर पर धर दी। उसने कह दिया कि अपराधी सांसदों और विधायकों से पिंड छुड़ाने की जिम्मेदारी संसद की है। इस संबंध में वही कानून बनाए। अपराधों को रोकने की ज्यादा जिम्मेदारी किसकी है? संसद की या अदालत की? अदालतों का मुख्य काम क्या है ? अपराधों को रोकना ! अदालतों ने ऐसे सैकड़ों फैसले अब तक दिए हैं, जो संसद के कानूनों से भी ज्यादा … [Read more...] about नेता, अपराध करने से क्यों डरें?
भारत—पाक भटकाव: भेंट—भंग अकारण ही
राष्ट्रीय सहारा, 27 सितंबर 2018: भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों की न्यूयार्क में होनेवाली भेंट का रद्द होना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन उससे भी ज्यादा बुरा यह हुआ कि दोनों देशों की तरफ से एक-दूसरे के नेताओं के लिए बेहद अमर्यादित बयान जारी हुए। इस भेंट को रद्द करने की घोषणा करते हुए भारतीय प्रवक्ता ने कहा कि अब ‘इमरान खान का असली चेहरा उजागर हो गया’ और उनके ‘कुत्सित … [Read more...] about भारत—पाक भटकाव: भेंट—भंग अकारण ही
इबू की जीत: नया मालदीव
मालदीव में अब्दुल्ला यामीन की हार और विरोधी दलों के संयुक्त उम्मीदवार इब्राहिम मोहम्मद सोलिह की जीत के अर्थ क्या हैं? पहला, यह कि यह दक्षिण एशिया में लोकतंत्र की विजय है। मालदीव के लोगों ने बता दिया है कि वे ही संप्रभु हैं, सर्वोच्च हैं। पूरे दक्षिण एशिया में यामीन-जैसा कोई तानाशाह दूसरा नहीं हुआ। उसने मालदीव पर 30 साल तक राज करनेवा ले अपने सौतेले बड़े भाई गय्यूम को ही जेल में … [Read more...] about इबू की जीत: नया मालदीव
यह मुफ्त इलाज अद्भुत लेकिन …..?
आयुष्मान भारत के नाम से प्रधानमंत्री ने जिस आरोग्य योजना को शुरु किया है, वह निश्चय ही दुनिया की सबसे बड़ी योजना है। दुनिया का कोई देश ऐसा नहीं है, जहां करोड़ों लोगों को पांच लाख रु. तक का इलाज हर साल मुफ्त में कराने की सुविधा मिले। दस करोड़ गरीब परिवार याने 50 करोड़ लोग अब भारत में अपना इलाज मुफ्त में करवा सकेंगे। इतने लोग तो कई देशों की जनसंख्या को मिला देने पर भी नहीं बनते। इसके … [Read more...] about यह मुफ्त इलाज अद्भुत लेकिन …..?
मोदी और इमरानः दोनों संभलें
भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों की जो बैठक इस सप्ताह न्यूयार्क में होनी थी, वह भारत ने रद्द कर दी है। उसके तीन कारण बताए गए हैं। पहला, एक भारतीय जवान की पाकिस्तानी फौज द्वारा नृशंस हत्या। दूसरा, कश्मीर के तीन पुलिस वालों का उनके घर से अपहरण और हत्या। तीसरा, पाकिस्तान द्वारा आतंकवादियों की स्मृति में डाक-टिकिट जारी करना। इन कारणों से जैसे ही वार्ता रद्द करने की घोषणा नई … [Read more...] about मोदी और इमरानः दोनों संभलें
रेफल कहीं मोदी को न ले डूबे ?
लड़ाकू विमान रेफल के सौदे ने अब बड़ा खतरनाक मोड़ ले लिया है। फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने इसी विमान से मोदी सरकार पर बम बरसा दिए हैं। वह विमान बनने के बाद भारत आएगा या नहीं, कुछ पता नहीं लेकिन यह भी पता नहीं कि मोदी सरकार अब अपनी जान कैसे बचाएगी ? जैसे बोफर्स राजीव गांधी को ले डूबा, कहीं वैसे ही रेफल मोदी को न ले डूबे। ओलांद ने एक फ्रांसीसी पत्रकार को रेफल-सौदे के … [Read more...] about रेफल कहीं मोदी को न ले डूबे ?
पप्पू और गप्पू की राजनीति
तीन तलाक के विधेयक को कानून का रुप देने के लिए सरकार ने अध्यादेश जारी कर दिया। लोग पूछ रहे हैं कि सरकार को ऐसी क्या जल्दी पड़ी हुई थी कि उसने अध्यादेश जारी कर दिया ? इसी सवाल के साथ लगे हाथ लोग यह भी पूछ रहे हैं कि संघ प्रमुख मोहन भागवत को हिंदुत्व की विचारधारा को पतली करने की जरुरत अभी ही क्यों आन पड़ी ? इसी मौके पर अयोध्या के राम मंदिर पर उन्होंने दो ग्रंथों का विमोचन क्यों … [Read more...] about पप्पू और गप्पू की राजनीति