NavBharat Times, 29 Oct 2005 : भारत की परमाणु नीति को जितनी चतुराई से विदेश सचिव श्याम सरन ने प्रतिपादित किया, पिछले कई वर्षों में किसी अन्य विदेश सचिव या विदेश मंत्री ने नहीं किया| प्रतिरक्षा अध्ययन एवं विश्लेषण संस्थान में दिया गया विदेश सचिव का व्याख्यान इसलिए भी अनूठा हो गया है कि उसमें नेहरू-युग की परमाणु नीति के लगभग सभी पहलू आ गए हैं और उसी को आधार बनाकर उन्होंने वर्तमान … [Read more...] about अमेरिका के आगे डंड-बैठक क्यों
Archives for October 2005
अखबारों का दम घोटने की कोशिश
Bhaskar, 27 Oct 2005 : अखबारों को आपात्काल में ही नहीं दबाया जाता, उन्हें सामान्यकाल में भी दबाया जा सकता है| राजीव गांधी जब मानहानि-विधेयक लाए थे तो देश में आपात्काल नहीं था और अब जबकि सब-कुछ सामान्य है, मनमोहनसिंह सरकार एक ऐसा आदेश ले आई है, जो अखबारों का दम घोट सकता है| आदेश यह है कि अखबारों को मिलनेवाले विज्ञापनों पर 10.2 प्रतिशत टैक्स लगेगा| यह टैक्स विज्ञापन एजेंसियों से … [Read more...] about अखबारों का दम घोटने की कोशिश
बड़े नेताओं के बीच हिंदी
NavBharat Times, 21 Oct 2005 : हिंदी का कारवां किधर जा रहा है? वह आगे बढ़ रहा है या पीछे हट रहा है? साफ-साफ कुछ नहीं कहा जा सकता| इसका जवाब हां या ना में नहीं हो सकता| आगे बढ़ना और पीछे हटना परस्पर विरोधी क्रियाएं हैं| यदि ये एक साथ हों तो गाड़ी जहां खड़ी है, वहीं खड़ी रहेगी लेकिन हिंदी की गाड़ी खड़ी हुई नहीं है| वह सैकड़ों सड़कों पर एक साथ चल रही है| वह कहीं आगे बढ़ रही है और … [Read more...] about बड़े नेताओं के बीच हिंदी
राज्यपालों को बनाएं सच्चे महामहिम
NavBharat Times, 14 Oct 2005 : बिहार के मामले में उच्चतम न्यायालय ने सभी की फजीहत कर दी है| कोई भी नहीं बचा| क्या राष्ट्रपति, क्या प्रधानमंत्री, क्या मंत्रिमंडल, क्या राज्यपाल, क्या सत्तारूढ़ दल और क्या खुद उच्चतम न्यायालय ! राज्यपाल बूटासिंह के निर्णय को उच्चतम न्यायालय ने ‘असंवैधानिक’ जरूर कहा लेकिन बिहार विधानसभा को उसने पुनर्जीवित नहीं किया| इस अधर में लटके हुए फैसले से सभी … [Read more...] about राज्यपालों को बनाएं सच्चे महामहिम
राज्यपालों को बनाएं सच्चे महामहिम
NavBharat Times, 14 Oct 2005 : बिहार के मामले में उच्चतम न्यायालय ने सभी की फजीहत कर दी है| कोई भी नहीं बचा| क्या राष्ट्रपति, क्या प्रधानमंत्री, क्या मंत्रिमंडल, क्या राज्यपाल, क्या सत्तारूढ़ दल और क्या खुद उच्चतम न्यायालय ! राज्यपाल बूटासिंह के निर्णय को उच्चतम न्यायालय ने ‘असंवैधानिक’ जरूर कहा लेकिन बिहार विधानसभा को उसने पुनर्जीवित नहीं किया| इस अधर में लटके हुए फैसले से सभी … [Read more...] about राज्यपालों को बनाएं सच्चे महामहिम