राष्ट्रीय सहारा, 31 अगस्त 2010 … [Read more...] about भारत क्यों दबे चीन से
Archives for August 2010
परमाणु-हर्जाने पर अब देर क्यों
नवभारत टाइम्स, 26 अगस्त 2010 : परमाणु-हर्जाने को लेकर पक्ष और विपक्ष में चली खींचातानी के दोनों पहलू हैं| वह अच्छी भी रही और बुरी भी ! बुरी इसलिए कि सारी बहस का केंद्र बन गए, सप्लायर ! याने परमाणु भटि्टयाँ या पुर्जे या तकनीक या सेवाएं देनेवाले देश या कंपनियॉं ! जबकि असली मुद्रदा यह है कि भारत परमाणु-बिजली बड़े पैमाने पर कैसे पैदा करे और इस प्रकि्रया में कोई दुर्घटना हो जाए तो … [Read more...] about परमाणु-हर्जाने पर अब देर क्यों
वेतन दें दो लाख लेकिन..
दैनिक भास्कर, 25 अगस्त 2010 | सांसदों का वेतन और सुविधाएं बढ़नी चाहिए, इसमें जरा भी शक नहीं है, लेकिन क्या वजह है कि इस बढ़ोतरी की इतनी निंदा हो रही है? क्या कारण है कि स्वयं सरकार भी स्थायी समिति के सुझाव को नहीं मान रही है और बढ़ोतरी में कंजूसी कर रही है? कौन नहीं जानता कि एक औसत सांसद का रोजमर्रा का खर्च कितना होता है? उसे कम से कम दो घर चलाने होते हैं और सैकड़ों लोगों की … [Read more...] about वेतन दें दो लाख लेकिन..
वेतन दें दो लाख लेकिन
Dainik Bhaskar (Bhopal), 25 August 2010 : सांसदों का वेतन और सुविधाएं बढ़नी चाहिए, इसमें जरा भी शक नहीं है, लेकिन क्या वजह है कि इस बढ़ोतरी की इतनी निंदा हो रही है? क्या कारण है कि स्वयं सरकार भी स्थायी समिति के सुझाव को नहीं मान रही है और बढ़ोतरी में कंजूसी कर रही है? कौन नहीं जानता कि एक औसत सांसद का रोजमर्रा का खर्च कितना होता है? उसे कम से कम दो घर चलाने होते हैं और सैकड़ों … [Read more...] about वेतन दें दो लाख लेकिन
कश्मीर में चाहिए साहसिक पहल
Dainik Hindustan : कश्मीर के हालात पर दिया गया प्रधानमंत्री का भाषण अत्यंत मार्मिक था| उसके शब्द और शैली दिल में घर करनेवाले थे लेकिन उसका कितना असर हुआ ? दो दिन बाद ही कश्मीरी जनता फिर मैदान में निकल आई और फिर चार-पांच नौजवान मारे गए| पिछले दो माह में जितन दिन होते हैं, लगभग उतने ही नौजवान मारे गए| दो माह लंबे इस बगावती माहौल ने क्या सिद्घ किया ? केंद्र की तोप के मुकाबले … [Read more...] about कश्मीर में चाहिए साहसिक पहल
फिसल पड़े सब नेता !
दैनिक भास्कर, 11 अगस्त 2010| जिन लोगों के हाथ में हमने देश की पतवार दे रखी है, उनका हाल क्या है, इसका हमेंसही-सही पता लग रहा है, जातीय गणना के सवाल से ! … [Read more...] about फिसल पड़े सब नेता !
जाति मिटे तो गरीबी हटे
नई दुनिया, 06 अगस्त 2010 : जातीय गणना के इरादे को देश सफल चुनौती दे रहा है| जबसे ‘सबल भारत‘ ने ‘मेरी जाति हिंदुस्तानी‘ आंदोलन छेड़ा है, इसका समर्थन बढ़ता ही चला जा रहा है| देश के वरिष्ठतम नेता, न्यायाधीश, विधिशास्त्री, विद्वान, पत्र्कार, समाजसेवी और आम लोग भी इससे जुड़ते चले जा रहे हैं| इसमें सभी प्रांतों, भाषाओं, जातियों, धर्मों और धंधों के लेाग है| ऐसा नहीं लगता कि यह … [Read more...] about जाति मिटे तो गरीबी हटे