Dainik Bhaskar(Bhopal), 29 June 2011 : भारत और पाकिस्तान के विदेश सचिवों की बैठक को सफल माना जाए या विफल, यह निर्भर होगा देखने वाले की दृष्टि पर। अगर आप हथेली पर सरसों उगी देखने के शौकीन हैं तो यह बैठक आपको बिल्कुल निर्थक मालूम पड़ेगी, क्योंकि असली मुद्दों पर न पाकिस्तान टस से मस हुआ है और न ही भारत। लेकिन जिन्हें भारत-पाक संबंधों के पेचो-खम का पता है, वे मानेंगे कि काठ के इस … [Read more...] about काठ के घोड़े की हलचल
Archives for June 2011
अफगानिस्तान में भारत की भूमिका
NavBharat Times, 28 June 2011 : बराक ओबामा ने घोषणा की है कि जुलाई 2011 यानी अगले महीने से अमेरिकी फौजों की अफगानिस्तान से वापसी शुरू हो जाएगी। इसका अर्थ यह हुआ कि पिछले दस वर्षों से दक्षिण एशिया में जो राजनीति चल रही है, उसमें कुछ बुनियादी बदलाव आने शुरू हो जाएंगे। ये बदलाव क्या-क्या हो सकते हैं? सबसे पहला बदलाव तो यह हो सकता है कि अफगानिस्तान में अराजकता फैल जाए। अब तक … [Read more...] about अफगानिस्तान में भारत की भूमिका
तालिबान से बात करें लेकिन सतर्क रहें
Hindustan, 22 June 2011 : अफगानिस्तान से अपनी सुरक्षित वापसी की वेला में अमेरिका क्या-क्या पापड़ नहीं बेल रहा है। उसका सबसे ताजा पैंतरा यह है कि तालिबान और अल-क़ायदा में फूट डाल दी जाए। तालिबान और अल-क़ायदा को एक-दूसरे से अलग करने लिए अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक प्रस्ताव रखा, जिसका सभी 15 सदस्यों ने सर्वसम्मति से समर्थन कर दिया। प्रस्ताव यह था कि आतंकवादियों … [Read more...] about तालिबान से बात करें लेकिन सतर्क रहें
पाकिस्तान की अफगान गांठ
पिछले सप्ताह पाकिस्तान-यात्रा पर दो अत्यंत महत्वपूर्ण अतिथि आए। एक तो अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई और दूसरे सीआईए के मुखिया लिओन पेनेटा। पेनेटा शीघ्र ही अमेरिका के रक्षा मंत्री बननेवाले हैं। इन अतिथियोंकी यात्रा का मूल लक्ष्य एक ही था। वह यह है कि जुलाई 2011 में शुरू होने वाली अमेरिकी वापसी के बाद अफगानिस्तान को कैसे संभाला जाएगा। जहां तक पाकिस्तान का सवाल है, वह यह … [Read more...] about पाकिस्तान की अफगान गांठ
पाकिस्तान की अफगान गांठ
पिछले सप्ताह पाकिस्तान-यात्रा पर दो अत्यंत महत्वपूर्ण अतिथि आए। एक तो अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई और दूसरे सीआईए के मुखिया लिओन पेनेटा। पेनेटा शीघ्र ही अमेरिका के रक्षा मंत्री बननेवाले हैं। इन अतिथियोंकी यात्रा का मूल लक्ष्य एक ही था। वह यह है कि जुलाई 2011 में शुरू होने वाली अमेरिकी वापसी के बाद अफगानिस्तान को कैसे संभाला जाएगा। जहां तक पाकिस्तान का सवाल है, वह यह … [Read more...] about पाकिस्तान की अफगान गांठ
जनता से मुठभेड़ ठीक नहीं
Dainik Bhaskar, 15 June 2011 : प्रणब मुखर्जी की इस बात से मैं पूरी तरह सहमत हूं कि कानून बनाने का काम संसद का है। संसद के इस अधिकार को चुनौती देना सर्वथा अलोकतांत्रिक है, लेकिन मूल प्रश्न यह है कि इस मर्यादा को भंग किसने किया? पहल किसने की? क्या अन्ना हजारे के लोगों ने कहा था कि लोकपाल विधेयक पर विचार करने के लिए संयुक्त समिति बनाई जाए? क्या यह पहल सरकार की तरफ से नहीं हुई … [Read more...] about जनता से मुठभेड़ ठीक नहीं
जनता से मुठभेड़ ठीक नहीं
Dainik Bhaskar, 15 June 2011 : प्रणब मुखर्जी की इस बात से मैं पूरी तरह सहमत हूं कि कानून बनाने का काम संसद का है। संसद के इस अधिकार को चुनौती देना सर्वथा अलोकतांत्रिक है, लेकिन मूल प्रश्न यह है कि इस मर्यादा को भंग किसने किया? पहल किसने की? क्या अन्ना हजारे के लोगों ने कहा था कि लोकपाल विधेयक पर विचार करने के लिए संयुक्त समिति बनाई जाए? क्या यह पहल सरकार की तरफ से नहीं हुई … [Read more...] about जनता से मुठभेड़ ठीक नहीं
बाबा के आंदोलन के मुद्दे
Dainik Bhaskar, 01 June 2011 : भ्रष्टाचार के विरुद्ध बाबा रामदेव जो मोर्चा लगा रहे हैं, वह एक बेमिसाल घटना होगी। यदि दिल्ली में एक लाख और देश में एक करोड़ से भी ज्यादा लोग अनशन पर बैठेंगे तो इसके मुकाबले की घटना हम कहां ढूंढेंगे? यह सबसे बड़ा अहिंसक सत्याग्रह होगा। इसका उद्देश्य जनता व शासन दोनों को भ्रष्टाचार के विरुद्ध कटिबद्ध करना है। यदि आंदोलन सिर्फ सरकार के … [Read more...] about बाबा के आंदोलन के मुद्दे
बाबा के आंदोलन के मुद्दे
Dainik Bhaskar, 01 June 2011 : भ्रष्टाचार के विरुद्ध बाबा रामदेव जो मोर्चा लगा रहे हैं, वह एक बेमिसाल घटना होगी। यदि दिल्ली में एक लाख और देश में एक करोड़ से भी ज्यादा लोग अनशन पर बैठेंगे तो इसके मुकाबले की घटना हम कहां ढूंढेंगे? यह सबसे बड़ा अहिंसक सत्याग्रह होगा। इसका उद्देश्य जनता व शासन दोनों को भ्रष्टाचार के विरुद्ध कटिबद्ध करना है। यदि आंदोलन सिर्फ सरकार के … [Read more...] about बाबा के आंदोलन के मुद्दे