पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की तौर पर इमरान खान कितने सफल होंगे, यह तो समय बताएगा लेकिन शपथ लेते ही उन्होंने जो काम किया है, वह भारत के राष्ट्रपतियों और प्रधानमंत्रियों के लिए भी एक मिसाल है। उनके अनुकरण करने लायक है। भारत ही नहीं, लगभग सभी हमारे पड़ौसी देशों के नेताओं को इमरान से सबक सीखना चाहिए। भारत के सभी पड़ौसी देशों के बादशाहों, राष्ट्रपतियों और प्रधानमंत्रियों से पिछले 50 … [Read more...] about सारे नेता इमरान से सबक लें
Archives for August 2018
विश्व हिंदी पिकनिक ?
मोरिशस में जो हुआ, वह 11 वां विश्व हिंदी सम्मेलन था। वह तीन दिन चला। 18, 19 और 20 अगस्त ! लेकन उसे महत्व कैसा मिला? जैसा कि किसी गांव या छोटे शहर की गोष्ठी-जैसा! क्यों? सरकारी लोग इसका कारण अटलजी को बताते हैं। उनका कहना है कि अटलजी के अवसान के कारण देश ने उस सम्मेलन पर कोई ध्यान नहीं दिया। सारे अखबार और टीवी चैनलों पर अटलजी ही अटलजी दिखाई पड़ रहे थे। यह सच है लेकिन उसी दौरान … [Read more...] about विश्व हिंदी पिकनिक ?
अटलजी को यह कैसी श्रद्धांजलि ?
पिछले तीन दिनों में तीन ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के नेताओं को गंभीरता से विचार करना चाहिए। ये तीनों घटनाएं ऐसी हैं, जो अटलजी के स्वभाव के विपरीत हैं। यदि अटलजी आज हमारे बीच होते और स्वस्थ होते तो वे चुप नहीं रहते। बोलते और अपनी शैली में ऐसा बोलते कि संघ और भाजपा की प्रतिष्ठा बच जाती बल्कि बढ़ जाती। पहली घटना। स्वामी अग्निवेश जब अटलजी के पार्थिव … [Read more...] about अटलजी को यह कैसी श्रद्धांजलि ?
इमरान से भारत की आशाएं
आज दिन भर कई टीवी चैनल मुझसे पूछते रहे कि पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान भारत-पाक संबंधों की क्या नई इबारत लिखेंगे ? हर चैनल पर जो दूसरे वक्ता बैठे थे, उनमें कई बड़े फौजी, अनुभवी कूटनीतिज्ञ और नेता टाइप लोग भी थे। लगभग सबकी राय निराशाजनक थी। लगभग सबका कहना था कि इमरान खान पाक सेना की कठपुतली हैं। वे सेना के इशारे के बिना एक कदम भी नहीं उठा सकते। उनके इस बयान पर कोई भरोसा … [Read more...] about इमरान से भारत की आशाएं
अटलजीः वे थे बेजोड़ नेता
अटलजी के निधन पर मैं क्या लिखूं, कैसे लिखूं ? अटलजी से मेरा 50-55 साल का संबंध रहा है। वे जब भी इंदौर आते, हमारे घर उनका भोजन पहले से तय होता। मेरे पिताजी और अटलजी, दोनों ही जनसंघ के प्रारंभिक कार्यकर्ता थे। मैं 1965 में पीएच.डी. करने के लिए दिल्ली आ गया और तब से अब तक अटलजी से आत्मीय घनिष्टता ज्यों की त्यों बनी रही। वे मेरी शादी में (1970) देश के अन्य नेताओं के साथ बड़े … [Read more...] about अटलजीः वे थे बेजोड़ नेता
गिरजाघर में ब्रह्मचर्य का ढोंग
ईसाइयों के केथोलिक संप्रदाय में ब्रह्मचर्य का महत्व भारत के आर्यधर्मों से भी ज्यादा है। स्वयं ईसा मसीह अविवाहित थे। केथोलिक पादरी अपने अविवाहित रहने और ब्रह्मचर्य-पालन पर गर्व करते हैं लेकिन ईसाइयत के इतिहास में पादरियों ने जितना भ्रष्टाचारण किया है, किसी और धर्म के इतिहास में देखने को नहीं मिलता। पाखंड, अंधविश्वास और दुश्चारित्र्य के कारण ही सन 500 से लेकर 1500 तक के एक हजार … [Read more...] about गिरजाघर में ब्रह्मचर्य का ढोंग
गिरजाघर में ब्रह्मचर्य का ढोंग
ईसाइयों के केथोलिक संप्रदाय में ब्रह्मचर्य का महत्व भारत के आर्यधर्मों से भी ज्यादा है। स्वयं ईसा मसीह अविवाहित थे। केथोलिक पादरी अपने अविवाहित रहने और ब्रह्मचर्य-पालन पर गर्व करते हैं लेकिन ईसाइयत के इतिहास में पादरियों ने जितना भ्रष्टाचारण किया है, किसी और धर्म के इतिहास में देखने को नहीं मिलता। पाखंड, अंधविश्वास और दुश्चारित्र्य के कारण ही सन 500 से लेकर 1500 तक के एक हजार … [Read more...] about गिरजाघर में ब्रह्मचर्य का ढोंग
लाल किले से चुनावी शंखनाद
आज लाल किले से प्र.मं. नरेंद्र मोदी ने जितना प्रभावशाली भाषण दिया है, मुझे ऐसा लगता है कि इतना जोरदार भाषण आज तक किसी भी प्रधानमंत्री का नहीं हुआ। उन्होंने अपनी चार साल की उपलब्धियों का इतना सगुण-साकार विवरण पेश किया है कि विरोधी नेताओं का प्रकंपित होना स्वाभाविक है। उन्होंने अपनी सरकार की सफलताओं को किसानों, मजदूरों, वंचितों, स्त्रियों, नौजवानों, फौजियों, सभी भारतीयों को … [Read more...] about लाल किले से चुनावी शंखनाद
सोमनाथ दाः हार्दिक श्रद्धांजलि
श्री सोमनाथ चटर्जी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के ऐसे नेता थे, जिन्हें नंबूतिरिपाद और ज्योति बसु की श्रेणी में रखकर याद किया जाएगा। हालांकि वे इन दोनों नेताओं की तरह न तो अपने-अपने प्रदेशों के मुख्यमंत्री बने और न ही मरते वक्त मार्क्सवादी पार्टी के सदस्य रहे। यदि उन्हें मौका मिलता तो वे योग्य प्रधानमंत्री भी सिद्ध हो सकते थे। वे लोकसभा के 10 बार सदस्य रहे और पांच साल अध्यक्ष … [Read more...] about सोमनाथ दाः हार्दिक श्रद्धांजलि
देश में फर्जी पार्टियों की भरमार
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि भारत में कुल मिलाकर 2091 राजनीतिक पार्टियां हमारे चुनाव आयोग में पंजीकृत हैं। जिस देश में लगभग 2100 पार्टियां हों, उसका लोकतंत्र कितना सबल और संपन्न होगा, इसका आप अंदाज लगा सकते हैं। यदि कोई पार्टी है तो उसके कुछ सदस्य भी होंगे, उसके कुछ नेता भी होंगे, उसके कुछ सिद्धांत और कार्यक्रम भी होंगे, उसके पास संगठन को चलाने के लिए पैसा भी होगा। इसका … [Read more...] about देश में फर्जी पार्टियों की भरमार