गुरु नानक बरामदे के शिलान्यास के अवसर पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने जो चमत्कारी भाषण दिया, उस पर पानी फिर गया है। हमने अगले दक्षेस सम्मेलन के बहिष्कार की घोषणा कर दी और यह भी कह दिया कि जब तक आतंकवाद खत्म नहीं होगा, हम कोई बात नहीं करेंगे। हमारी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की यह प्रतिक्रिया निराधार नहीं है। उनका गुस्सा स्वाभाविक है। हमारे प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री … [Read more...] about इमरान के कहे पर पानी फिरा
Archives for November 2018
कश्मीरः सत्यपाल मलिक पहल करें
कश्मीर विधानसभा भंग होने पर देश के लगभग सभी अखबारों और टीवी चैनलों ने जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक की आलोचना की थी लेकिन मैं ही शायद एक मात्र ऐसा राजनीतिशास्त्री और पत्रकार हूं, जिसने लिखा था- ‘कश्मीरः सही वक्त, सही कदम’ (22 नवंबर 2018) ! मैंने लिखा था कि यदि राज्यपाल के मन में पक्षपात होता तो वे सज्जाद लोन को मुख्यमत्री की शपथ दिला देते, क्योंकि लोन भाजपा की मदद से … [Read more...] about कश्मीरः सत्यपाल मलिक पहल करें
प्रधानमंत्री के भाषण कैसे हों?
आज दो खबरों पर मेरा ध्यान एक साथ गया। एक तो पूर्व प्रधानमंत्री डॅ. मनमोहनसिंह द्वारा नरेंद्र मोदी को दी गई इस सलाह पर कि आप याद रखें कि आप सारे भारत के प्रधानमंत्री हैं (सिर्फ भाजपा के नहीं)। प्रधानमंत्री के भाषणों में एक मर्यादा होनी चाहिए। उनका स्तर होना चाहिए। मनमोहनसिंहजी का इशारा मोदी के उन भाषणों की ओर था, जो वे आजकल चुनावी सभाओं में देते हैं। दूसरी खबर, जिसने मेरा … [Read more...] about प्रधानमंत्री के भाषण कैसे हों?
ब्रिटेन तेरे कूचे से यों निकला
ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के बीच जो समझौता हुआ है, उसके बारे में यह पता नहीं कि ब्रिटिश संसद उस पर मुहर लगाएगी या नहीं? यदि ब्रिटिश संसद ने उसे रद्द कर दिया तो प्रधानमंत्री थेरेसा मे को इस्तीफा देना पड़ेगा और इस समझौते का भविष्य अधर में लटक जाएगा। ब्रिटेन इस यूरोपीय संघ का सदस्य 1973 में बना था। 27 सदस्य राष्ट्रों का यह संघ सारी दुनिया में सबसे समृद्ध और शक्तिशाली संघ माना जाता है। … [Read more...] about ब्रिटेन तेरे कूचे से यों निकला
उपराष्ट्रपति श्री वैंकेया नायडू से ज्वलंत राष्ट्रीय प्रश्नों पर वार्तालाप करते हुए डॉ. वैदिक
भारत-पाक-चीनः तू-तू—मैं-मैं नहीं
मुझे थोड़ा अचरज हुआ और खुशी भी कि इस बार पाकिस्तान की सरकार ने अपना संतुलन नहीं खोया। कराची स्थित चीनी वाणिज्य दूतावास पर बलूच राष्ट्रवादियों ने, जो आतंकी हमला किया, उसके लिए न तो प्रधानमंत्री इमरान खान ने और न ही विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भारत को जिम्मेदार ठहराया है। यह अजूबा है, क्योंकि पहले कुछ ऐसा हुआ है कि कोई भी आतंकी हमला कहीं भी हुआ हो, सिंध में, बलूचिस्तान में, … [Read more...] about भारत-पाक-चीनः तू-तू—मैं-मैं नहीं
अयोध्याः भाजपा पर भारी शिव-सेना
अयोध्या अब 26 साल बाद फिर खबरों में हैं। इस बार वहां दो लाख से भी ज्यादा भक्तों के इकट्ठे होने का अंदाजा है। उन्हें संभालने के लिए 70 हजार सिपाहियों को उप्र सरकार ने तैनात कर दिया है। इतना डर इसलिए पैदा हुआ है कि इस प्रदर्शन का आयोजन शिव सेना ने किया है। 1992 में जब मस्जिद गिरी थी, तब भी उप्र में कल्याणसिंह की भाजपा सरकार थी और आंध्र के समाजवादी नेता सत्यनारायण रेड्डी राज्यपाल … [Read more...] about अयोध्याः भाजपा पर भारी शिव-सेना
भारत-पाकः नानक बरामदा
भारत और पाकिस्तान के टूटे हुए रिश्तों को अब नानक-बरामदा जोड़ेगा। यह बरामदा बनेगा मुश्किल से 8 किमी का, भारत के डेराबाबा नानक से पाकिस्तान के करतारपुर साहब तक! करतारपुर में ही गुरु नानक ने अंतिम सांस ली थी। अगले साल गुरु नानक की 550 वी जयंति है। भारत सरकार इसे बड़े पैमाने पर मनाना चाहती है। हमारे मंत्रिमंडल ने जैसे ही बरामदा बनाने की घोषणा की, पाकिस्तान ने उस पर रजामंदी जाहिर कर … [Read more...] about भारत-पाकः नानक बरामदा
कश्मीरः सही वक्त, सही कदम
जम्मू-कश्मीर की विधानसभा को भंग करने के अलावा राज्यपाल सत्यपाल मलिक के पास चारा क्या था? पिछले पांच महिने से पीडीपी, नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस मांग कर रही थीं कि विधानसभा भंग करो। सो, राज्यपाल ने उनकी मांग मान ली। अब उनके बौखलाने का कारण क्या है? कारण यह है कि इन तीनों पार्टियों ने आपस में सांठ-गांठ करके सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया था। इन तीन पार्टियों का संगम ऐसा है, … [Read more...] about कश्मीरः सही वक्त, सही कदम
सुषमा जैसा कोई और नहीं
विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज ने मेरे शहर इंदौर में घोषणा की कि वे अब चुनावी राजनीति से संन्यास ले रही हैं, क्योंकि उनकी किडनी उनका साथ नहीं दे रही है। सुषमाजी के असंख्य प्रशंसकों को यह सुनकर गहरा आघात लग रहा है। मैं भी उनमें से एक हूं। सुषमा स्वराज ने सार्वजनिक जीवन में प्रवेश किया, उसके 20 साल पहले से ही मैं काफी सक्रिय था लेकिन दिल्ली आने पर जब मैंने सुषमाजी को देखा तो … [Read more...] about सुषमा जैसा कोई और नहीं