नवभारत टाइम्स, 27 नवंबर 2002: जनरल परवेज़ मुशर्रफ ने अपनी फौजी चेहरे पर लोकतंत्र का मुखौटा जमा लिया है| जमाली के ज़रिए जमा लिया है| मुस्लिम लीग (क़ायदे-आज़म) के नेता मीर जफरुल्ला खान जमाली को आखिरकार उन्होंने प्रधानमंत्री बनवा ही दिया| वे बनवाते, इसकी बिल्कुल भी जरूरत नहीं थी| कोई भी प्रधानमंत्री अपने आप बन जाना चाहिए था| लेकिन कोई कैसे बनता ? किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं … [Read more...] about ब्लेड की धार पर जमाली
Archives for November 2002
माओ के ताबूत पर पूंजीवादी जिन्न
दैनिक भास्कर, 23 नवंबर 2002, चीन की तुलना यूरोपीय विचारकों ने महादैत्य से की है| उनका कहना है कि यदि वह सोता है तो उसे सोने दो| यदि वह जाग गया तो वह दुनिया को हिला देगा| इस दैत्य ने कभी दुनिया को सचमुच हिला दिया था| चीनी क्रांति 1949 में हुई| लगभग तीन दशक तक ‘लंबा संघर्ष’ चलता रहा| न सिर्फ चीन में लाखों लोग मारे गए बल्कि भारत, वियतनाम, कोरिया, ताइवान, जापान और यहाँ तक कि … [Read more...] about माओ के ताबूत पर पूंजीवादी जिन्न
स्वप्न-लोक से भूतल पर आती काँग्रेस
रा. सहारा, 15 नवंबर 2002। पंचमढ़ी की काँग्रेस के मुकाबले माउंट आबू की काँग्रेस कितनी अलग है| माउंट आबू में न तो काँग्रेस महासमिति का अधिवेशन था और न ही कार्यसमिति की बैठक ! सिर्फ 14 राज्यों के काँग्रेसी मुख्यमंत्री वहाँ मिले थे लेकिन इस मिलन का महत्त्व किसी भी अधिवेशन से कम नहीं है| जो काँग्रेस कभी केन्द्र में अकेले ही सरकार बनाने के सपने देखती थी, उसने अब ज़मीन पर चलना शुरु कर … [Read more...] about स्वप्न-लोक से भूतल पर आती काँग्रेस
स्वप्न-लोक से भूतल पर आती काँग्रेस
R Sahara, 15 Nov. 2002 : पंचमढ़ी की काँग्रेस के मुकाबले माउंट आबू की काँग्रेस कितनी अलग है| माउंट आबू में न तो काँग्रेस महासमिति का अधिवेशन था और न ही कार्यसमिति की बैठक ! सिर्फ 14 राज्यों के काँग्रेसी मुख्यमंत्री वहाँ मिले थे लेकिन इस मिलन का महत्त्व किसी भी अधिवेशन से कम नहीं है| जो काँग्रेस कभी केन्द्र में अकेले ही सरकार बनाने के सपने देखती थी, उसने अब ज़मीन पर चलना शुरु कर … [Read more...] about स्वप्न-लोक से भूतल पर आती काँग्रेस
सद्दाम को नरम पड़ने दिया जाए
Nav Bharat Times, 14 Nov. 2002 : समझ में नहीं आ रहा कि इसे किसकी विजय कहा जाए ? सुरक्षा परिषद् की या अमेरिका की या एराक की ? या तीनों की ? सुरक्षा परिषद् ने अपना प्रस्ताव सर्वानुमति से पारित किया है| पन्द्रह में से एक राष्ट्र ने भी इस प्रस्ताव का विरोध नहीं किया| सीरिया ने भी नहीं| माना यह जा रहा था कि सीरिया पश्चिमी राष्ट्रों का साथ नहीं देगा| एराक के विरुद्घ आनेवाले किसी भी … [Read more...] about सद्दाम को नरम पड़ने दिया जाए
सद्दाम को नरम पड़ने दिया जाए
Nav Bharat Times, 14 Nov. 2002 : समझ में नहीं आ रहा कि इसे किसकी विजय कहा जाए ? सुरक्षा परिषद् की या अमेरिका की या एराक की ? या तीनों की ? सुरक्षा परिषद् ने अपना प्रस्ताव सर्वानुमति से पारित किया है| पन्द्रह में से एक राष्ट्र ने भी इस प्रस्ताव का विरोध नहीं किया| सीरिया ने भी नहीं| माना यह जा रहा था कि सीरिया पश्चिमी राष्ट्रों का साथ नहीं देगा| एराक के विरुद्घ आनेवाले किसी भी … [Read more...] about सद्दाम को नरम पड़ने दिया जाए
साढ़े चार साल में बुढ़ा गई सरकार
हिंदुस्तान, 1 नवंबर 2002। सबसे पहला प्रश्न तो यही है कि भाजपा-गठबंधन सरकार की उम्र क्या मानें ? तीन साल या साढ़े चार साल ? इस सरकार ने अक्तूबर में अपनी तीन-वर्षीय अवधि का उत्सव मनाया| प्रधानमंत्री लंदन में थे और रात देर से लौटनेवाले थे, इसलिए 13 अक्टूबर की शाम को ही उप-प्रधानमंत्री श्री लालकृष्ण आडवाणी ने पत्रकार-परिषद्र बुलाई और अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाया| उन्होंने तीन … [Read more...] about साढ़े चार साल में बुढ़ा गई सरकार
साढ़े चार साल में बुढ़ा गई सरकार
Hindustan, 1 Nov 2002 : सबसे पहला प्रश्न तो यही है कि भाजपा-गठबंधन सरकार की उम्र क्या मानें ? तीन साल या साढ़े चार साल ? इस सरकार ने अक्तूबर में अपनी तीन-वर्षीय अवधि का उत्सव मनाया| प्रधानमंत्री लंदन में थे और रात देर से लौटनेवाले थे, इसलिए 13 अक्टूबर की शाम को ही उप-प्रधानमंत्री श्री लालकृष्ण आडवाणी ने पत्रकार-परिषद्र बुलाई और अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाया| उन्होंने तीन … [Read more...] about साढ़े चार साल में बुढ़ा गई सरकार