R Sahara, 28 Sept. 2003 : अब से ठीक ढाई साल पहले राष्ट्रपति नारायणनजी अपने साथ मुझे भी मोरिशस लाए थे| उसके पहले कई बार यहॉं आना हुआ है लेकिन उसके बाद यह मेरी पहली मोरिशस-यात्रा है| नारायणनजी का विशेष आग्रह था कि मैं उनके साथ मोरिशस जाउॅं| जब राष्ट्रपतिजी का जहाज दिल्ली से उड़ा तो वे अपने केबिन से निकलकर मेरी सीट के पास आए| मैंने उन्हें धन्यवाद दिया तो कहने लगे कि “मोरिशस आते … [Read more...] about भारतीय घबराए हुए हैं
Archives for September 2003
भारत-इस्राइल मैत्री में छिपी नई विश्व राजनीति
R Sahara, 25 Sept. 2003 : इस्राइल के प्रधानमंत्री एरियल शेरोन की भारत-यात्रा में यहॉं तो कोई विघ्न नहीं हुआ लेकिन वह निर्विध्न भी नहीं रह सकी | तेल-अवीव और जेरुसलम में विध्न हो गया | पहले वे एक दिन देर से आए और अब उन्हें बीच में ही लौटना पड़ा | जिस आतंकवादी खतरे के खिलाफ भारत में कड़ा बन्दोबस्त था, वह इस्राइल में फूट पड़ा | शेरोन के लौटने का जो कारण बना, वह ही भारत और इस्राइल … [Read more...] about भारत-इस्राइल मैत्री में छिपी नई विश्व राजनीति
भारत के बड़े दोस्त थे रब्बानी
Naya India, 23 Sept 2003 : अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति प्रो. बुरहानुद्दीन रब्बानी की हत्या से अफगानिस्तान में चल रहे शांति-प्रयासों को गहरा धक्का लगेगा| वे अफगानिस्तान के सबसे बड़े नेताओं में से एक थे| वे सिर्फ राष्ट्रपति ही नहीं रहे, उन्होंने लगभग 20 साल तक मुजाहिदीन-संघर्ष का भी नेतृत्व किया था| वे पठान नहीं थे| वे ताजि़क थे, फारसीभाषी थे और उनका जन्म बदख्शान में हुआ था, … [Read more...] about भारत के बड़े दोस्त थे रब्बानी
पूंछ शेर को हिलाए
R Sahara 21 Sept 2003 : सारी दुनिया में शेर अपनी पूंछ को हिलाता है लेकिन पश्चिम एशिया में पूंछ अपने शेर को हिला रही है| पूंछ है, इस्राइल और शेर है, अमेरिका | सुरक्षा परिषद में जब यासर अराफात की हत्या के विरुद्घ प्रस्ताव आया तो अमेरिका ने उस पर वीटो (निषेधाधिकार) का प्रयोग किया| किसी भी अन्य राष्ट्र की हिम्मत नहीं पड़ी कि उस अरब-प्रस्ताव का विरोध करे| 15 में से 11 राष्ट्रों ने … [Read more...] about पूंछ शेर को हिलाए
हिन्दी पर झूठे आरोप क्यों ?
दैनिक हिन्दुस्तान, 14 Sept. 2003 : हिन्दी को ‘हिन्दी, हिन्दू, हिन्दुस्तान’ के नारे के साथ जोड़ना सरासर गलत है | पहली बात तो यह कि हिन्दी सिर्फ हिन्दुओं की भाषा नहीं है | यदि यह हिन्दुओं की ही भाषा है तो अमीर खुसरो, रहीम, रसखान, मलिक मुहम्मद जायसी, कुतबन, मंझन, ताजबीबी, आलम, रसलीन आदी को क्या कहेंगे ? हिन्दी के ये महान कवि क्या हिन्दू थे ? दक्षिण भारत में हिन्दी को ‘मुसलमानी’ … [Read more...] about हिन्दी पर झूठे आरोप क्यों ?
कैदी कविराय की हिन्दी
R Sahara, 14 Sep 2003 : हिन्दी दिवस, 14 सितम्बर मनाने के दो तरीके हैं | एक तो सरकारी तरीका है और दूसरा वह, जो दुनिया में किन्हीं भी भाषाप्रेमियों का होता है | सरकारों का भाषा से नहीं, कुर्सी से प्रेम होता है| अगर भाषा के कारण कुर्सी उलटती हो या जमती हो तो वे अवश्य ही भाषा-प्रेम का ढोंग रचाऍंगी| अब से तीन साल पहले प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी के निवास पर भारतीय भाषा सम्मेलन … [Read more...] about कैदी कविराय की हिन्दी
हिन्दी पर झूठे आरोप क्यों
Hindustan, 14 Sept. 2003 : हिन्दी को ‘हिन्दी, हिन्दू, हिन्दुस्तान’ के नारे के साथ जोड़ना सरासर गलत है | पहली बात तो यह कि हिन्दी सिर्फ हिन्दुओं की भाषा नहीं है | यदि यह हिन्दुओं की ही भाषा है तो अमीर खुसरो, रहीम, रसखान, मलिक मुहम्मद जायसी, कुतबन, मंझन, ताजबीबी, आलम, रसलीन आदी को क्या कहेंगे ? हिन्दी के ये महान कवि क्या हिन्दू थे ? दक्षिण भारत में हिन्दी को ‘मुसलमानी’ या … [Read more...] about हिन्दी पर झूठे आरोप क्यों
Still fighting over Kabul
H.Times, 09 Sept 2003: The continuing Pak-Afghan tension is a riddle even for the keen watchers of international affairs. The sacking of the Pak embassy by the Afghan crowds and hurried retreat of the Pak diplomats fromKabullast month has raised eyebrows worldwide. Despite the public apology and grant of compensation by President Karzai, the normalcy between both neighbors is … [Read more...] about Still fighting over Kabul
शेरोन की भारत-यात्रा का विरोध क्यों ?
नभाटा, 8 Sept 2003 : एरियल शेरोन के आने पर इतनी हाय-तौबा क्यों मच रही है ? विरोधी दलों के शीर्ष नेता संयुक्त बयान जारी कर रहे हैं और मुस्लिम संगठनों के नेता कह रहे हैं कि वे शेरोन-विरोधी प्रदर्शन करेंगे | शेरोन की तुलना नरेन्द्र मोदी से की जा रही है | कहा जा रहा है कि शेरोन अपनी यात्रा राजघाट से शुरू करें, उससे कहीं अच्छा है कि वे संघ के कार्यालय – झण्डेवालान – से शुरू करें | … [Read more...] about शेरोन की भारत-यात्रा का विरोध क्यों ?
शेरोन की भारत-यात्रा का विरोध क्यों ?
नवभारत टाइम्स, 8 सितंबर 2003: एरियल शेरोन के आने पर इतनी हाय-तौबा क्यों मच रही है ? विरोधी दलों के शीर्ष नेता संयुक्त बयान जारी कर रहे हैं और मुस्लिम संगठनों के नेता कह रहे हैं कि वे शेरोन-विरोधी प्रदर्शन करेंगे | शेरोन की तुलना नरेन्द्र मोदी से की जा रही है | कहा जा रहा है कि शेरोन अपनी यात्रा राजघाट से शुरू करें, उससे कहीं अच्छा है कि वे संघ के कार्यालय – झण्डेवालान – से शुरू … [Read more...] about शेरोन की भारत-यात्रा का विरोध क्यों ?