रा. सहारा, 29 जनवरी 2007 : रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की यह भारत-यात्र भारतीय विदेश नीति और विश्व राजनीति, दोनों को नई दिशा दे रही है| इस अजूबे का मूल कारण है, रूस में पैदा हुई अपूर्व समृद्घि और स्थायित्व| सोवियत संघ के भंग होते ही येल्तसिन का रूस अचानक बूढ़ा और बीमार हो गया था लेकिन पिछले सात वर्षों में पुतिन ने रूस को एक बार फिर उसी पायदान पर ला खड़ा किया है, जिस पर खड़े … [Read more...] about रूस ने दी नई दिशा
Archives for January 2004
नई दुनिया बनाने की उलझनें
NavBharat Times, 28 Jan 2004 : आदमी को सुधारे बिना समाज को सुधार लेने का सपना कितना मनमोहक है| मुंबई का ‘विश्व सामाजिक मंच’ क्या इसी सुनहले सपने के सम्मोहन में नहीं फॅंस गया है ? यह सम्मोहन पूरे पश्चिमी चिन्तन की प्रेत-बाधा है| मार्क्सवाद और पूंजीवाद, चाहे एक-दूसरे के शत्रु होने का कितना ही शंखनाद करें, वे हैं, एक ही सिक्के के दो पहलू| दोनों मानकर चलते हैं कि समाज की परिस्थिति … [Read more...] about नई दुनिया बनाने की उलझनें
हर कोण से लाभप्रद भारत-पाक वार्ता
रा. सहारा, 15 जनवरी 2004। अगर प्रश्न यह हो कि भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत का जो समझौता पिछले हफ्ते इस्लामाबाद में हुआ, वह विफल हो गया तो क्या होगा ? मान लें कि फरवरी में जो बातचीत शुरू होनी है, वह शुरू ही न हो या शुरू होकर भंग हो जाए तो क्या होगा ? बातचीत शुरू क्यों नहीं होगी ? शुरू होने के सारे आसार नज़र आ रहे हैं| बस, रेल, वायु मार्ग खुल रहे हैं, वीजा-नियंत्रण ढीला पड़ … [Read more...] about हर कोण से लाभप्रद भारत-पाक वार्ता
हर कोण से लाभप्रद भारत-पाक वार्ता
रा. सहारा, 15 जनवरी 2004। अगर प्रश्न यह हो कि भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत का जो समझौता पिछले हफ्ते इस्लामाबाद में हुआ, वह विफल हो गया तो क्या होगा ? मान लें कि फरवरी में जो बातचीत शुरू होनी है, वह शुरू ही न हो या शुरू होकर भंग हो जाए तो क्या होगा ? बातचीत शुरू क्यों नहीं होगी ? शुरू होने के सारे आसार नज़र आ रहे हैं| बस, रेल, वायु मार्ग खुल रहे हैं, वीजा-नियंत्रण ढीला पड़ … [Read more...] about हर कोण से लाभप्रद भारत-पाक वार्ता
हर कोण से लाभप्रद भारत-पाक वार्ता
R Sahara, 15 Jan 2004 : अगर प्रश्न यह हो कि भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत का जो समझौता पिछले हफ्ते इस्लामाबाद में हुआ, वह विफल हो गया तो क्या होगा ? मान लें कि फरवरी में जो बातचीत शुरू होनी है, वह शुरू ही न हो या शुरू होकर भंग हो जाए तो क्या होगा ? बातचीत शुरू क्यों नहीं होगी ? शुरू होने के सारे आसार नज़र आ रहे हैं| बस, रेल, वायु मार्ग खुल रहे हैं, वीजा-नियंत्रण ढीला पड़ रहा … [Read more...] about हर कोण से लाभप्रद भारत-पाक वार्ता
दक्षेस की विराट् दस्तक
Nav Bharat Times, 9 Jan 2004 : जैसा दक्षेस सम्मेलन इस बार हुआ, पहले कभी नहीं हुआ| भारत-पाक संवाद का संकल्प तो उसकी सर्वोच्च उपलब्धि है ही लेकिन उसके अलावा तीन ऐसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर दक्षेस-राष्ट्रों की सहमति हुई है कि अगर उन पर अमल हो गया तो 21वीं सदी को एशिया की सदी बनने से कोई रोक नहीं पाएगा| दक्षेस का मतलब है, पुराना भारत, विशाल भारत| पहले इस भारत की गुलामी और फिर विभाजन … [Read more...] about दक्षेस की विराट् दस्तक
भारत-पाक संवाद : नया धरातल
दैनिक भास्कर - 08 जनवरी 2004 : इस्लामाबाद में हुए दक्षेस सम्मेलन ने लगभग असंभव को संभव बना दिया है| आगरा में जो तार टूटा था, उसके जुड़ने की दूर-दूर तक कोई संभावना नज़र नहीं आ रही थी| शक यह था कि अटलजी और मुशर्रफ में शायद भेंट ही न हो लेकिन ये सब शक और शुबहे गलत साबित हुए| इस्लामाबाद में जो संयुक्त वक्तव्य जारी हुआ है और जिस तर्ज़ पर वह लिखा गया है, वह ही अपने आपमें ऐतिहासिक … [Read more...] about भारत-पाक संवाद : नया धरातल