दैनिक भास्कर, 28 जुलाई 2010| जब से कृष्णा-कुरैशी वार्ता विफल हुई है, भारत सरकार को पल्ले नहीं पड़ रहा है कि वह क्या करे? वह हतप्रभ है। दिग्भ्रमित है। वह आपस में लत्तम-धत्तम कर रही है। विदेश मंत्री और गृह सचिव आपस में रस्साकशी कर रहे हैं। पाकिस्तान से निपटने की बजाय वे एक-दूसरे से निपट रहे हैं। अब संसद के इस सत्र में सरकार और विपक्ष में भी तलवारें खिंचेंगी। एक-दूसरे पर प्रहार … [Read more...] about ताकत की सियासत
Archives for July 2010
काबुल-प्रक्रिया में भारत
‘असली’ सत्ता को हम भूल गए थे
राष्ट्रीय सहारा, 20 जुलाई 2010 | भारत और पाकिस्तान के कई अखबार, चैनल और नेतागण पूछ रहे हैं कि भारतीय विदेश मंत्री की यह पहली पाकिस्तान-यात्र क्या विफल हो गई ? थिम्पू-वार्ता, विदेश सचिव और गृहमंत्री की पाक-यात्रओं में जो सकारात्मक वातावरण बना था, क्या वह हवा में उड़ गया ? यदि सिर्फ पाकिस्तानी अखबारों और उनके विदेश मंत्र्ी के ताज़ातरीन बयान पर ध्यान दें तो ऐसा ही लगेगा| यह भी … [Read more...] about ‘असली’ सत्ता को हम भूल गए थे
भूखों मरते भारत का इलाज़
दैनिक भास्कर, 9 जुलाई 2010 … [Read more...] about भूखों मरते भारत का इलाज़
जाति गिनने से घाटा ही होगा
नवभारत टाइम्स, … [Read more...] about जाति गिनने से घाटा ही होगा
अराजकता में फंसा नेपाल
राष्ट्रीय सहारा, 5 July 2010 : नेपाल के प्रधानमंत्री माधव नेपाल इस्तीफा नही देते तो क्या करते? वे पूरी तरह घिर गए थे। माओवादी तो उन्हें हटाना ही चाहते थे, उनकी अपनी पार्टी ‘एमाले’ के अध्यक्ष झलनाथ खनाल और स्पीकर सुभाष नेमबांस ने भी उनके विरुद्ध बगावत का झंडा खड़ा कर दिया था। यदि वे पांच जुलाई को बजट पेश करते तो उसे किसी भी हालत में पास नही करा पाते। फिर वह बड़े बेआबरू होकर … [Read more...] about अराजकता में फंसा नेपाल