सर्वोच्च न्यायालय ने रेफल-सौदे पर उंगली उठा दी है। उसने सरकार से यह पूछा है कि वह उसे सिर्फ यह बताए कि इन रेफल विमानों की खरीद का फैसला कैसे किया गया है? अदालत को इससे मतलब नहीं कि इन विमानों को तिगुना पैसा देकर क्यों खरीदा गया है और तकनीकी दृष्टि से ये कितने शक्तिशाली हैं? अदालत का यह तर्क समझने में मुझे कुछ दिक्कत हो रही है। 500 करोड़ रु. का विमान 1600 करोड़ में खरीदा जाए और … [Read more...] about रेफल-सौदाः गले की चट्टान
Archives for October 2018
यौन शोषण: भारत कैसे बचे ?
अमेरिका में चले मी टू (मैं भी) अभियान की तरह महिलाओं का अभियान अब भारत में भी चल पड़ा है। अब कई महिलाएं खुलकर बता रही हैं कि किस अभिनेता या किस संपादक या किस अफसर ने कब उनके साथ बलात्कार करने, अश्लील हरकतें करने, डरा-धमकाकर व्यभिचार करने की कोशिशें की हैं। अभी तो नेताओं और प्रोफेसरों के नाम खुलने शुरु नहीं हुए हैं। यदि वे नाम भी सामने आने लगे तो हमारे अखबारों और टीवी चैनलों की … [Read more...] about यौन शोषण: भारत कैसे बचे ?
सबरीमालाः नेताओं का भौंदूपन
इस मंदिर में हर उम्र की महिलाओं का प्रवेश प्रारंभ होनेवाला है। सभी महिलाओं के प्रवेश का फैसला सर्वोच्च न्यायालय ने 28 सितंबर को किया था। इन याचिकाओं को यदि तुरंत सुन लिया जाता तो याचिकाकर्ताओं को आशा थी कि शायद रजस्वला स्त्रियों का मंदिर-प्रवेश स्थगित हो जाता। लेकिन केरल की मार्क्सवादी सरकार के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने यह घोषणा कर दी है कि वे अदालत के फैसले को लागू करके … [Read more...] about सबरीमालाः नेताओं का भौंदूपन
राम मंदिर का मसला मजहबी नहीं
विश्व हिंदू परिषद ने राम मंदिर का मोर्चा दुबारा खोल दिया है। मुझे आश्चर्य है कि वह पिछले चार साल मौन-व्रत क्यों धारण किए रही ? मेरे लिए अयोध्या में राम मंदिर मजहबी मसला है ही नहीं। उसे हिंदू-मुसलमान का मसला बनाना बिल्कुल गलत है। यह मसला है, देसी और विदेशी का ! यह बात मैं अपने बड़े भाई तुल्य अशोक सिंघलजी, जो कि विश्व हिन्दू परिषद के बरसों—बरस अध्यक्ष रहे, से भी हमेशा कहता रहता … [Read more...] about राम मंदिर का मसला मजहबी नहीं
संसदीय चुनाव का पूर्वाभ्यास
पांच राज्यों में चुनावों की घोषणा को अगले साल होने वाले संसदीय चुनावों का पूर्वाभ्यास माना जा रहा है। कुछ हद तक यह सही भी है। मप्र, राजस्थान और छत्तीसगढ़ तो भाजपा शासित राज्य है और मिजोरम या सिक्किम की तरह छोटे-मोटे राज्य नहीं हैं। जो अन्य दोनों राज्य हैं, तेलंगाना और मिजोरम, इनमें भाजपा जीते या न जीते,कोई खास फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि वहां दूसरी पार्टियों का शासन है। इन पांचों … [Read more...] about संसदीय चुनाव का पूर्वाभ्यास
भारत-रुसः दाल में काला नहीं
रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ एस-400 प्रक्षेपास्त्र की खरीद का समझौता हुआ। ट्रायंफ नामक इस मिसाइल के पांच स्क्वेड्रन 40 हजार करोड़ रु. में आएंगे लेकिन आश्चर्य है कि 60 हजार करोड़ के रेफल विमानों की तरह इस भारत-रुस सौदे पर कोई हल्ला नहीं हो रहा है। इस दाल में कुछ भी काला नहीं दिखाई पड़ रहा है। इस सौदे में कोई दलाल नहीं है। चीन ने भी ये मिसाइल रुस से खरीद रखे हैं। इस खरीद … [Read more...] about भारत-रुसः दाल में काला नहीं
तेल के दामः दाल पतली
सरकार ने पहले अनाज के दाम बढ़ाकर किसानों को राहत दी और अब पेट्रोल और डीजल के दाम घटाकर आम आदमी के गुस्से को ठंडा किया। ये दोनों काम तारीफ के लायक हैं। उचित समय पर किए गए हैं। लेकिन जरा गहराई में उतरें और खुद से पूछें कि ये काम इतनी जल्दी कैसे कर दिए गए, क्यों कर दिए गए तो इनका उत्तर पाकर हमारी तारीफ की दाल पतली हो जाएगी। मोदी सरकार को पता चल गया है कि उसकी लाख कोशिशों के बावजूद … [Read more...] about तेल के दामः दाल पतली
मायावतीः मेंढकों को कैसे तोलें?
बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती ने अपने लिए कांग्रेस को अछूत घोषित कर दिया है और 2019 के चुनावों में भाजपा की जीत को लगभग पक्का कर दिया है। उन्होंने छत्तीसगढ़, मप्र और राजस्थान में कांग्रेस को झटक दिया है और प्रांतीय पार्टियों को वे अब पकड़ रही हैं। वैसे ही जैसे कि उन्होंने कर्नाटक में कुमारास्वामी के जनता दल को गले लगा लिया था। मायावती को कांग्रेस की दादागीरी रास नहीं आ रही … [Read more...] about मायावतीः मेंढकों को कैसे तोलें?
गांधीमुक्त कांग्रेस की नौटंकी
गांधी जयंति पर वर्धा में कांग्रेस ने खूब नौटंकी रचाई। सोनिया-राहुल अपने नाम के पीछे गांधी उपनाम जरुर लगाते हैं लेकिन उनका महात्मा गांधी से क्या लेना-देना है? इनका उपनाम गांधी है, फिरोज गांधी की वजह से! सोनियाजी फिरोज गांधी की बहू हैं और राहुल उनका पोता है। इसी तरह महात्मा गांधी की कांग्रेस और राहुल गांधी की कांग्रेस का क्या संबंध है? इस कांग्रेस का तो गांधी अंतिम संस्कार करने … [Read more...] about गांधीमुक्त कांग्रेस की नौटंकी
तालिबान से बातः भारत पहल करे
उजबेकिस्तान के राष्ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव ने दिल्ली में अपने भाषण के दौरान एक अत्यंत व्यावहारिक सुझाव दिया है। उन्होंने कहा है कि अफगान-संकट का समाधान फौजी कार्रवाई से नहीं, बल्कि तालिबान से सीधी बातचीत के द्वारा होगा। यही बात पिछले हफ्ते अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी ने भारत में कही थी। इस समय अफगानिस्तान के आधे से ज्यादा जिलों पर तालिबान का कब्जा है। पश्चिमी राष्ट्रों की फौजी … [Read more...] about तालिबान से बातः भारत पहल करे