R Sahara, 30 March 2003 : दस दिन की यात्रा के बाद जब अफगानिस्तान से लौटने की वेला आई तो अजीब-सी परेशानी सताने लगी| सैकड़ों लोगों से मिलना और दर्जनों स्थानों पर जाना शेष रह गया | किसी भी दिन चार घटों से ज्यादा नहीं सो पाया | हमारे राजदूत विवेक काटजू का विशेष आग्रह था कि भारत रवाना होने से पहले उनके घर नाश्ता होना चाहिए लेकिन उनसे भी नहीं मिल सके, क्योंकि ठीक उसी समय अफगानिस्तान … [Read more...] about अफगानिस्तान से वापसी
Archives for March 2003
अफगानिस्तान का नया साल
R Sahara, 23 March 2003 : 21 मार्च को हर साल अफगानिस्तान में ‘नवराज’ (नया साल) मनाया जाता है| यह वास्तव में पारसियों का त्यौहार है| महात्मा जरथुष्ट्र के ज़माने से चला आ रहा है| नवरोज़ मतलब नया दिन| भारतीय त्यौहारों की तरह मज़जब से इसका कुछ लेना देना नहीं है लेकिन मौसम से है| आज से वास्तव में यहॉं मौसम बदल रहा है| सर्दी और बरसात की मार हल्की पड़ गई है| दिन भर स्वेटर और शेरवानी … [Read more...] about अफगानिस्तान का नया साल
सावरकर के बिना इतिहास अधूरा
नवभारत टाइम्स, 9 मार्च 2003। भारत के स्वाधीनता संग्राम में सावरकर को हम सही स्थान क्या देंगे, अभी तक तो सेन्ट्र्रल हाल में उनके चित्र को लेकर ही कोहराम मचा हुआ है| सावरकर के चित्र के विरुद्घ सोनिया ने राष्0पति को पत्र तो लिखा दिया लेकिन तब तक उन्हें पता नहीं था कि उनकी सास इंदिरा गॉंधी ने सावरकर का डाक-टिकिट जारी किया था और उनकी स्मृति में स्थापित न्यास को 11 हजार रूपये भी दिए … [Read more...] about सावरकर के बिना इतिहास अधूरा
सावरकर के बिना इतिहास अधूरा
NavBharat Times, 9 March 2003 : भारत के स्वाधीनता संग्राम में सावरकर को हम सही स्थान क्या देंगे, अभी तक तो सेन्ट्र्रल हाल में उनके चित्र को लेकर ही कोहराम मचा हुआ है| सावरकर के चित्र के विरुद्घ सोनिया ने राष्0पति को पत्र तो लिखा दिया लेकिन तब तक उन्हें पता नहीं था कि उनकी सास इंदिरा गॉंधी ने सावरकर का डाक-टिकिट जारी किया था और उनकी स्मृति में स्थापित न्यास को 11 हजार रूपये भी … [Read more...] about सावरकर के बिना इतिहास अधूरा
निर्गुटता को चाहिए नई लीक
R Sahara, 5 March 2003: कैसा विचित्र संयोग है कि गुट-निरपेक्षता जितनी अप्रासंगिक हो गई है, उसका सम्मेलन उतना ही सफल हुआ है| याने क्या अप्रासंगिकता सफल हुई है ? जी हॉं, मलेशिया की राजधानी क्वालालम्पुर में यही हुआ है| 116 राष्ट्र्रों के गुट-निरपेक्ष सम्मेलन में इतने राष्ट्र्रपति और प्रधानमंत्री एक साथ पहुंच गए कि जितने संयुक्तराष्ट्र्र संघ में भी नहीं पहुंचते | 63 राष्ट्र्रपतियों … [Read more...] about निर्गुटता को चाहिए नई लीक
सावरकर से परहेज़ क्यों
नवभारत टाइम्स, 3 मार्च 2003: सावरकर कोई मामूली क्रांतिकारी नहीं थे| उन्हें 27 साल की आयु में 50-50 साल की दो सजाऍं हुई थीं| अंडमान-निकोबार तथा रत्नागिरी में उन्होंने 27 साल की जेल और नज़रबंदी भुगती| क्या दुनिया का कोई और क्रांतिकारी है, जिसने इतना लम्बा कारावास भुगता हो ? अगर 25 साल जेल में रहने के कारण नेल्सन मंडेला विश्व-वंद्य हैं तो सावरकर को कौन सा स्थान मिलना चाहिए ? यह … [Read more...] about सावरकर से परहेज़ क्यों
सावरकर से परहेज़ क्यों
नवभारत टाइम्स, 3 मार्च 2003: सावरकर कोई मामूली क्रांतिकारी नहीं थे| उन्हें 27 साल की आयु में 50-50 साल की दो सजाऍं हुई थीं| अंडमान-निकोबार तथा रत्नागिरी में उन्होंने 27 साल की जेल और नज़रबंदी भुगती| क्या दुनिया का कोई और क्रांतिकारी है, जिसने इतना लम्बा कारावास भुगता हो ? अगर 25 साल जेल में रहने के कारण नेल्सन मंडेला विश्व-वंद्य हैं तो सावरकर को कौन सा स्थान मिलना चाहिए ? यह … [Read more...] about सावरकर से परहेज़ क्यों
सावरकर की माफी
R Sahara, 2 March 2003 : यह बात कहॉं तक ठीक है कि सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी थी? अगर अंडमान निकोबार जेल के मूल दस्तावेज देखें तो मन पर कुछ दूसरा ही प्रभाव पड़ता है| सावरकर ने कोई गुपचुप माफीनामा नहीं लिखा| उन्होंने अक्तूबर 1913 में एक खुली याचिका दी थी, जैसा कि अन्य चार क्रांतिकारियों ने भी दी थी| लगभग सभी क्रांतिकारियों ने उन पर किए जा रहे नृशंस अत्याचारों का वर्णन … [Read more...] about सावरकर की माफी