R Sahara, 30 Oct 2003 : पाकिस्तानी कूटनीति की हालत कितनी खस्ता हो गई है, इसका पता इसी बात से चलता है कि भारत के शांति-प्रस्तावों का जवाब देने में उसे आठ दिन लग गए| टेलिविज़न के ज़माने में जवाबी हमला होने में जबकि आठ घंटे भी नहीं लगते, आखिर आठ दिन लगने का कुछ खास मतलब भी है या नहीं? आठ दिन लगे, इसका सबसे गहरा अर्थ यह है कि भारतीय प्रस्तावों ने पाकिस्तानी सत्ता-प्रतिष्ठान को … [Read more...] about पाकिस्तानी प्रतिक्रिया : पुंसत्ववान नीति की प्रतीक्षा
Archives for October 2003
इस्लामी एकता का प्रहसन
Nav Bharat Times, 22 Oct 2003 : इस्लामी सम्मेलन संगठन (ओ आई सी) में 57 राष्ट्र हैं| 57 राष्ट्र जिस अन्तरराष्ट्रीय संगठन के सदस्य हों, वह क्या नहीं कर सकता ? संयुक्तराष्ट्र संघ के बाद उसे सबसे अधिक शक्तिशाली मंच होना चाहिए था लेकिन पिछले 34 साल में वह चूं-चूं का मुरब्बा बनकर रह गया| दुनिया के मुसलमानों की जिन्दगी में अगर संगठन ज़रा-सा भी उजाला कर पाता तो आज उसकी आवाज इस्लामी जगत … [Read more...] about इस्लामी एकता का प्रहसन
बलात्कार की तैयारी
R Sahara, Oct 2003 : स्विस महिला राजनयिक के साथ हुए बलात्कार की जितनी निन्दा की जाए कम है लेकिन यह भी विचारणीय है कि क्या इस तरह की खबरें मुखपृष्ठ पर आठ-आठ कॉलम में छापी जानी चाहिए| उस दिन के दिल्ली के कुछ अखबार देखकर ऐसा लग रहा था मानो दिल्ली पर कोई पाकिस्तानी बम गिर गया हो| क्या वह बलात्कार इसीलिए इतना खबरीला बन गया कि वह एक गोरी महिला के साथ हुआ है और वह भी एक राजनयिक महिला … [Read more...] about बलात्कार की तैयारी
चलें पूरब की ओर : बनें महाशक्ति
R Sahara, 17 Oct 2003 : ‘एसियान’ राष्ट्रों के साथ पिछले हफ्ते भारत का जो शिखर-सम्वाद हुआ, उसका असली अर्थ क्या है ? यही कि इक्कीसवीं सदी अब एशियाई सदी बनने के मार्ग पर चल पड़ी है और भारत महाशक्ति बनने के मार्ग पर ! अगले दो-तीन दशकों में अगर ये दो लक्ष्य पूर्ण होते हैं तो वे सिर के बल खड़ी विश्व राजनीति को पैर के बल खड़ा कर देंगे| 19वीं सदी यूरोपीय सदी थी और 20वीं सदी अमेरिकी सदी … [Read more...] about चलें पूरब की ओर : बनें महाशक्ति
किसके मारें, जूते चार !
R Sahara, 12 Oct 2003 : हमारे देश के दलित कितने बदकिस्मत हैं कि उनको नेता भी मिले हैं तो मायावती जैसे ! नेता और उसके अनुयायियों में कुछ तो साम्य होना चाहिए? क्या साम्य है, उनके बीच? मायावती की जीवन-शैली किसी ‘मनुवादी’ से क्या कम है? ऐसा नहीं है कि अवैध सम्पत्तियों का अम्बार सिर्फ मायावती के पास ही है| देश का हर महत्वपूर्ण राजनेता वैसा ही है, जैसी कि मायावती है| फर्क इतना है कि … [Read more...] about किसके मारें, जूते चार !
मोरिशस में गोरा प्रधानमंत्री
NavBharat Times, 8 Oct 2003 : मोरिशस 1968 में आज़ाद हुआ लेकिन पिछले 35 वर्षों में वहॉं जो भी प्रधानमंत्री बना, वह कोई न कोई भारतवंशी ही रहा| भारतवंशी ही नहीं, वह हिन्दू ही रहा और सिर्फ हिन्दू ही नहीं, वैश जाति;यादव-कुर्मी आदि का रहा और मोरिशस में जो वैश है, वह हिन्दीभाषी तो होता ही है| यह पहला मौका है कि पॉल रेमों बेरांजे नामक एक गोरा व्यक्ति 30 सितंबर को मोरिशस का प्रधानमंत्री … [Read more...] about मोरिशस में गोरा प्रधानमंत्री
मोरिशस की कुछ झलकियॉं
R Sahara, 5 Oct 2003 : मोरिशस भारत से 3600 मील दूर है| हवाई जहाज से वहॉं पहुंचने में साढ़े सात घंटे लगते हैं| यह हिन्द महासागर के दक्षिण-पश्चिम में स्थित है| इस द्वीप का नाम ‘मोरिशस’ कैसे पड़ा ? फ्रांसीसी भाषा में इस द्वीप को ‘इल मौरिस’ कहा जाता है याने मौरिस का द्वीप| फ्रांसीसी राजकुमार मौरिस के नाम पर इस द्वीप का नाम रखा गया| भोजपुरी में इसे मोरिशस कोई नहीं बोलता| इसे ‘मोरिस’ … [Read more...] about मोरिशस की कुछ झलकियॉं