दैनिक भास्कर, 22 अगस्त 2007 : इस समय सबसे ज्वलंत प्रश्न यही है कि क्या मनमोहन-सरकार गिर जाएगी? और गिर गई तो देश की राजनीति किधर जाएगी? परमाणु-समझौते का क्या होगा? भारत की विदेश नीति पर उसका क्या असर पड़ेगा? सरकार के गिरने का अंदेशा इसलिए बढ़ गया है कि वामपंथियों द्वारा निकाला गया मध्यम मार्ग भी सरकार के गले नहीं उतर रहा है| शनिवार को अनेक टीवी चैनलों ने प्रचार कर दिया था कि … [Read more...] about सरकार पर सवार खुदकुशी की सनक
Archives for 2007
पिंड छुड़ाऍं इस समझौते से
Rastriya Sahara, 22 Aug 2007 … [Read more...] about पिंड छुड़ाऍं इस समझौते से
Why Afghanistan is on a road to anarchy
Dr. Vaidik’s Interview on Afghanistan Donna Jacobs Citizen Special Monday, August 06, 2007 (TheOttawa Citizen 2007, USA) : If western military forces pull out of Afghanistan too soon, says a friend of Mohammed Zaher Shah, the country’s aged last king who died on July 23, “the situation might explode in such a manner that you’ll have many 9/11s all over the … [Read more...] about Why Afghanistan is on a road to anarchy
Why Afghanistan is on a road to anarchy
Ottawa Citizen6 Aug 2007DONNA JACOBS ‘By ignoring Afghanistan, I would say the western countries are watering the roots of the Banyan tree of terrorism. Its roots are very firm and widely spread,’ says Ved Pratap Vaidik, a prominent India-born political analyst. If western military forces pull out of Afghanistan too soon, says a friend of Mohammed Zaher Shah, the … [Read more...] about Why Afghanistan is on a road to anarchy
लाल मस्जिद पाकिस्तान का आपरेशन ब्ल्यू स्टार है
दैनिक भास्कर 8 जुलाई 2007 : लाल मस्जिद के खिलाफ सैनिक कार्रवाई करके जनरल परवेज़ मुशर्रफ ने एक तीर से कई निशाने साध लिये हैं| सबसे पहले तो पाकिस्तानी अखबारों के मुखपृष्ठों से मुख्य न्यायाधीश इफ्तिखार चौधरी लगभग नदारद हो गए हैं| सारे अखबार और टी.वी. चैनल लाल मस्जिद की लाली से लाल हो रहे हैं| चौधरी का मसला उसी तरह मुशर्रफ के गले का हार बन गया था, जिस तरह कभी जुल्फिकार अली भुट्टो … [Read more...] about लाल मस्जिद पाकिस्तान का आपरेशन ब्ल्यू स्टार है
संयुक्तराष्ट्र : हिंदी की राह में रोड़े अनेक
नवभारत टाइम्स, 16 जुलाई 2007 : इस बार विश्व हिंदी सम्मेलन का सारा ज़ोर इस बात पर रहा कि हिंदी संयुक्तराष्ट्र की भाषा कैसे बने| सम्मेलन का आयोजन संयुक्तराष्ट्र के परिसर में हुआ और संयुक्तराष्ट्र के महासचिव बान की मून ने उसका उदघाटन किया| इधर प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने भी अपने संदेश में हिंदी को संयुक्तराष्ट्र में बिठाने की बात कही| विदेश राज्यमंत्री आनंद शर्मा ने यहां तक कह … [Read more...] about संयुक्तराष्ट्र : हिंदी की राह में रोड़े अनेक
संयुक्तराष्ट्र : हिंदी की राह में रोड़े अनेक
नवभारत टाइम्स, 16 जुलाई 2007 : इस बार विश्व हिंदी सम्मेलन का सारा ज़ोर इस बात पर रहा कि हिंदी संयुक्तराष्ट्र की भाषा कैसे बने| सम्मेलन का आयोजन संयुक्तराष्ट्र के परिसर में हुआ और संयुक्तराष्ट्र के महासचिव बान की मून ने उसका उदघाटन किया| इधर प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने भी अपने संदेश में हिंदी को संयुक्तराष्ट्र में बिठाने की बात कही| विदेश राज्यमंत्री आनंद शर्मा ने यहां तक कह … [Read more...] about संयुक्तराष्ट्र : हिंदी की राह में रोड़े अनेक
लाल मस्जिद पाकिस्तान का आपरेशन ब्ल्यू स्टार है
दैनिक भास्कर 8 जुलाई 2007 : लाल मस्जिद के खिलाफ सैनिक कार्रवाई करके जनरल परवेज़ मुशर्रफ ने एक तीर से कई निशाने साध लिये हैं| सबसे पहले तो पाकिस्तानी अखबारों के मुखपृष्ठों से मुख्य न्यायाधीश इफ्तिखार चौधरी लगभग नदारद हो गए हैं| सारे अखबार और टी.वी. चैनल लाल मस्जिद की लाली से लाल हो रहे हैं| चौधरी का मसला उसी तरह मुशर्रफ के गले का हार बन गया था, जिस तरह कभी जुल्फिकार अली भुट्टो … [Read more...] about लाल मस्जिद पाकिस्तान का आपरेशन ब्ल्यू स्टार है
राष्ट्र (पति) की नब्ज़ कहॉं है
जनसत्ता, 28 जून 2007 : इस बार राष्ट्रपति का चुनाव पता नहीं किस-किस की बलि लेगा? यह भारतीय राजनीति का निगम-बोध घाट क्यों बन गया है? राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम अच्छे-खासे रिटायर हो रहे थे लेकिन तीसरे मोर्चे ने उनके गले में चुनाव का टायर बांध दिया| दुबारा राष्ट्रपति बनने की इमली लटकी देखकर कलाम के मुंह में पानी भर आया| सर्वसम्मति के कुतुब मीनार से उतरकर वे ‘जीत की संभावना’ के … [Read more...] about राष्ट्र (पति) की नब्ज़ कहॉं है
राष्ट्र (पति) की नब्ज़ कहॉं है
जनसत्ता, 28 जून 2007 : इस बार राष्ट्रपति का चुनाव पता नहीं किस-किस की बलि लेगा? यह भारतीय राजनीति का निगम-बोध घाट क्यों बन गया है? राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम अच्छे-खासे रिटायर हो रहे थे लेकिन तीसरे मोर्चे ने उनके गले में चुनाव का टायर बांध दिया| दुबारा राष्ट्रपति बनने की इमली लटकी देखकर कलाम के मुंह में पानी भर आया| सर्वसम्मति के कुतुब मीनार से उतरकर वे ‘जीत की संभावना’ के … [Read more...] about राष्ट्र (पति) की नब्ज़ कहॉं है