नवभारत टाइम्स, 21 फरवरी 2008 : पाकिस्तान के चुनाव से फूल और कॉंटे एक साथ झड़ रहे हैं| चुनाव के नतीजे ऐसे नहीं हैं कि पाकिस्तानी राजनीति के आकाश पर जैसे कोई सूर्य उग आया हो और सारे बादल साफ़ हो गए हों| सच्चाई तो यह है कि इन चुनावों ने पहले से अधिक धुंध पैदा कर दी है| पिछले पॉंच वषींे में पाकिस्तान के सेनापति, राष्ट्रपति, सरकार और संसद – चारों का रंग एक ही था और चारों ही एक दिशा … [Read more...] about यह इलेक्शन तो सेमीफाइनल है
Archives for February 2008
यह इलेक्शन तो सेमीफाइनल है
नवभारत टाइम्स, 21 फरवरी 2008 : पाकिस्तान के चुनाव से फूल और कॉंटे एक साथ झड़ रहे हैं| चुनाव के नतीजे ऐसे नहीं हैं कि पाकिस्तानी राजनीति के आकाश पर जैसे कोई सूर्य उग आया हो और सारे बादल साफ़ हो गए हों| सच्चाई तो यह है कि इन चुनावों ने पहले से अधिक धुंध पैदा कर दी है| पिछले पॉंच वषींे में पाकिस्तान के सेनापति, राष्ट्रपति, सरकार और संसद – चारों का रंग एक ही था और चारों ही एक दिशा … [Read more...] about यह इलेक्शन तो सेमीफाइनल है
भारत-रूस देर आयद, दुरूस्त आयद
जनसत्ता, 19 फरवरी 2008 : फारसी में कहते हैं, ‘देर आयद, दुरूस्त आयद’| संस्कृत में कहते हैं, पश्चबुद्घि ! याने देर से आई अक़ल ! हमारी सरकार नवंबर में गच्चा खा गई थी| अब उसे अक्ल आ गई है| रूसी प्रधानमंत्री विक्तोर झुबकोव की दिल्ली यात्र के दौरान उसने ‘भूल-सुधार’ कर लिया है| अब से तीन माह पहले भारतीय प्रधानमंत्री जब मास्को गए थे तो चार परमाणु संयन्त्रें पर समझौता होते-होते रह गया … [Read more...] about भारत-रूस देर आयद, दुरूस्त आयद
तुर्की में पर्दे के पीछे क्या है
रा. सहारा, 16 फरवरी 2008 : ऐसा लगता है कि आजकल तुर्की में उलटी गंगा बह रही है| दुनिया के सारे मुस्लिम देशों में औरतें आंदोलन कर रही हैं कि पर्दा हटे लेकिन तुर्की की औरते कहती हैं कि हमें पर्दा करने दो| क्या यह मॉंग अजीब-सी नहीं लगती? तुर्की को पिछड़ा हुआ या गरीब या अशिक्षित देश नहीं है| मुस्लिम राष्ट्रों में वह सबसे अधिक प्रगतिशील, मालदार और सुशिक्षित लोगों का देश है| उसे अपनी … [Read more...] about तुर्की में पर्दे के पीछे क्या है
पाकिस्तान की उलझनें अभी और बढ़ेगी
दैनिक भास्कर, 15 फरवरी 2008 : अगले सप्ताह होने वाले चुनाव पाकिस्तान को किधर ले जाऍंगे? वे पाकिस्तान की पहली को सुलझाऍंगे या उलझाऍंगे? अगर पाकिस्तान की उलझनें बढ़ गई तो भारत पर उनका क्या असर होगा? भारत अभी से क्या-क्या तैयारी करे, ये सब सवाल आज हमारी नीति-निर्माताओं के मन को मथ रहे हैं| पाकिस्तान के पिछले चुनावों के मुकाबले यह चुनाव ऊपरी तौर पर अधिक लोकतांत्रिक दिखाई पड़ रहा है| … [Read more...] about पाकिस्तान की उलझनें अभी और बढ़ेगी
रैलियों के बहाने कॉंग्रेस और भाजपा में जुगलबंदी
नवभारत टाइम्स, 8 फरवरी 2008 : लालकृष्ण आडवाणी ने जो किया, अगर वह वे नहीं करते तो क्या करते? क्या वे बेनज़ीर भुट्रटो की तरह अपनी जि़द पर अड़े रहते और भारत में वह होने देते, जो पाकिस्तान में भी नहीं हुआ? बेनज़ीर का हत्यारा कौन है, यह अभी तक पता नहीं चल पाया और यदि पता चल भी जाता तो क्या होता? सारा मामला दो-चार व्यक्तियों तक सिमट कर रह जाता| हत्यारों को किसी बड़ी जमात या संप्रदाय … [Read more...] about रैलियों के बहाने कॉंग्रेस और भाजपा में जुगलबंदी
राष्ट्रभक्ति के बिना महाराष्ट्र भक्ति कैसी
दैनिक भास्कर, 6 फरवरी 2008 : मुंबई में जो हो रहा है, उस पर कौन गर्व कर सकता है? खुद राज ठाकरे भी नहीं| इसीलिए राज ने अपने अनुयायियों को लाल झंडी दिखाई है| हिंसा और तोड़-फोड़ रोकने को कहा है| माना जा सकता है कि राज ठाकरे ने उन्हें शायद खुद हरी झंडी न दिखाई हो| सिर्फ उनके बयान मात्र् से हुड़दंग अपने आप भड़क गया हो| लेकिन इस तरह का हुड़दंग क्या आज की मुंबई को शोभा देता है? अब से … [Read more...] about राष्ट्रभक्ति के बिना महाराष्ट्र भक्ति कैसी
राष्ट्रभक्ति के बिना महाराष्ट्र भक्ति कैसी
दैनिक भास्कर, 6 फरवरी 2008 : मुंबई में जो हो रहा है, उस पर कौन गर्व कर सकता है? खुद राज ठाकरे भी नहीं| इसीलिए राज ने अपने अनुयायियों को लाल झंडी दिखाई है| हिंसा और तोड़-फोड़ रोकने को कहा है| माना जा सकता है कि राज ठाकरे ने उन्हें शायद खुद हरी झंडी न दिखाई हो| सिर्फ उनके बयान मात्र् से हुड़दंग अपने आप भड़क गया हो| लेकिन इस तरह का हुड़दंग क्या आज की मुंबई को शोभा देता है? अब से … [Read more...] about राष्ट्रभक्ति के बिना महाराष्ट्र भक्ति कैसी