दैनिक भास्कर, 25 सितंबर 2008 : यह ठीक है कि हर आतंकवादी मुसलमान है लेकिन क्या हर मुसलमान आतंकवादी है? जब तक इस सवाल का हम सही जवाब नहीं ढूंढते, आतंकवाद का खात्मा असंभव है| सच्चाई तो यह है कि आतंकवाद और इस्लाम एक दूसरे के पर्याय नहीं हैं| इस्लाम को माननेवालों के अलावा भी कई तरह के लोग आतंकवादी हैं| भारत में सिख, इसाई मिजो और नगा, नेपाल में माओवादी हिंदू, श्रीलंका के तमिल हिंदू … [Read more...] about मुसलमान अपनी दुविधा खत्म करें
Archives for September 2008
अमेरिकी घनिष्ठता के फायदे हैं तो खतरे भी
दैनिक भास्कर, 25 सितंबर 2008 : भारत-अमेरिकी परमाणु सौदे का भविष्य चाहे जो भी हो, भारत और अमेरिका के संबंध अब एक नए युग में प्रवेश कर गए हैं| अब से 17 साल पहले जब शीतयुद्घ समाप्त हुआ तो भारत हाथ पर हाथ धरे बैठा नहीं रहा| उसने विश्व राजनीति के बदलते हुए आयामों को पहचाना और उनके साथ ताल-मेल बिठाया| सोवियत संघ का बिखरना और अमेरिका का एक मात्र् विश्व-शक्ति के रूप में उभरना इस नई … [Read more...] about अमेरिकी घनिष्ठता के फायदे हैं तो खतरे भी
पाकिस्तान बंद करें संप्रभुता का ढोंग
NavBharat Times, 25 सितंबर 2008 : अमेरिका के राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ ज़रदारी को कल वाशिंगटन में यह दिलासा दिया है कि अमेरिका पाकिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन नहीं करेगा| यह दिलासा कूटनीतिक दिखावे के अलावा क्या है ? भोले पाकिस्तानियों के दिलों पर कुछ देर के लिए मरहम छिड़कने के अलावा यह दिलासा क्या कर सकता है ? जो अमेरिका क्यूबा को घेर सकता है, … [Read more...] about पाकिस्तान बंद करें संप्रभुता का ढोंग
भारत जीता जरूर, लेकिन जोखिम बाकी
NavBharat Times, 9 Sept. 2008 : विएना में हुई विजय पर भारतसरकार यदि इतरा रही है तो इसमें गलत क्या है? इतना बड़ा कूटनीतिक युद्ध भारत ने इसके पहले कभी नहीं लड़ा। चीन और पाकिस्तान के साथ हुए युद्धों के समय हमारा विदेश मंत्रालय विशेष सक्रिय होता था और संयुक्त राष्ट्र में पश्चिमी राष्ट्रों का मुकाबला करता था। उस समय हमारी पीठ पर सोवियत रूस का हाथ होता था और हम बच निकलते थे। इस बार … [Read more...] about भारत जीता जरूर, लेकिन जोखिम बाकी
दुविधा की ड्यौढी पर खडे राष्ट्रपति जरदारी
Dainik Bhaskar, 09 Sept 2008 : आसिफ ज़रदारी जितने प्रचंड बहुमत से पाकिस्तान के राष्ट्रपति बने हैं, वह यह सिद्ध करता है कि लोग उनकी पुरानी छवि को भूलने की कोशिश कर रहे हैं। यदि ऐसा नहीं होता तो उन्हें 702 में से 479 वोट नहीं मिलते। उन्हें कुल मतदान के लगभग 70 प्रतिशत वोट मिले हैं। चुनाव के पहले शक यह था कि उनकी पार्टी में बगावत हो जाएगी और उनकी सहयोगी पार्टियॉं भी तहे दिल से … [Read more...] about दुविधा की ड्यौढी पर खडे राष्ट्रपति जरदारी
कंधमाल में चोरी और सीऩाजोरी
रा. सहारा, 2 सितंबर 2008 : अगर चोरी और सीनाज़ोरी की कोई मिसाल ढूंढना चाहे तो उसे कंधमाल जाना चाहिए| कंधमाल उड़ीसा का वह स्थान है, जहाँ 84 वर्षीय लक्ष्मणानंद सरस्वती और उनके चार भक्तों की निर्मम हत्या कर दी गई| 20 बंदूकधारियों ने आश्रम में घुसकर यह अपराध कियाद्व और वे आज तक पकड़े नहीं गए| इस जघन्य हत्याकांड पर क्या कंधमाल या उड़ीसा या भारत के लोगों को अपने मुँह पर पट्टी बांध … [Read more...] about कंधमाल में चोरी और सीऩाजोरी