अमेरिका के रक्षामंत्री जिम मेटिस को इस्तीफा देने पर मजबूर होना पड़ा। डोनाल्ड ट्रंप के काल में जिस तरह उनके महारथियों के इस्तीफे हो रहे हैं, शायद किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति के काल में नहीं हुए। पिछले दो साल में ट्रंप के 10 बड़े सहयोगियों ने उनसे अपना पिंड छुड़ाया है। उनमें विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, एटार्नी जनरल, व्हाइट हाउस के स्टाफ प्रमुख आदि कई … [Read more...] about ट्रंप के खेमे में उठा-पटक
Archives for December 2018
प्रधानमंत्रियों से भी बड़ा काम
हमारे स्वास्थ्य मंत्रालय और विश्व-स्वास्थ्य संगठन के एक ताजा सर्वेक्षण ने मुझे चौंका दिया। उससे पता चला कि हमारे देश में सात करोड़ से भी ज्यादा लोग रोज बीड़ी पीते हैं। बीड़ी फूंककर वे खुद को फेफड़ों, दिल और केंसर का मरीज तो बनाते ही हैं, हवा में भी जहर फैलाते हैं। उनके इलाज पर हर साल यह देश 80,550 करोड़ रु. खर्च करता है, क्योंकि अमीर लोग तो प्रायः सिगरेट पीते हैं। बीड़ी पीने वालों … [Read more...] about प्रधानमंत्रियों से भी बड़ा काम
संसद में शोर-शराबा
संसद का आखिरी सत्र है और इसकी हालत क्या है? पूरा एक सप्ताह गुजर गया और वह शोर-शराबे की भेंट चढ़ गया। इस सत्र में लगभग पचास विधेयक पास होने हैं, उन पर बहस होनी है और जरुरी हो तो उनमें संशोधन भी होने हैं। इन सब कामों के लिए विवेक और धैर्य दोनों की जरुरत है लेकिन हमारे सांसद क्या कर रहे हैं? यदि विपक्ष के सांसद किसी मुद्दे पर शोर मचाते हैं तो पक्ष के सांसद उनसे भी ज्यादा हंगामा खड़ा … [Read more...] about संसद में शोर-शराबा
सज्जन कुमार के बहाने कुछ सवाल
31 अक्तूबर 1984 को सुबह मैं एयर इंडिया के जहाज में बैठा और न्यूयार्क के लिए रवाना हुआ। हमारा जहाज ज्यों ही लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे पर रुका, पायलट ने इंदिराजी की हत्या की घोषणा की। सारे यात्री कांप उठे। जहाज जब न्यूयार्क पहुंचा तो हमारे दूतावास के कुछ अधिकारी जो लेने पहुंचें थे, उन्होंने मुझे बताया कि दिल्ली से दंगों की खबरें आ रही हैं। इन अधिकारियों ने कहा कि गृहमंत्री … [Read more...] about सज्जन कुमार के बहाने कुछ सवाल
इन तीनों को अब दिल्ली लाइए
मैं पहले ही लिख चुका हूं कि मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के भाजपा मुख्यमंत्रियों ने अपने-अपने राज्य में काफी अच्छे काम किए थे लेकिन उनकी हार का बड़ा कारण नोटबंदी, जीएसटी, अनुसूचित संशोधन कानून, फर्जिकल स्ट्राइक, सीबीआई और रफाल-सौदे आदि की बदनामियां रही हैं। सच्चाई तो यह है कि उन्हें उम्मीद से ज्यादा वोट मिले हैं। यह भी ठीक है कि इन हिंदी-प्रदेशों के लोग भाजपा में नए चेहरे … [Read more...] about इन तीनों को अब दिल्ली लाइए
राफेलः अदालत अंधेरे में क्यों ?
राफेल-सौदे ने हमारी सरकार के साथ-साथ सर्वोच्च न्यायालय की इज्जत भी पैंदे में बिठा दी है। सर्वोच्च न्यायालय ने अपना फैसला आंख मींचकर कर दिया है। उसने सरकार के सरासर झूठ को भी सत्य कह कर परोस दिया है। सरकार ने बंद लिफाफे में ऱाफेल-सौदे के बारे में जो गुप्त रपट अदालत को दी थी, उसमें उसने यह झूठ लिख दिया था कि उसने ऱाफेल-सौदा देश के महालेखा नियंत्रक (सीएजी) को दिखा लिया था और सीएजी … [Read more...] about राफेलः अदालत अंधेरे में क्यों ?
लोकतंत्र को बचाने का जिम्मा पत्रकारों का हैः वेद प्रताप वैदिक
प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में व्याख्यान कोलकाता। देश के जाने- माने पत्रकार व चिंतक डॉ. वेद प्रताप वैदिक कहना है कि लोकतंत्र को बचाने का जिम्मा पत्रकारों का है। इसीलिए कार्यपालिका, विधानपालिका व न्यायपालिका के बाद खबरपालिका अर्थात मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ कहा जाता है। डा. वैदिक सोमवार को प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग … [Read more...] about लोकतंत्र को बचाने का जिम्मा पत्रकारों का हैः वेद प्रताप वैदिक
श्रीलंका की नौटंकी
श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाल श्रीसेन की कितनी दुर्गति हो गई है। इतनी परेशानी तो इंदिरा गांधी ने भी 1975 में नहीं देखी थी। सिर्फ अदालत ने उनके खिलाफ फैसला दिया था। लेकिन श्रीसेन के फैसलों को श्रीलंका के सर्वोच्च न्यायालय और संसद, दोनों ने रद्द कर दिया है। अदालत ने भंग की गई संसद को दुबारा जिंदा कर दिया और श्रीसेन द्वारा नियुक्त नए प्रधानमंत्री महिंद राजपक्ष को मजबूर कर दिया … [Read more...] about श्रीलंका की नौटंकी
रफाल सौदा: ज़हर की पुड़िया
रफाल-सौदे के बारे में सर्वोच्च न्यायालय की राय ने आज भाजपा में नई जान फूंक दी है। तीन हिंदी राज्यों में पटकनी खाई भाजपा अपने घाव सहला रही थी कि अदालत ने उसे एक पुड़िया थमा दी। उसे मलहम समझकर सरकार और भाजपा के नेता फूले नहीं समा रहे हैं लेकिन वे यह नहीं समझ पा रहे कि जजों ने सभी याचिकाओं को इस तरकीब से रद्द किया है कि यह मलहम ज़हर की पुड़िया बन सकता है। याचिका लगाने वाले डा. … [Read more...] about रफाल सौदा: ज़हर की पुड़िया
कांग्रेसी मुख्यमंत्री कुछ कर दिखाएं
पांच राज्यों में हुए चुनावों के नतीजों के कारण भाजपा का मनोबल पातालगामी हो रहा है और कांग्रेस का गगनचुंबी! लेकिन थोड़ी गहराई में उतरें तो आपको पता चलेगा कि ये दोनों मनस्थितियां अतिवादी हैं। सच्चाई कहीं बीच में है। मध्यप्रदेश और राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस, दोनों को जनता ने अधर में लटका दिया। दोनों में से किसी को भी बहुमत नहीं मिला। कांग्रेस को सीटें थोड़ी ज्यादा मिलीं लेकिन … [Read more...] about कांग्रेसी मुख्यमंत्री कुछ कर दिखाएं