राष्ट्रीय सहारा, 29 जून 2009 : बुर्के के पक्ष में जितने तर्क हो सकते हैं, उससे कहीं ज्यादा उसके विरूद्घ हो सकते हैं लेकिन बुर्के पर प्रतिबंध लगाने का तर्क काफी खतरनाक मालूम पड़ता है| फ्रांस के राष्ट्रपति निकोलस सारक़ोजी यदि अपनेवाली पर उतर आए तो कोई आश्चर्य नहीं कि वे बुर्का-विरोधी कानून पास करवा ले जाएंगे| बुर्के पर प्रतिबंध लगानेवाले सारकोजी पहले समाज सुधारक नहीं हैं| अब से … [Read more...] about बुर्का बनाम बिकिनी : क्यों लगाएं प्रतिबंध
Archives for June 2009
कैसे दूर हों महिला आरक्षण के अड़ंगे
Nav Bharat Times, 26 June 2009 : महिला आरक्षण विधेयक जिस रूप में हमारे सामने है, वह कभी पास हो ही नहीं सकता। हमारे सांसद इतने भ्रमित नहीं हो गए हैं कि उसे इस रूप में पास कर देंगे। वह पास हो जाए, यह सभी कहते हैं लेकिन वह पास न हो, यह सभी चाहते हैं। पिछले 12 साल से वही हो रहा है, जो असल में वह चाहते हैं। वे इस विधेयक को पास क्यों नहीं होने देना चाहते? इसके तीन मुख्य कारण हैं। … [Read more...] about कैसे दूर हों महिला आरक्षण के अड़ंगे
भाजपा का असली संकट क्या है
दैनिक भास्कर, 24 जून 2009 : भाजपा पर कौनसा संकट आया था, जो दूर हो गया ? ‘भाजपा में ज्वालामुखी’, ‘भाजपा की दुर्दशा’, ‘भाजपा का अध:पतन’ आदि शब्दों का प्रयोग पता नहीं कुछ लोगों ने क्यों किया था ? दो-चार नेताओं ने अध्यक्ष को चिटि्रठयॉं क्या लिख दीं, अखबारों में कोहराम-सा मच गया| अखबार और टी वी चैनल अगर तिल का ताड़ न बनाऍ तो उनका गुजारा कैसे चले ? यह ठीक है कि भाजपा-जैसी … [Read more...] about भाजपा का असली संकट क्या है
मनमोहन की विदेश नीति के नए आयाम
राष्ट्रीय सहारा, 18 जून 2009 : दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद डॉ. मनमोहन सिंह ने जो पहली विदेश-यात्र की, उसने एक साथ कई लक्ष्य साधे| यों तो वे सिर्फ दो दिन के लिए रूस के शहर येकातिनबर्ग गए थे लेकिन उन्होंने दो अंतरराष्ट्रीय संगठनों की शिखर बैठक में भाग लिया और चीन, पाकिस्तान, कज़ाकिस्तान आदि के नेताओं से भी मिले| दूसरे शब्दों में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भारत की बढ़ती हुई … [Read more...] about मनमोहन की विदेश नीति के नए आयाम
ओबामा के भाषण में भारत कहॉं है
दै. भास्कर, 16 जून 09 : ओबामा के एतिहासिक क़ाहिरा-भाषण में भारत के लिए क्या है ? उसमें कहीं भारत है या नहीं, यह सवाल अगर भारतीय लोग पूछते हैं तो इसमें गलत क्या है ? ओबामा का काहिरा-भाषण इस्लाम और अमेरिका के संबंधों पर था| लेकिन इस्लाम क्या नील और दज़ला-फरात नदियों तक ही सीमित है ? क्या वह सिंधु, गंगा और मेकांग को पार नहीं करता ? वास्तव में इस्लाम की पहुंच तो स्पेन से फिलिपीन्स … [Read more...] about ओबामा के भाषण में भारत कहॉं है
ब्रिटिश सांसदों के भ्रष्टाचार में हमारे लिए क्या सबक
Navbharat Times, 6 June 2009 : ब्रिटिश संसद को दुनिया की सारी संसदों की जननी कहा जाता है, लेकिन अगर किसी अंग्रेज से आज पूछें कि अपनी संसद के बारे में उसकी राय क्या है तो वह शायद उतने ही कठोर शब्दों का प्रयोग करे, जितने कि महात्मा गांधी ने ब्रिटिश संसद केबारे में कभी किए थे। गांधीजी के सामने संदर्भ दूसरा था लेकिन इस समय जो संदर्भ है, वह भ्रष्टाचार का है। … [Read more...] about ब्रिटिश सांसदों के भ्रष्टाचार में हमारे लिए क्या सबक
दिखा पाकिस्तान का असली चेहरा
दैनिक भास्कर, 4 जून 2009 : जमात-उद-दावा के मुखिया हाफिज़ मु. सईद को लाहौर उच्च-न्यायालय ने रिहा क्या किया, पाकिस्तान की जान को नई आफत खड़ी हो गई| पंजाब सरकार के विधि-मंत्री सनाउल्लाह का कहना है कि पाकिस्तान अब सारी दुनिया में बदनाम हो जाएगा| सनाउल्लाह का शक सही है| सिर्फ भारत ही सईद के खिलाफ नहीं है, सारी दुनिया की प्रतिनिधि सुरक्षा परिषद ने भी उसके विरूद्घ फतवा जारी किया था| … [Read more...] about दिखा पाकिस्तान का असली चेहरा