राष्ट्रीय सहारा, 31 मई 2005 : पिछले हफ्ते घटी एक घटना पर दुनिया का बहुत कम ध्यान गया| वह घटना थी-बाकू-तिबिलिसी-सीहान- पाइपलाइन की स्थापना ! कुछ देशों के बीच तेल या गैस की पाइपलाइन बिछ जाए तो क्या वह इतनी बड़ी घटना हो जाती है कि राजनीतिक विश्लेषकों को उस पर ध्यान देना चाहिए? जी हां, यह वैसी ही घटना है| 1770 कि.मी. लंबी इस पाइपलाइन पर लगभग 20 हजार करोड़ रु. खर्च हुए हैं| केस्पियन … [Read more...] about तेल में छिपी राजनीति
Archives for May 2005
कश्मीर ऐसे हल करें
नवभारत टाइम्स, 24 मई 2005 : दक्षिण एशिया के सांसदों के सामने मुशर्रफ ने कश्मीर के बारे में जो कहा है, उस पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है| खुद मुशर्रफ को पता है कि उनके हाथ में कोई जादू की छड़ी नहीं है लेकिन यह तो मानना पड़ेगा कि कश्मीर के हल को लेकर मुशर्रफ जितनी पतंग उड़ा रहे हैं, उतनी अब तक किसी पाकिस्तानी शासक ने नहीं उड़ाई| अक्तूबर में उन्होंने सारे जम्मू-कश्मीर को सात … [Read more...] about कश्मीर ऐसे हल करें
हम वीटो पर डटे रहें
दैनिक भास्कर,18 मई, 2005 : अमेरिका अगर दादागीरी न करे तो वह अमेरिका ही क्या है? सुरक्षा परिषद् को लेकर अब खुले-आम उसने खम ठोक दिया है| अमेरिकी सरकार ने भारत, जर्मनी, ब्राजील और जापान को यह साफ़-साफ़ कह दिया है कि सुरक्षा परिषद में छह नए स्थायी सदस्य तो नियुक्त किए जा सकते हैं लेकिन उन्हें निषेध (वीटो) का अधिकार नहीं मिलेगा| अमेरिका ने यह घोषणा इस अदा से की है मानो वही … [Read more...] about हम वीटो पर डटे रहें
हम वीटो पर डटे रहें
दैनिक भास्कर,18 मई, 2005 : अमेरिका अगर दादागीरी न करे तो वह अमेरिका ही क्या है? सुरक्षा परिषद् को लेकर अब खुले-आम उसने खम ठोक दिया है| अमेरिकी सरकार ने भारत, जर्मनी, ब्राजील और जापान को यह साफ़-साफ़ कह दिया है कि सुरक्षा परिषद में छह नए स्थायी सदस्य तो नियुक्त किए जा सकते हैं लेकिन उन्हें निषेध (वीटो) का अधिकार नहीं मिलेगा| अमेरिका ने यह घोषणा इस अदा से की है मानो वही … [Read more...] about हम वीटो पर डटे रहें
कानून जो जनता को बनाए मालिक
नवभारत टाइम्स, 17 मई, 2005 : 1947 में भारत आज़ाद जरूर हुआ लेकिन वह आजादी मूलत: नेताओं और नौकरशाहों की आज़ादी थी| अंग्रेज के ज़माने में हुक्मरानों को जो अधिकार, रूतबे और ठाठ-बाट मिले हुए थे, वे सब हमारे सत्तारूढ़ लोगों को मिल गए लेकिन जनता की स्थिति में कोई खास फर्क नहीं पड़ा| जनता को भी संविधान ने अनेक मौलिक अधिकार दिए लेकिन वे सिर्फ कागज पर बने रहे| अब सूचना का अधिकार देकर … [Read more...] about कानून जो जनता को बनाए मालिक
नेपाल नरेश को हुआ क्या है
Nai Dunia, 17 May 2005 : नेपाल नरेश ज्ञानेंद्र को हुआ क्या है? वे कितने दुश्मन एक साथ खड़े कर रहे हैं? नेपाल के माओवादियों और लोकतंत्रवादियों से तो वे पहले से ही जूझ रहे हैं| अब उन्होंने ऐसे हालात पैदा कर दिए हैं कि भारत भी उनके विरुद्घ हो जाए| भारत जैसा आदर्श पड़ौसी किस देश को मिलता है| नरेश ने जब आपात्काल थोपा तो भारत को धक्का जरूर लगा लेकिन उसने इसे इसी तरह झेला, जैसे कि … [Read more...] about नेपाल नरेश को हुआ क्या है
नरेंद्र मोदी और गोडसे : हिंदुत्व के कलंक
14 May 2005 : श्री सुंदरसिंह भंडारी भाजपा के वरिष्ठतम नेताओं में से हैं| वे अभी पिछले साल तक गुजरात के राज्यपाल थे| उन्होंने यह कहकर धमाका कर दिया कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने दंगों को रोकने में ढिलाई की| असली सवाल यह है कि वे स्वयं क्या कर रहे थे? राज्यपाल होने के नाते क्या उन्होंने मोदी को धमकाया? दंगे कोई एक-दो दिन नहीं चले| कई माह चले| सैकड़ों बेकसूर लोग मारे गए| मुख्यमंत्री … [Read more...] about नरेंद्र मोदी और गोडसे : हिंदुत्व के कलंक
हर दिन देश की मालिक
भास्कर, 12 मई 2005। डॉ. राममनोहर लोहिया ने कभी कहा था कि जि़न्दा क़ौमें पॉंच साल इंतजार नहीं करतीं| लेकिन जो क़ौम पॉंच साल में सिर्फ एक दिन जिंदा होती है, वह क्या करेगी? चुनाव के दिन हम अपना वोट डालते हैं और फिर पॉंच साल तक हम सोये पड़े रहते हैं| हमारे विधायक और सांसद चाहे अयोग्य, अकर्मण्य या भ्रष्ट सिद्घ हों, हम कुछ नहीं कर सकते| न हम यथायोग्य क़ानून बनवा पाते हैं, न गलत … [Read more...] about हर दिन देश की मालिक
हर दिन देश की मालिक
Bhaskar, 12 May 2005 : डॉ. राममनोहर लोहिया ने कभी कहा था कि जि़न्दा क़ौमें पॉंच साल इंतजार नहीं करतीं| लेकिन जो क़ौम पॉंच साल में सिर्फ एक दिन जिंदा होती है, वह क्या करेगी? चुनाव के दिन हम अपना वोट डालते हैं और फिर पॉंच साल तक हम सोये पड़े रहते हैं| हमारे विधायक और सांसद चाहे अयोग्य, अकर्मण्य या भ्रष्ट सिद्घ हों, हम कुछ नहीं कर सकते| न हम यथायोग्य क़ानून बनवा पाते हैं, न गलत … [Read more...] about हर दिन देश की मालिक
हिलती हुई कुर्सी पर लौटे ब्लेयर
राष्ट्रीय सहारा, 7 मई,2005 : बि्रटेन में कौन जीता, इसका आसान जवाब तो यही है कि टोनी ब्लेयर जीत गए| लेबर पार्टी तीसरी बार अपनी सरकार बनाएगी| इससे पहले लेबर पार्टी ने लगातार तीन बार कभी भी अपनी सरकार नहीं बनाई| इस दृष्टि से टोनी ब्लेयर सिर्फ विजयी ही नहीं हुए, उनकी विजय एतिहासिक भी है| एतिहासिक तो वह है लेकिन मूल प्रश्न यह है कि उसे विजय भी माना जाए या नहीं? अगर वह विजय है तो … [Read more...] about हिलती हुई कुर्सी पर लौटे ब्लेयर