पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 7 जून को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे। इस खबर ने कांग्रेस के खेमे में खलबली मचा दी है। कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी संघ पर हमला करने का कोई अवसर नहीं चूकते और कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ नेता अब नागपुर के संघ कार्यालय को सुशोभित करेंगे। कांग्रेस के कई वरिष्ठ और कनिष्ठ नेताओं ने प्रणब दा की नागपुर-यात्रा का कड़ा विरोध … [Read more...] about प्रणब दा का संघ-शिविर में जाना
Archives for May 2018
पाकिस्तान की नई मुसीबत
पाकिस्तान की सरकार ने कब्जाए हुए कश्मीर के एक उत्तरी हिस्से को, जिसे गिलगिट-बल्तिस्तान के नाम से जाना जाता है, अपना पांचवां प्रांत घोषित कर दिया है। 20 लाख की आबादी वाले इस शिया-सुन्नी क्षेत्र को पांचवां प्रांत घोषित करके पाकिस्तान ने बर्र के छत्ते में हाथ डाल दिया है। वह दोनों तरफ से मार खा रहा है। भारत सरकार तो उसका विरोध कर ही रही है, भारत के कश्मीरी अलगाववादी भी उस पर खुलकर … [Read more...] about पाकिस्तान की नई मुसीबत
ट्रंप और किमः रिमझिम
यह खुशी की बात है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के नेता किम योंग उन की भेंट अब 12 जून को सिंगापुर में होगी। ये दोनों नेता उम्र के लिहाज से बाप-बेटे की तरह हैं लेकिन दोनों का स्वभाव ऐसा है, जैसे कि ये जुड़वां भाई हों। दोनों ही पल में माशा और पल में तोला होते रहते हैं। अब उनकी सिंगापुर भेंट का माहौल रिमझिम होगा, ऐसी आशा है। यह भेंट तीन दिन पहले स्थगित … [Read more...] about ट्रंप और किमः रिमझिम
मेडिकल की पढ़ाई अब हिंदी में
आजकल मैं इंदौर में हूं। यहां के अखबारों में छपी एक खबर ऐसी है कि जिस पर पूरे देश का ध्यान जाना चाहिए। केंद्र सरकार का भी और प्रांतीय सरकारों का भी। चिकित्सा के क्षेत्र में यह क्रांतिकारी कदम है। पिछले 50 साल से देश के नेताओं और डाक्टरों से मैं आग्रह कर रहा हूं कि मेडिकल की पढ़ाई आप हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में शुरु करें। ताकि उसके कई फायदे देश को एक साथ हों। एक तो पढ़ाई के … [Read more...] about मेडिकल की पढ़ाई अब हिंदी में
मोदी के लौटने के रास्ते
मेरे कल के लेख ‘मोदी का लौटना मुश्किल’ पर कई प्रतिक्रियाएं आईं। भाजपा के मेरे कुछ अनन्य मित्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री के लिए 2013 में सबसे पहले आपने ही नरेंद्र मोदी का नाम उछाला था और बाबा रामदेव और आपने ही सारे देश में घूम-घूमकर मोदी की जीत की नींव रखी थी और अब आप ही मोदी के हारने की भविष्यवाणी कर रहे हैं। ऐसा क्यों ? क्या आप मोदी की जीत की कोई संभावना नहीं देखते ? क्या आप … [Read more...] about मोदी के लौटने के रास्ते
मोदी का लौटना मुश्किल?
अभी-अभी हुए दो सर्वेक्षणों ने मेरी चिंता बहुत बढ़ा दी है। एबीपी न्यूज और सीएसडीएस ने देश के 15,859 लोगों से पूछताछ की और उनकी राय जानने की कोशिश की। उससे पता चला कि 2019 में भाजपा हार जाएगी। नरेंद्र मोदी का लौटना असंभव है। कुल 47 प्रतिशत लोगों की राय यही थी और सिर्फ 39 प्रतिशत ने कहा कि उन्हें लौटना चाहिए। यह 8 प्रतिशत का झटका इतना बड़ा है कि 282 सीटें घटकर 100 सीटें भी हो सकती … [Read more...] about मोदी का लौटना मुश्किल?
राजनाथ से सीखें: खाला का घर नाय!
उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अपने-अपने बंगले 15 दिन में खाली करें, ऐसा आदेश सर्वोच्च न्यायालय ने जारी किया है। गृहमंत्री राजनाथसिंह अपने लखनऊ स्थित इस बंगले को तुरंत खाली कर रहे हैं लेकिन सभी पूर्व मुख्यमंत्री उन बंगलों को किसी न किसी बहाने हथियाए रखना चाहते हैं। मायावती ने एक नई तरकीब इजाद कर ली है। उन्होंने अपने बंगले को ‘कांशीराम स्मारक’ बना दिया है। अब सरकार उसे खाली … [Read more...] about राजनाथ से सीखें: खाला का घर नाय!
विदेश-नीति: शीर्षासन की मोदी-मुद्रा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सारी औपचारिकताओं को दरकिनार करके पहले चीन और अब रुस चले गए। अंतरराष्ट्रीय राजनीति के इतिहास में इसे साधारण घटना नहीं माना जाएगा। लेकिन मूल प्रश्न यह है कि इन दोनों असाधारण घटनाओं में से निकला क्या ? क्या दोनों महाशक्तियों से कुछ ऐसी बात हुई, जिससे हमारे द्विपक्षीय मतभेद शिथिल हुए हों ? जिन मुद्दों पर इन राष्ट्रों से भारत की पहले से सहमति थी, उन्हें ही … [Read more...] about विदेश-नीति: शीर्षासन की मोदी-मुद्रा
प्रधानमंत्री की रुस-यात्रा के अर्थ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे पिछले माह चीन चले गए थे, वैसे ही वे रुस चले गए। ये दोनों यात्राएं अनौपचारिक थीं। याने इनमें कोई एजेंडा पहले से तय नहीं था और बातचीत के बाद कोई संयुक्त वक्तव्य जारी नहीं हुआ। रुस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के साथ मोदी की यह कोई पहली भेंट नहीं थी। ये दोनों नेता पिछले चार साल में कई बार मिल चुके हैं। वे 15-20 दिन बाद फिर मिलने वाले हैं लेकिन अभी … [Read more...] about प्रधानमंत्री की रुस-यात्रा के अर्थ
कर्नाटक के सबक
कर्नाटक के नाटक का तो अब पटापेक्ष हो गया है लेकिन इसमें से जो गहरे सबक उभरे हैं, जिन पर हम ध्यान दे सकें तो भारत की राजनीति में काफी सुधार हो सकता है। हमारे राष्ट्रपति, राज्यपाल और अदालतें बदनाम होने से बच सकते हैं। पहला काम तो यह किया जाए कि जब अस्पष्ट बहुमत की स्थिति हो तो ऐसा कानून साफ तौर पर हो कि बहुमत वाले गठबंधन को सरकार बनाने का मौका सबसे पहले दिया जाए। वह गठबंधन … [Read more...] about कर्नाटक के सबक