नया इंडिया, 12 अप्रैल 2014: इन दोनों नेताओं के बयानों को लेकर काफी हंगामा मचा हुआ है। कोई कहता है, ये माफी मांगें। कोई कहता है, इन्हें गिरफ्तार करो। लेकिन दोनों नेता कहते हैं कि हमने गलत क्या कहा है? हम माफी क्यों मांगें?पहले हम यह देखें कि दोनों ने कहा क्या है? अमित शाह ने मुजफ्फरनगर के जाट-समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि आप पर जुल्म करने वालों से बदला लो। उन्हें हराओ। … [Read more...] about मुलायम और अमित शाह के बयान
Archives for April 2014
जशोदाबेन को मुद्दा बनाना धूर्ततापूर्ण!
नया इंडिया, 11 अप्रैल 2014: नरेंद्र मोदी ने अपना नामांकन-पत्र भरते समय अपनी पत्नी यशोदा बेन का उल्लेख किया। इस उल्लेख पर हंगामा मचा हुआ है। मानो लोकसभा के चुनाव का यही केंद्रीय मुद्दा है। मुझे अखबारों और टीवी चैनलों और उनसे भी ज्यादा उन नेताओं की बुद्धि पर तरस आता है, जो इन व्यक्तिगत मामलों को राष्ट्रीय मुद्दों में तब्दील करने की कोशिश करते हैं। ये भी कोई मुद्दा है कि मोदी ने … [Read more...] about जशोदाबेन को मुद्दा बनाना धूर्ततापूर्ण!
चुनावी चंदे का टोटा
नया इंडिया, 10 अप्रैल 2014: अंग्रेजी के सबसे बड़े अखबार की आज सबसे बड़ी खबर यह है कि कांग्रेस के चुनावी चंदे में इस बार टोटा पड़ गया है। कुछ कांग्रेसी चुनाव-प्रबंधकों का कहना है कि इस बार चुनावी चंदे का 90 प्रतिशत भाजपा को जा रहा है। कांग्रेस की सरकार कायम है लेकिन रींछ की पूंछ में बालों का टोटा हो गया है। कांग्रेस को सिर्फ 10 प्रतिशत पैसा मिल रहा है। 2011-12 में कांग्रेस ने अपनी … [Read more...] about चुनावी चंदे का टोटा
कश्मीर: ‘स्वायत्ता हां, अलगाव ना’
नया इंडिया, 09 अप्रैल 2014: कश्मीर की हुर्रियत कांफ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज़ उमर फारुक ने आज एक अंग्रेजी अखबार में भारत की जनता के नाम लंबा-चौड़ा पत्र लिखकर मांग की है कि वह कश्मीरियों को आत्म-निर्णय का अधिकार प्रदान करे। भारत की जनता से उन्होंने यह भी अपील की है कि अब जो नई सरकार बने, उस पर भी वह दबाव डाले कि कश्मीर की जनता की महत्वाकांक्षाओ का वह सम्मान करे। उमर फारुक ने … [Read more...] about कश्मीर: ‘स्वायत्ता हां, अलगाव ना’
भाजपा का लचीला घोषणा-पत्र
नया इंडिया, 8 अप्रैल 2014 : भाजपा के घोषणा-पत्र के बारे में यह कहा जाए तो गलत नहीं होगा कि देर आयद्, दुरूस्त आयद्। ऐन चुनाव के दिन यह घोषणा-पत्र मैदान में आया है। अगर यह नहीं आता तो क्या फर्क पड़ता? लोग क्या किसी पार्टी का घोषणा पत्र पढ़कर वोट देते हैं? वोटर तो क्या, उम्मीदवारों को ही पता नहीं होता कि उनके घोषणा-पत्रों में क्या लिखा होता है? और इस बार के आम चुनाव तो न दलों के … [Read more...] about भाजपा का लचीला घोषणा-पत्र
नैंसी पॉवेल की विदाई का अर्थ
नया इंडिया, 05 अप्रैल 2014: भारत में अमेरिकी राजदूत नैंसी पॉवेल जैसी विदाई शायद ही किसी राजदूत की हुई हो। उनकी अवधि पूरी होती, उससे पहले ही उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। वे ऐसे समय में भारत में नियुक्त हुई थीं, जो अमेरिका के लिए अच्छा समय था। मनमोहन सिंह सरकार से ज्यादा अमेरिकापस्त सरकार तो भारत में कभी हुई नहीं। लेकिन नैंसी का दुर्भाग्य कि उनके कार्यकाल में दोनों देशों के संबंध … [Read more...] about नैंसी पॉवेल की विदाई का अर्थ
काबुल में करजई के बाद कौन?
दैनिक भास्कर, 05 अप्रैल 2014 : भारत के लोकसभा चुनावों में हम इतने व्यस्त हैं कि हमें यह पता ही नहीं कि हमारे पड़ोसी देश अफगानिस्तान में आज राष्ट्रपति चुनाव हो रहा है। अफगान राष्ट्रपति, भारतीय राष्ट्रपति की तरह ध्वज-मात्र नहीं होता बल्कि अमेरिकी राष्ट्रपति की तरह लगभग सर्वशक्तिमान होता है। राज्य की शक्तियों और नीतियों का वही मूल स्रोत होता है। इस पद पर लगातार 13 साल से हामिद … [Read more...] about काबुल में करजई के बाद कौन?
अगला अफगान राष्ट्रपति भारतप्रेमी
नया इंडिया, 04 अप्रैल 2014 : अफगानिस्तान में नए राष्ट्रपति का चुनाव 5 अप्रैल को होगा। यह चुनाव पिछले सभी चुनावों से अलग होगा। क्योंकि राष्ट्रपति हामिद करजई तीसरी बार चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। यह संवैधानिक पाबंदी है। यदि करजई तीसरी बार लड़ते तो भी जीत जाते लेकिन अब आठ उम्मीदवार हैं, जिनमें से तीन प्रमुख हैं। पहले हैं-डॉ अब्दुल्ला अब्दुल्ला। दूसरे हैं, डॉ अशरफ गनी अहमदजई और तीसरे … [Read more...] about अगला अफगान राष्ट्रपति भारतप्रेमी
पाकिस्तान में लोकतंत्र का उदय
नया इंडिया, 03 अप्रैल 2014 : पाकिस्तान में आजकल कुछ चमत्कार सा हो रहा है। जरनल परवेज़ मुशर्रफ को अदालत ने देश द्रोह का अपराधी पाया है। इस अपराध के लिए उन्हें या तो फांसी होगी या आजीवन कारावास होगा। पाकिस्तान में अय्यूब, याह्या और ज़िया जैसे फौजी तानाशाह हुए। लेकिन आज तक किसी अदालत की हिम्मत नहीं हुई कि उनके जीते जी या मरने के बाद भी उन पर वह उंगली उठाए लेकिन मुशर्रफ के गद्दी … [Read more...] about पाकिस्तान में लोकतंत्र का उदय
भ्रष्टाचारः चीन से कुछ सीखें
नया इंडिया, 02 अप्रैल 2014 : हम लोग भारत में भ्रष्टाचार का रोना रोते रहते हैं लेकिन चीन इसमें भी हमारी मीलों आगे है। हमारी कई प्रांतीय सरकारें मिलकर जितना बड़ा भष्टाचार करती हैं, उससे बड़ा भ्रष्टाचार तो चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का एक अकेला अफसर कर देता है। अभी कुछ माह पहले चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की सर्वोच्च शक्तिशाली संस्था ‘पोलित ब्यूरो’ के सदस्य बो सिलाई को भ्रष्टाचार के आरोप … [Read more...] about भ्रष्टाचारः चीन से कुछ सीखें