आज शिक्षा संबंधी दो खबरों पर मेरा अचानक ध्यान गया। एक खबर अच्छी है और दूसरी बुरी ! अच्छी खबर यह है कि उत्तराखंड के मदरसों ने मांग की है कि उनमें संस्कृत की पढ़ाई भी शुरु की जाए और बुरी खबर यह है कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार पांच ऐसे स्कूल शुरु करेगी, जिनकी पढ़ाई शुद्ध अंग्रेजी माध्यम से होगी। पहली से 12 वीं कक्षा तक सारे विषय अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाए जाएंगे। हमारे ये नौसिखिए … [Read more...] about शिक्षाः एक अच्छी और एक बुरी खबर
Archives for December 2017
तीन तलाक कानून: फिर वही गलती
लोकसभा ने तीन तलाक विधेयक पास कर दिया। सदियों से चले आ रही इस अमानवीय प्रथा को खत्म करना बेहद जरुरी है लेकिन आश्चर्य है कि सरकार ने इस विधेयक को उतनी ही जल्दबाजी में पास कर दिया, जितनी जल्दबाजी में उसने नोटबंदी और जीएसटी लागू की थी। बिना सोचे समझे, बिना आगा-पीछा बिचारे, बिना लोगों के दुख-दर्द का अंदाज लगाए किए जाने वाले इन दोनों कारनामों को लोग अब तक भुगत रहे हैं। अब तीन … [Read more...] about तीन तलाक कानून: फिर वही गलती
दोनों की दादागीरी नरम पड़ी
संसद का यह सत्र एक दंगल बनकर रह जाता, यदि कल कांग्रेस और भाजपा के नेताओं को सद्बुद्धि नहीं आती। राज्यसभा में कांग्रेस का वर्चस्व है, इसलिए तो पिछले 10-12 दिन वहां काम ठप्प ही रहा। लोकसभा में भी कुछ न कुछ हंगामा तो रोज ही होता रहा। इस हंगामे का कारण सरकार की कोई जन-विरोधी कार्रवाई नहीं थी। बल्कि कांग्रेस की यह मांग थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी माफी मांगे, क्योंकि गुजरात के … [Read more...] about दोनों की दादागीरी नरम पड़ी
पाक-अफगानः चीन की पटकनी?
चीन ने भारत को पहले रोहिंग्या-मामले में मात दे दी। वह बर्मा व बांग्लादेश के बीच मध्यस्थ बन बैठा। अब वह भारत को पाक-अफगान मामले में पटकनी मारने की तैयारी कर रहा है। बड़ी खबर यह है कि पेइचिंग में अफगानिस्तान, पाकिस्तान और चीन के विदेश मंत्री मिले और उन्होंने एक संयुक्त वक्तव्य जारी कर दिया। हमारी सरकार से कोई पूछे कि बताइए कि ये दोनों किसके ज्यादा पड़ौसी हैं ? भारत के या चीन के ? … [Read more...] about पाक-अफगानः चीन की पटकनी?
जाधवः पाक को डर क्या है ?
कुलभूषण जाधव के मामले में पाकिस्तान घाटे में रहा। यदि वह थोड़ी शिष्टता और मर्यादा का पालन करता तो उसकी अन्तरराष्ट्रीय छवि भी सुधरती, उसका शायद न्यायिक पक्ष भी मजबूत हो जाता और भारत-पाक संबंधों में भी कोई नई किरण फूटती। जाधव की मां और पत्नी को इस्लामाबाद में जाधव से मिलने की इजाजत देकर पाकिस्तान ने एक ऐसी खुश खबर पैदा कर दी थी कि लोगों को विश्वास ही नहीं हो रहा था। भारत में अचानक … [Read more...] about जाधवः पाक को डर क्या है ?
मोदी के लिए 2018 आसान नहीं होगा
2017 का साल पूरा हो रहा है। इस वर्ष में तीन घटनाओं का सबसे अधिक प्रचार किया गया- नोटबंदी, जीएसटी और सर्जिकल स्ट्राइक लेकिन इन तीनों मामलों में यदि सरकार ने सावधानी से काम किया होता, आगा-पीछा विचारा होता और लोगों के दुख-दर्दों का ख्याल किया होता तो नरेंद्र मोदी की सरकार की लोकप्रियता 2014 के मुकाबले काफी बढ़ जाती। वैसा नहीं होता, जैसा कि गुजरात में हुआ है। वहां तो जान बची तो … [Read more...] about मोदी के लिए 2018 आसान नहीं होगा
तीन तलाकः इरादा नेक है
तीन तलाक पर आॅल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लाॅ बोर्ड ने सरकार से अनुरोध किया है कि वह अपने विधेयक पर पुनर्विचार करे। बोर्ड से अनेक मुस्लिम नेता और महिलाएं इतनी खफा हैं कि उसकी कोई भी बात वे सुनना ही नहीं चाहतीं। यह स्वाभाविक है, क्योंकि बोर्ड सदियों पुराने घिसे-पिटे अरबी कानूनों को भारतीय मुसलमानों पर थोपना चाहता है। तीन तलाक के बारे में भी उसका रवैया आक्रामक और तर्कहीन रहा है। … [Read more...] about तीन तलाकः इरादा नेक है
नेताओं की खाल गेंडे से भी मोटी
सत्तर साल की आजादी ने देश में नेतृत्व का चरित्र ही बदल दिया है। हमारे नेता लोगों ने अपने आपको नैतिकता से ही आजाद कर लिया है। भ्रष्टाचार के किसी गंभीर मामले में फंसने के बाद यदि अदालत उन्हें बरी कर देती है तो वे जश्न मनाते हैं। उन्हें इस बात के लिए जरा भी शर्म नहीं आती कि वे रंगे हाथ पकड़े गए थे। सारे देश के चैनलों और अखबारों में उनके भ्रष्टाचार की कहानियां जमकर प्रचारित हुई … [Read more...] about नेताओं की खाल गेंडे से भी मोटी
ट्रंप को संयुक्तराष्ट्र का तमाचा
यरुशलम को इस्राइल की राजधानी बनाने की अमेरिकी घोषणा अभी संयुक्तराष्ट्र संघ की महासभा में बुरी तरह से पिट गई। अमेरिकी घोषणा के विरुद्ध तुर्की और यमन ने प्रस्ताव रखा। उसका समर्थन 128 राष्ट्रों ने किया और विरोध सिर्फ 9 ने ! 35 राष्ट्रों ने वोट नहीं डाला। महासभा का यह वोट डोनाल्ड ट्रंप के मुंह पर करारा तमाचा सिद्ध हुआ। वोट के पहले ट्रंप ने सभी राष्ट्रों को धमकी दी थी कि जो भी इस … [Read more...] about ट्रंप को संयुक्तराष्ट्र का तमाचा
कानून से जादू-टोना खत्म करें
देश को आजाद हुए सत्तर साल हो गए लेकिन कई मामलों में हम अब भी जाने-जनजाने अंग्रेजों की गुलामी करते आ रहे हैं लेकिन भाजपा सरकार कुछ क्षेत्रों में सराहनीय पहल कर रही है। उसकी देखादेखी यदि हमारे पड़ौसी राष्ट्र और हमारी प्रांतीय सरकारें अपना ढर्रा बदलें तो दक्षिण एशिया का उद्धार हो जाए। भाजपा की केंद्र सरकार ने पिछले तीन साल में 1800 ऐसे कानूनों को रद्दी की टोकरी के हवाले कर दिया है, … [Read more...] about कानून से जादू-टोना खत्म करें