नया इंडिया, 24 नवंबर 2013: ‘नोट के बदले वोट’ के कुख्यात मामले का कैसा सुखांत हुआ है? इतना सुखांत नाटक तो कालिदास और शेक्सपियर भी नहीं लिख सके हैं! इस सुखांत नाटक के महानायक हमारे मित्र अमरसिंह हैं। आज के अखबारों में अमरसिंह छाए हुए हैं। अदालत ने ‘वोट के बदले नोट’ मामले में छह लोगों को बरी किया है लेकिन हर अखबार ने इस खबर के शीर्षक में अमरसिंह का नाम छापा है। आज अमरसिंह से … [Read more...] about ‘नोट के बदले वोट’ में दोहरा भ्रष्टाचार
Archives for November 2013
‘आप’ को अभी भंग करें
नया इंडिया, 23 नवंबर 2013: ‘आप’ पार्टी के कुछ उम्मीदवार रंगे हाथ पकड़े गए। आपको धक्का लगा होगा। मुझे तो ज़रा भी आश्चर्य नहीं हुआ। असली आश्चर्य हुआ होगा, अरविंद केजरीवाल को। और धक्का तो पूरी पार्टी को ही लगेगा। ऐन चुनाव के वक्त पूरे गुब्बारे की हवा निकल गई। अब किस दम पर अरविंद दावा करेगा कि हम भाजपा और कांग्रेस से अलग हैं? आप घोषणा-पत्र अलग निकाल सकते हैं। अपने ढंग का अनूठा बना … [Read more...] about ‘आप’ को अभी भंग करें
अन्ना को गलतफहमी
नया इंडिया, 21 नवंबर 2013 : अन्ना हजारे को यह गलतफहमी हो गई है कि उनके नाम का अब भी कोई इस्तेमाल हो सकता है। यदि ऐसा नहीं है तो वे अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी ही क्यों लिखते? स्वयं अन्ना ने कई बार कहा है कि यदि मैं चुना लडूं तो मेरी जमानत जब्त हो जाएगी। भला, ऐसे आदमी के नाम पर कौन कितने वोट बटोर सकता है? ‘आप’ पार्टी चुनाव अपने दम पर लड़ रही है। यदि उसे अन्न का ही टेका लेना होता … [Read more...] about अन्ना को गलतफहमी
संसद से अंग्रेजी हटाओ : डॉ. वैदिक
18 नवंबर 2013 : भारतीय भाषा सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ. वेदप्रताप वैदिक ने श्री मुलायम सिंह यादव का जोरदार समर्थन करते हुए देश की सभी पार्टियों के नेताओं से अनुरोध किया है कि वे तुरंत कुछ ऐसी व्यवस्था करें कि संसद में अंग्रेजी बोलने पर कठोर प्रतिबंध लग जाए। ऐसा करके हम अपनी आजादी के अधूरे अध्याय को पूरा करेंगे। स्वंय डॉ. वैदिक ने अब से 48 साल पहले अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर अपना … [Read more...] about संसद से अंग्रेजी हटाओ : डॉ. वैदिक
नशीद की हार में भारत को चुनौती
नया इंडिया, 17 नवंबर 2013: आखिरकार मालदीव में चुनाव हो ही गए लेकिन उसके परिणाम काफी अप्रत्याशित रहे। पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद हार गए और अब्दुल यामीन जीत गए। भारत ही नहीं, दुनिया के कई देश यह आस लगाए बैठे थे कि नशीद जीतेंगे और वे दुबारा राष्ट्रपति बनेंगे लेकिन सबकी आशाओं पर पानी फिर गया। यह कैसे हुआ? अंतिम दौर के पहले जो दो दौर हुए, उन चुनावों में भी नशीद को 45 से 47 … [Read more...] about नशीद की हार में भारत को चुनौती
पार्टियों के पास पैसा कहां से आता है?
दैनिक भास्कर, 16 नवंबर 2013 : आजकल चुनाव का मौसम है। इस मौसम में पार्टियों और नेताओं के पास नोटों की गड्डियों की झड़ी लगी रहती है। इस मौसम में यह बहस चलना एक सुखद संयोग है कि इन पार्टियों और नेताओं के पास यह पैसा कहां से आता है? उनका कहना है कि चंदे से आता है, लेकिन कोई नेता आज के जमाने में क्या कभी चंदा मांगता हुआ दिखाई पड़ता है? उल्टा ही होता है। आजकल जन-सभाओं और भीड़ में … [Read more...] about पार्टियों के पास पैसा कहां से आता है?
गुलाम कश्मीर की आवाज
नया इंडिया, 16 नवंबर 2013: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विदेश नीति सलाहकार याने विदेश मंत्री सरताज अजीज के साथ कश्मीरी अलगाववादियों की भेंट पर इधर काफी शोर शराबा मच रहा है। सबसे पहले तो यह कहा जा रहा है कि उन्हें पाकिस्तानी नेता से मिलने ही क्यों दिया गया, यह भयंकर कूटनीतिक भूल है। वास्तव में ये अलगाववादी अनेक पाकिस्तानी नेताओं से पहले भी दिल्ली में मिल चुके हैं। यदि उनको मिलने … [Read more...] about गुलाम कश्मीर की आवाज
बलात्कार के मजे लीजिए!
नया इंडिया, 14 नवंबर 2013 : देश में बढ़ते हुए बलात्कारों से त्राण पाने का सबसे बड़ा शरण-स्थल सर्वोच्च न्यायालय है लेकिन यह क्या हुआ? सर्वोच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश, जो अभी-अभी सेवा-निवृत्त हुए हैं, खुद आरोपों के घेरे में आ गए। उन पर लगभग बलात्कार का आरोप उनके किसी प्रतिद्वंदी ने नहीं लगाया है। न ही किसी नेता ने उन्हें बदनाम करने की कोशिश की है। और न ही किसी मुकदमा हारे हुए … [Read more...] about बलात्कार के मजे लीजिए!
‘आप’ने डरा दिया
नया इंडिया, 13 नवंबर 2013 : आम आदमी पार्टी को दिल्ली में कितनी सीटें मिलेंगी, कुछ पता नहीं लेकिन उसके चुनाव अभियान ने कांग्रेस और भाजपा, दोनों के छक्के छुड़ा दिए हैं। दोनों पार्टियों को डर है कि कहीं ‘आप’ इतनी सीटें न जीत ले जाए कि दिल्ली विधानसभा अधर में लटक जाए। किसी एक पार्टी को बहुमत ही न मिले तो क्या होगा? इस डर ने दोनों बड़ी पार्टियों को नया पैंतरा मारने के लिए मजबूर कर … [Read more...] about ‘आप’ने डरा दिया
तो मनमोहनसिंह सबसे ताकतवर!
नया इंडिया, 12 नवंबर 2013 : दुनिया के सबसे ताकतवर सिक्खों की एक सूची अभी जारी हुई है। उसमें हमारे प्रधानमंत्री डा. मनमोहनसिंह का नाम सबसे ऊपर है। सबसे ऊपर क्यों है, इसका कोई कारण नहीं बताया गया है। तो मानकर चलना चाहिए कि वे भारत के प्रधानमंत्री हैं, इसीलिए उन्हें सबसे ताकतवर, सबसे प्रभावशाली और सबसे योग्य कह दिया गया है। यह निर्णय वास्तव में डा. मनमोहनसिंह का अपमान तो है ही, … [Read more...] about तो मनमोहनसिंह सबसे ताकतवर!