नया इंडिया, 30 मार्च 2014: साबिर अली के प्रवेश पर भाजपा में हंगामा खड़ा हो गया है। भाजपा के उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने अपनी पार्टी के इस निर्णय को गलत बताया है और तुरंत उसे ठीक करने की गुहार लगाई है। नकवी का यह तर्क ठीक मालूम पड़ता है कि आज अगर साबिर का प्रवेश हुआ है तो कल दाऊद इब्राहिम का प्रवेश क्यों नहीं हो सकता? यह साबिर अली कौन है? यह जनता दल का सांसद है और इसे अभी … [Read more...] about अच्छा हुआ, बाहर हुए साबिर
Archives for March 2014
मजबूरी का नाम नरेंद्र मोदी
दैनिक भास्कर, 29 मार्च 2014: इस समय नरेंद्र मोदी एक मजबूरी बन गए हैं। जो लोग मोदी से नफरत करते हैं, वे भी मानने लगे हैं कि मोदी को देश का प्रधानमंत्री बनने से कोई ताकत रोक नहीं सकती। जो लोग मोदी को कभी ‘मौत का सौदागर’ बोलने में गर्व का अनुभव करते थे, वे अब उस मुहावरे का इस्तेमाल नहीं करते। इस मुहावरे से उन्हें परहेज हो गया है। जो अफसर मोदी के विरुद्ध झूठी-सच्ची गवाहियां देने को … [Read more...] about मजबूरी का नाम नरेंद्र मोदी
महात्मा राहुल की जन्नत!
नया इंडिया, 27 मार्च 2014 : कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया। उसमें बड़े-बड़े सब्ज-बाग दिखाए गए हैं। लोगों को जन चिकित्सा का अधिकार मिलेगा। शिक्षा और भोजन का अधिकार तो वह पहले ही दे चुकी है। गैर-सरकारी कंपनियों में जातीय आरक्षण दिलवाएगी। 14 करोड़ लोगों को वह गरीबी रेखा के ऊपर ला चुकी है। अब आप उसे सत्ता में बिठा दें तो वह अर्थ- व्यवस्था में अपूर्व उठान ले आएगी। इसी … [Read more...] about महात्मा राहुल की जन्नत!
क्या भारत में ऐसा स्कूल भी है?
नया इंडिया, 26 मार्च 2014: क्या हमारे देश में कोई ऐसा भी स्कूल है, जिसका हर बच्चा हर साल पास हो जाता है? वह भी प्रथम श्रेणी में! यह खबर-फीचर आज के अखबार में पढ़कर मुझे बहुत ही सुखद आश्चर्य हुआ। जी हां, ऐसा एक प्राथमिक स्कूल छत्तीसगढ़ के जशपुर नगर के एक गांव में 1923 से चल रहा है। इस गांव का नाम है-गोलीडीह! यह गांव, गोलीडीह, जशपुर से 70 कि.मी. अंदर जंगल में बसा है। इस गांव के … [Read more...] about क्या भारत में ऐसा स्कूल भी है?
भाजपा कुर्सीबाज पार्टी क्यों बने?
नया इंडिया, 24 मार्च 2014: आजकल भाजपा में प्रवेश करने वालों की भीड़ लगी हुई है। उसमें तरह-तरह के लोग हैं। एक दम नए लोग भी हैं। ऐसे भी, जो कभी राजनीति में आए ही नहीं। उन्हें न कोई पद पाने की इच्छा है और न ही वे लोकसभा का टिकिट मांग रहे हैं। उनकी हार्दिक इच्छा है कि वे कांग्रेस की विदाई में चल रहे राष्ट्रीय संगीत के स्वर में अपना भी एक स्वर मिला दें। ऐसे लोगों का कौन स्वागत नहीं … [Read more...] about भाजपा कुर्सीबाज पार्टी क्यों बने?
बलात्कारियों की यह सजा भी कम है!
नया इंडिया, 23 मार्च: मुंबई में कुछ माह पहले बलात्कार के दो संगीन मामले हुए थे। उनमें से शक्ति मिल्स के उजड़े हुए परिसर में हुए बलात्कार के चार अपराधियों को आजीवन कैद की सजा हुई है। सबसे पहले तो महिला जज शालिनी फनसालकर-जोशी को बधाई दी जानी चाहिए, जिन्होंने इस मामले को जल्दी-जल्दी निपटाया और दूसरी बात यह कि उन नर-पशुओं को उन्होंने बच निकलने का मौका नहीं दिया। उनके वकीलों ने … [Read more...] about बलात्कारियों की यह सजा भी कम है!
भाजपा में बुजुर्गों की उपेक्षा क्यों?
दैनिक भास्कर, 22 मार्च 2014 : राजनीति बड़ी जादूगरनी है। यह अच्छों-अच्छों को बड़ा नाच नचा देती है। इस समय भाजपा इस तरह सज-संवर रही है, जैसे कि 16वीं लोकसभा चुनाव का तोरण वही मारेगी। इसमें भी शक नहीं कि जनता में उसका समर्थन बढ़ता जा रहा है और उसके विरोधी दलों की हिम्मत दिनोंदिन पस्त होती जा रही है। लेकिन खुद इस पार्टी का हाल क्या है? यह पार्टी अपने जिस कार्यकर्ता को देश का नेता … [Read more...] about भाजपा में बुजुर्गों की उपेक्षा क्यों?
आम आदमी का अपमान
17 मार्च 2014 : खबर है कि ‘आम आदमी पार्टी’ अब पैसे उगाहने के लिए ऐसी हरकतों पर उतर आई है, जिनका आम आदमी से कोई लेना—देना नहीं है। अब वह बड़े—बड़े शहरों में ऐसे पैसा—भोजों का आयोजन करेगी, जिसमें उसके नेताओं के साथ भोजन करनेवाले मालदार लोग अपने खाने के बादले 10—10 या 20—20 हजार रु. देंगे। इसे मैं प्रीति—भोज नहीं, पैसा—भोज कहता हूं। आम आदमी का इससे बड़ा अपमान क्या हो सकता है? क्या … [Read more...] about आम आदमी का अपमान
नेता तो कई हैं, नीति कोई नहीं
दैनिक भास्कर, 15 मार्च 2014 : लोकसभा का चुनाव-प्रचार जोरों से शुरू हो गया है। नेतागण अपनी पार्टियां और चुनाव-क्षेत्र बदल रहे हैं। चुनाव-सर्वेक्षण किसी पार्टी की जीत और किसी की हार की भविष्यवाणियां कर रहे हैं। चुनाव अब मुश्किल से सिर्फ एक माह दूर हैं, लेकिन अभी तक देश के 81 करोड़ मतदाताओं को यह पता नहीं चल पाया है कि किस पार्टी या किस नेता को वे वोट दें तो क्यों दें? सभी … [Read more...] about नेता तो कई हैं, नीति कोई नहीं
गाली तो नहीं, खिसियाहट जरुर है
नया इंडिया, 15 मार्च 2014 : विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद फिर चर्चा के विषय बन गए हैं। इस बार उन पर आरोप है कि उन्होंने विदेश में रहते हुए भारत के सर्वोच्च न्यायालय और चुनाव आयोग की निंदा की है। पहले देखें कि उन्होंने कहा क्या है? वे लंदन के प्रसिद्ध ‘स्कूल आॅफ ओरियंटल एंड एफ्रीकन स्टडीज़’ में बोल रहे थे। उनका विषय था – ‘भारत में लोकतंत्र की चुनौतियां’! उन्होंने वहां कई चुनौतियों … [Read more...] about गाली तो नहीं, खिसियाहट जरुर है